दिल्ली को शहरों का शहर कहा जाता है, जिसे कई बार लूटा गया और कई बार बसाया गया। भारत का यह शहर गंगा-जमुनी तहजीब के साथ-साथ अपने आंचल में संस्कृति, अनूठेपन और समृद्ध इतिहास को समेटे हुए है।
बात जब इतिहास की हो रही है, तो यहां हमें कई प्राचीन इमारतें देखने को मिल जाएंगी, जिनकी उम्र कई ऋतुओं को देखकर बीत गई है और आज भी ये इमारतें अपने वजूद के साथ दिल्ली की बदलती तस्वीर को देख रही हैं। इस कड़ी में क्या आप जानते हैं कि दिल्ली में किसी समय एक बांध भी बनाया गया था। कौन-सा है बांध और किस काल में हुआ था इसका निर्माण, जानने के लिए यह लेख पढ़ें।
कौन-सा है दिल्ली का सबसे पुराना बांध
दिल्ली के सबसे पुराने बांध की बात करें, तो यह तुगलक काल में बनवाया गया था। ऐसे में यह करीब 600 साल पुराना बांध है, जिसका अस्तित्व आज भी मौजदू है। आप आज भी इस बांध को अपने मूल रूप में देख सकते हैं।
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कहां है सबसे पुराना बांध
अब सवाल है कि यदि हमें दिल्ली के सबसे पुराने बांध को देखना हो, तो कहां जाना होगा ? आपको बता दें कि इसके लिए आपको दक्षिणी दिल्ली के खिड़की गांव में जाना होगा। जिस जगह यह बांध बना हुआ है, वह कभी चौथी दिल्ली हुआ करती थी, जिसे जहांपनाह सिटी के नाम से जाना जाता था।
क्यों किया गया था बांध का निर्माण
अब आप यह सोच रह होंगे कि आखिर उस समय इस बांध के निर्माण की क्या जरूरत रही होगी। दरअसल, उस समय दिल्ली के लोगों के लिए पानी की व्यवस्था करनी थी। ऐसे में सात खंभों वाले पुल की तरह दिखने वाले बांध को तैयार किया गया था। इससे पानी की रोका जाता था और उस पानी का उपयोग सिंचाई व पीने के पानी के रूप में किया जाता था।
इस बांध के ऊपर एक रैंप भी बनाया गया था, जिससे आसानी से इस पर पैदल चला जा सके। वहीं, बांध की सुरक्षा के लिए इसमें गार्ड रूम भी बनाए गए थे, ताकि बांध पर कोई हमला न हो सके।
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