मनु भाकर (Manu Bhaker) ने इतिहास रचते हुए पेरिस ओलंपिक में भारत के लिए पदकों का खाता खोलते हुए महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, वह बहुत ही कम अंतर से रजत पदक से चुक गयी. कोरिया की खिलाड़ियों ने रजत और गोल्ड मेडल जीता. इस स्पर्धा में दक्षिण कोरिया की ओह ये जिन ने 243.2 के स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता, जबकि उनकी साथी किम येजी ने 241.3 के स्कोर के साथ रजत पदक जीता. मनु ने अपने स्थिर प्रदर्शन के साथ इस महत्वपूर्ण उपलब्धि को हासिल किया.
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भारत की स्टार निशानेबाज मनु भाकर ने पेरिस ओलंपिक 2024 में महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल फाइनल में कांस्य पदक जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया और इतिहास रच दिया. वह इस स्पर्धा में ओलंपिक खेलों में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं.
ITS A BRONZE!!! Our first medal at @paris2024 comes in shooting courtesy of @realmanubhaker Fantastic shooting all along to bring home our first medal 🥉👏🏽👏🏽#JeetKiAur #Cheer4Bharat pic.twitter.com/hzTuN9G0I3
— Team India (@WeAreTeamIndia) July 28, 2024
मनु और सरबजोत सिंह ने किया कमाल:
मनु भाकर और सरबजोत सिंह ने मंगलवार (30 जुलाई) को 10 मीटर एयर के कांस्य पदक प्लेऑफ़ मैच में वोन्हो ली और ये जिन ओह की दक्षिण कोरियाई जोड़ी को हराकर भारत को मौजूदा पेरिस ओलंपिक 2024 में दूसरा पदक दिलाया. भाकर और सरबजोत ने कोरियाई जोड़ी को 16-10 के अंतर से हराया.
13 साल निशानेबाजी में पदक:
भाकर ने भारत के 13 साल के इंतजार को समाप्त किया और देश की पहली महिला निशानेबाज बनीं जिन्होंने कांस्य पदक के साथ पोडियम पर स्थान पाया. पिछली बार भारत ने ओलंपिक में शूटिंग का पदक 2012 लंदन ओलंपिक में जीता था, जब रैपिड-फायर पिस्टल शूटर विजय कुमार और 10 मीटर एयर राइफल शूटर गगन नारंग ने कांस्य पदक जीता था.
झज्जर की मनु ने किया कमाल:
यह पेरिस 2024 में भारत का पहला पदक है. झज्जर में जन्मी मनु भाकर, जो अब शूटिंग में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गई हैं, के चेहरे पर एक हल्की मुस्कान थी वे बेहद कम अंतर से रजत पदक से चूक गईं... वे स्वर्ण पदक के एलिमिनेटर से मात्र 0.1 अंकों से चूक गईं.
लास्ट तीन तक कैसे पहुंची मनु:
फाइनल में शुरूआती पोजीशन का निर्धारण क्वालीफिकेशन राउंड में शूटर्स की रैंक के आधार पर किया जाता है. निशानेबाजों को साईटिंग और तैयारी के लिए छह मिनट मिलते है. बता दें कि पहले और दूसरे प्रतियोगिता चरण में, फाइनलिस्टों के पास 5 शॉट्स फायर करने के लिए 250 सेकंड होते हैं यह क्रम तब तक जारी रहा जब तक 24 शॉट्स फायर नहीं हो जाते (दो पांच-शॉट्स की श्रृंखला और 14 सिंगल शॉट्स)। पहले 12 शॉट्स के बाद पहली एलिमिनेशन होती है, इसके बाद हर दो शॉट्स के बाद एक शूटर्स का बाहर होना जारी रहता है जब तक कि शीर्ष तीन, जो पदक विजेता नहीं फाइनल हो गए हो.
10 मीटर एयर पिस्टल में भारत के लिए पहला पदक:
10 मीटर एयर पिस्टल में भारत के लिए यह पहला पदक है, इससे पहले किसी भी भारतीय (महिला या पुरुष) ने 10 मीटर एयर पिस्टल में पदक नहीं जीत पाया था. मनु भाकर ने इतिहास रचते हुए यह रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए है.
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निशानेबाजी में किसने जीता था पहला पदक:
भारतीय निशानेबाजों की बात करें तो भारत ने पहले भी निशानेबाजी में पदक जीते है, लेकिन किसी महिला ने अब तक पदक नहीं जीता था, लेकिन मनु ने आज उस लिस्ट में अपना नाम जोडकर इतिहास रच दिया. ओलंपिक निशानेबाजी में भारत के लिए पहले पदक की बता करें तो राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने एथेंस ओलंपिक 2004 में पुरुष डबल ट्रैप में रजत पदक जीता था.
यहाँ भारतीय निशानेबाजों द्वारा ओलंपिक्स में अब तक जीते गए पदकों की सूची दी गई हैम जिसे आप देख सकते है-
निशानेबाज | इवेंट | पदक | ओलंपिक्स |
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ | पुरुष डबल ट्रैप | रजत | एथेंस 2004 |
अभिनव बिंद्रा | पुरुष 10 मीटर एयर राइफल | स्वर्ण | बीजिंग 2008 |
गगन नारंग | पुरुष 10 मीटर एयर राइफल | कांस्य | लंदन 2012 |
विजय कुमार | पुरुष 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल | रजत | लंदन 2012 |
मनु भाकर | महिला 10 मीटर एयर पिस्टल | कांस्य | पेरिस 2024 |
मनु भाकर और सरबजोत सिंह | 10 मीटर एयर पिस्टल मिक्स्ड टीम | कांस्य | पेरिस 2024 |
स्वप्निल कुसाले | 50 मीटर (पुरुष) राइफ़ल कैटेगरी | कांस्य | पेरिस 2024 |
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