डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है, उन्होंने इस चुनाव में डेमोक्रेटिक उम्मीदवार और उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस को मात दी है. डोनाल्ड ट्रम्प ने बहुमत के लिए जरुरी 270 इलेक्ट्रोरल वोट हासिल कर लिए है. वह अब देश के 47वें राष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण करेंगे.
डोनाल्ड ट्रम्प दूसरी बार अमेरिका की कमान सम्भालने के लिए तैयार है, यहां हम अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल के बारें में चर्चा करने जा रहे है, साथ ही यह जानने की कोशिश करेंगे कि अमेरिकी संविधान में इस पद के लिए क्या नियम बनाये गए है, और यहां के नियम भारतीय संविधान से कितने अलग है.
यह भी देखें:
8th Pay Commission: 18 हजार की जगह कितनी होगी मिनिमम बेसिक सैलरी और कितनी बढ़ेगी पेंशन? जानें
उत्तर प्रदेश के 8 रेलवे स्टेशनों को मिले नए नाम, यहां देखें सभी नाम
कितने साल का होता है अमेरिकी राष्ट्रपति का कार्यकाल?
अमेरिका में राष्ट्रपति का कार्यकाल 4 साल का होता है. वहीं भारत की बात करें तो यहां राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री का कार्यकाल 5 वर्षों का होता है.
अधिकतम कितनी बार बन सकते है राष्ट्रपति?
अमेरिकी संविधान के अनुसार, एक व्यक्ति अधिकतम दो बार राष्ट्रपति चुना जा सकता है, यानी वह अधिकतम 8 साल तक राष्ट्रपति पद पर रह सकता है. 22वें संविधान संशोधन के तहत यह कानून बना था. इस संशोधन के अनुसार, कोई भी व्यक्ति दो बार से अधिक राष्ट्रपति पद पर निर्वाचित नहीं हो सकता है.
अमेरिकी संविधान के 22वें संशोधन के कारण बराक ओबामा के एक बार और राष्ट्रपति बनने की संभावना को खारिज कर दिया था.
रूज़वेल्ट चार बार चुने गए थे राष्ट्रपति:
यह संशोधन 1951 में लागू हुआ था और इसका उद्देश्य राष्ट्रपति पद पर कार्यकाल की सीमा निर्धारित करना था. फ्रेंकलिन डी. रूज़वेल्ट, जो 1932 से 1945 तक चार बार राष्ट्रपति चुने गए थे, अमेरिका के इतिहास में एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्होंने दो से अधिक कार्यकाल संभाला था.
भारत में कार्यकाल की कोई सीमा नहीं:
संयुक्त राज्य अमेरिका के विपरीत, भारत में प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के कार्यकाल की कोई संवैधानिक सीमा नहीं है. यहाँ एक ही व्यक्ति अनेकों बार इन पदों पर आसीन हो सकता है, जब तक उसे पर्याप्त राजनीतिक समर्थन प्राप्त होता है.
यह भी पढ़ें:
वंदे भारत ट्रेन नेटवर्क में आते है उत्तर प्रदेश के कितने शहर? पढ़ें सबके नाम
Comments
All Comments (0)
Join the conversation