भारत के कुल क्षेत्रफल की बात करें, तो यह 32,87,263 वर्ग किलोमीटर है। देश में जम्मू-कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी और गुजरात से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में अलग-अलग जिले हैं, जिनके माध्यम से सरकार को स्थानीय स्तर पर प्रशासन व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलती है। इन सभी जिलों में कुछ जिले बड़े, तो कुछ जिले बहुत छोटे हैं। जिलों के हिसाब से यहां की आबादी भी है। हालांकि, क्या आपको भारत के सबसे छोटे जिले के बारे में पता है।
यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत के सबसे छोटे जिले के बारे में जानेंगे।
यह है भारत का सबसे छोटा जिला
भारत का सबसे छोटा जिला केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी का माहे जिला है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह भारत का सबसे छोटा जिला है।
इसके क्षेत्रफल की बात करें, तो यह सिर्फ 9 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है।
कितनी है इस जिले की आबादी
साल 2011 में हुई जनसंख्या के हिसाब से इस जिले की कुल आबादी 41,934 है। इसमें पुरुषों की संख्या 19,269 और महिलाओं की संख्या 22,665 है।
हालांकि, इसके बाद साल 2021 में जनगणना होनी थी, लेकिन कोविड की वजह से इस जनगणना को समय पर नहीं किया जा सका।
आपको यह भी बता दें कि साल 1901 के बाद से भारत में हर 10 साल में जनगणना की जाती है। साल 2011 में हुई जनगणना 15वीं जनगणना थी, जबकि स्वतंत्रता के बाद यह 7वीं जनगणना थी। इसकी थीम हमारी जनगणना, हमारा भविष्य थी।
केरल राज्य से घिरा हुआ है यह जिला
पुडुचेरी का यह जिला केरल राज्य से घिरा हुआ है और इसके एक ओर अरब सागर है। यहां रहने वाले लोग मलयालम और फ्रांसीसी भाषा बोलते हैं।
वहीं, यह जिला भारत के विपरित तट पर स्थित है।
यह है भारत का दूसरा सबसे छोटा जिला
भारत में क्षेत्रफल के हिसाब से दूसरा सबसे छोटा जिला यानम है, जो कि पुडुचेरी में है। यह पहले फ्रांसीसी उपनिवेश हुआ करता था, जिसे साल 1964 में विलय कर दिया गया।
यह जिला आंध्रप्रदेश राज्य के पूर्व गोदावरी जिसे से मिलता है और यहां रहने वाले अधिकांश लोग तेलुगू बोलते हैं। इस जिले का क्षेत्रफल 17 वर्ग किलोमीटर है।
आपको यह भी बता दें कि भारत की राजधानी नई दिल्ली में स्थित मध्य जिला भारत का तीसरा सबसे छोटा जिला है, जिसका कुल क्षेत्रफल सिर्फ 25 वर्ग किलोमीटर है।
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