UP New Expressway: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने नोएडा मास्टर प्लान 2041 को मंजूरी दे दी है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य दादरी-नोएडा-गाजियाबाद इन्वेस्टमेंट रीजन (DNGIR) का विस्तार करना है. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस योजना के तहत 16 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनने का रास्ता साफ कर दिया गया है, जो यूपी का सबसे छोटा एक्सप्रेसवे होगा.
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जेवर एयरपोर्ट से न्यू नोएडा का सीधा कनेक्शन:
इस एक्सप्रेसवे से नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जो जेवर में बन रहा है) को न्यू नोएडा से जोड़ा जाएगा. एयरपोर्ट का विकास पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल (PPP) के तहत किया जा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस एयरपोर्ट की नींव 26 नवंबर 2021 को रखी थी.
यूपी का सबसे छोटा एक्सप्रेस:
इस 16 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इससे उत्तर प्रदेश के अन्य जिलों से जुड़ना और भी आसान हो जाएगा. हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के अनुसार, अधिकारियों ने बताया है कि इस एयरपोर्ट को रुंधी से छोला तक रेलवे लाइन से जोड़ने की योजना है. इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) राज्य सरकार को मंजूरी के लिए भेजी गई है.
यूपी का सबसे छोटा एक्सप्रेस-वे हाईलाइट्स:
एक्सप्रेसवे की खासियत | डिटेल्स |
लंबाई | 16 किलोमीटर |
कनेक्टिविटी | नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (जेवर) से न्यू नोएडा तक |
लेन | 4 या 6 लेन |
रेलवे लिंक | एक्सप्रेसवे को रुंधी से छोला तक रेलवे लाइन के साथ बनाया जाएगा |
भूमि अधिग्रहण | गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के 80 गांवों से भूमि अधिग्रहण की योजना |
मास्टर प्लान | नोएडा मास्टर प्लान 2041 के तहत इस एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा |
बेनिफिट | जेवर एयरपोर्ट, न्यू नोएडा और आसपास के जिलों के निवासियों को बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ |
विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) | राज्य सरकार को मंजूरी के लिए भेजी गई विस्तृत परियोजना रिपोर्ट |
राज्य सरकार को भेजा गया DPR:
राज्य सरकार को प्रोजेक्ट का DPR भेजा गया है. DPR किसी परियोजना का विस्तृत खाका होता है, जिसमें सभी महत्वपूर्ण जानकारियां जैसे संसाधन और कार्यों का उल्लेख होता है, जिससे परियोजना को सफलतापूर्वक पूरा किया जा सके.
नोएडा मास्टर प्लान 2041:
नोएडा मास्टर प्लान 2041 के तहत इस एक्सप्रेसवे को 4 या 6 लेन का बनाया जाएगा. इस एक्सप्रेसवे को जेवर एयरपोर्ट से छोला तक रेलवे लाइन के साथ बनाया जाएगा। मास्टर प्लान 2041 की मंजूरी के बाद इस एक्सप्रेसवे के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है. इससे जेवर एयरपोर्ट और न्यू नोएडा के अलावा आसपास के जिलों के निवासियों को भी बेहतर कनेक्टिविटी का लाभ मिलेगा.
80 गांवों से भूमि अधिग्रहण की योजना:
नोएडा मास्टर प्लान 2041 के तहत, गौतम बुद्ध नगर और बुलंदशहर जिलों के 80 गांवों से भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। न्यू नोएडा को 209.11 वर्ग किलोमीटर यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाने की योजना है.
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