प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षा का अधिक महत्व है और शिक्षा की शुरुआत होती है स्कूल से, जहां बच्चा पहली क्लास से ही देश के भविष्य की नींव के रूप में तैयार होना शुरू कर देता है।
एक बच्चे रूपी पौधे को जब ज्ञान के रूप में धूप और पानी के रूप में संस्कार मिलते हैं, तब आगे जाकर एक अच्छे व्यक्ति के रूप में एक बड़ा वृक्ष तैयार होता है, जो अपने बेहतर गुण से समाज में जिम्मेदार व्यक्ति के रूप में ठीक उसी तरह होता है, जिस प्रकार एक पेड़ सभी लोगों के लिए बराबर छाया प्रदान करता है।
पढ़ेंः भारत के किस शहर को कहा जाता है ‘Black City’, जानें
इसके लिए बच्चों की अच्छी स्कूलिंग होना बहुत जरूरी है। यही वजह है कि प्रत्येक बच्चे के जीवन में स्कूल का अधिक महत्व होता है। हालांकि, क्या आपको पता है कि भारत में एक शहर ऐसा भी है, जिसे हम स्कूल कैपिटल ऑफ इंडिया के नाम से जानते हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम भारत के इस शहर के बारे में जानेंगे।
भारतीय शहरों को दिया जाता है उपनाम
भारत में अलग-अलग शहरों को उनकी विशेषताओं की वजह से उपनाम दिया जाता है। इसका प्रमुख उद्देश्य स्थानीय स्तर पर पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ स्थानीय लोगों को रोजगार देना भी है।
उपनाम देने की वजह से व्यक्ति शहर की तरफ आकर्षित होते हैं और नाम को देखते हुए शहर का रुख करते हैं। यही वजह है कि भारत में अलग-अलग शहरों के मूल नाम के अलावा उनके उपनाम भी सुनने को मिलते हैं। उदाहरण के तौर पर भारत में सफेद शहर और भारत में काला शहर आदि ।
किस शहर को कहा जाता है स्कूल कैपिटल ऑफ इंडिया
आप सवाल यह है कि भारत में किस शहर को स्कूल कैपिटल ऑफ इंडिया कहा जाता है, तो आपको बता दें कि उत्तराखंड राज्य के देहरादून शहर को स्कूल कैपिटल ऑफ इंडिया के नाम से जाना जाता है।
क्यों कहा जाता है स्कूल कैपिटल ऑफ इंडिया
उत्तराखंड का देहरादून शहर शिक्षा के हब के रूप में जाना जाता है। यहां पढ़ाई का अनुकूल माहौल देखने को मिलता है। इसके साथ ही यहां पहुंचने पर आपको बड़ी संख्या में रेजिडेंशियल और बोर्डिंग स्कूल देखने को मिल जाएंगे, जहां देशभर से बच्चे पढ़ने के लिए पहुंचते हैं।
इसके अलावा यहां कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान भी हैं, जहां पर बच्चों की अच्छी खासी तादाद है। मुख्य रूप से यह शहर स्कूली शिक्षा के लिए जाना जाता है, जहां देश-विदेश के कई बड़ी नामी हस्तियां पढ़कर निकली हैं। इनमें कुछ राज्यों के मुख्यमंत्री से लेकर कई बड़े लेखक और सोशल एक्टिविस्ट भी शामिल हैं।
कैसे पड़ा देहरादून नाम
अब सवाल यह है कि आखिर इस शहर का नाम देहरादून कैसे पड़ा, तो इसे लेकर अलग-अलग मान्यता है, जिनमें से एक मान्यता यह भी है कि यहां पर एक समय में गुरु हर राय के पुत्र राम राय ने अपने तथा अपने अनुयायियों के रहने के लिए डेरा जमाया था।
इसके आसपास नगर का विकास होना शुरू हुआ। यहां पर देहरा को डेरा का अपभ्रंश माना गया है। वहीं, बात करें देहरादून में दून शब्द की, तो यह संस्कृत शब्द द्रोणी से लिया गया है। इसका अर्थ होता है दो घाटियों की बीच की जगह, इस प्रकार देहरादून शब्द की उत्पत्ति हुई थी।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation