भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन को लेकर नए नियम लागू किए हैं. इन नियमों के तहत फ्रेंचाइजी को विशेष परिस्थितियों में अस्थायी रिप्लेसमेंट पर हस्ताक्षर करने की अनुमति दी गई है, खासकर विकेटकीपर और सीजन के अंत तक चोटिल होने वाले खिलाड़ियों के लिए. आइए जानते हैं नए नियमों के बारे में विस्तार से.
यह भी देखें: IPL Captains 2025 List: सभी टीमों के Captain और स्क्वाड की पूरी लिस्ट, जानिए कौन किस टीम को कर रहा Lead
1. अस्थायी रिप्लेसमेंट:
BCCI के नए नियमों के मुताबिक, किसी भी फ्रेंचाइजी को खिलाड़ियों को कुछ ही मैच के लिए साइन करने और फिर उन्हें रिलीज करने की अनुमति नहीं होगी. हालांकि, कुछ विशेष परिस्थितियों में यह छूट दी गई है.
2. विकेटकीपर के लिए विशेष नियम लागू:
अगर किसी टीम के सभी पंजीकृत विकेटकीपर किसी मैच के लिए अनुपलब्ध होते हैं, तो फ्रेंचाइजी बीसीसीआई से विशेष छूट का अनुरोध कर सकती है. ऐसी स्थिति में, BCCI शॉर्ट-टर्म रिप्लेसमेंट विकेटकीपर को टीम में शामिल करने की अनुमति दे सकता है. यह अस्थायी रिप्लेसमेंट तब तक टीम में रहेगा जब तक कि पंजीकृत विकेटकीपर में से कोई एक खेलने के लिए उपलब्ध न हो जाए.
3. चोटिल खिलाड़ियों के लिए नया प्रावधान:
अगर कोई खिलाड़ी सीजन के दौरान गंभीर चोट या बीमारी का शिकार होता है, तो निम्नलिखित शर्तों के तहत उसे प्रतिस्थापित किया जा सकता है:
- चोट या बीमारी टीम के 12वें लीग मैच तक होनी चाहिए.
- BCCI द्वारा नामित डॉक्टर को पुष्टि करनी होगी कि खिलाड़ी सीजन के अंत तक फिट नहीं होगा.
- चोट या बीमारी से पहले खिलाड़ी सभी मैचों के लिए उपलब्ध होता.
- चोट के बाद वह पूरे सीजन के लिए अनफिट घोषित किया जाएगा.
महत्वपूर्ण नोट: यदि कोई खिलाड़ी इस नियम के तहत रिप्लेस किया जाता है, तो वह पूरे सीजन में दोबारा अपनी टीम के लिए नहीं खेल सकता.
4. RAPP प्रणाली – अब केवल रजिस्टर पूल से ही रिप्लेसमेंट मिलेगा:
BCCI ने एक नई प्रणाली Registered Available Player Pool (RAPP) लागू की है. अब फ्रेंचाइजी केवल इस पूल से प्रतिस्थापन खिलाड़ियों को साइन कर सकती हैं. इसमें वे खिलाड़ी शामिल होंगे जो आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड रह गए और जिन्होंने नीलामी प्रक्रिया से अपना नाम वापस नहीं लिया.
5. रिप्लेस खिलाड़ी के वेतन से जुड़ा नियम:
- प्रतिस्थापन खिलाड़ी का वेतन उस खिलाड़ी से अधिक नहीं हो सकता, जिसे वह रिप्लेस कर रहा है.
- प्रतिस्थापन का वेतन टीम के कुल सैलरी कैप में नहीं गिना जाएगा.
- यदि रिप्लेसमेंट खिलाड़ी का अनुबंध अगले सीजन के लिए बढ़ाया जाता है, तो उसका वेतन अगले साल के सैलरी कैप में जोड़ा जाएगा.
- किसी भी रिप्लेसमेंट खिलाड़ी पर हस्ताक्षर करने से पहले फ्रेंचाइजी को BCCI से अनुमति लेनी होगी.
नए नियमों से क्या बदल जाएगा?
BCCI के इन नए नियमों के लागू होने से IPL में रिप्लेसमेंट प्रक्रिया अधिक पारदर्शी और अनुशासित होगी. इससे टीमों को खिलाड़ियों के अनुचित उपयोग से रोका जाएगा और चोटिल खिलाड़ियों के लिए बेहतर विकल्प उपलब्ध होंगे. खासकर विकेटकीपर की अनुपस्थिति में टीमों को तत्काल समाधान मिलेगा.
यह भी देखें:
अब अगला ICC टूर्नामेंट कौन-सा है? कब और कहां किया जायेगा आयोजित, देखें 2031 तक का शेड्यूल
Comments
All Comments (0)
Join the conversation