इस कोरोना काल में भारत सरकार के फार्मास्यूटिकल डिपार्टमेंट के मुताबिक हमारे देश में घरेलू फार्मास्यूटिकल मार्केट टर्नओवर में बढ़ोतरी होने की उम्मीद जताई जा रही है. भारत में हैदराबाद, मुंबई, बैंगलोर और अहमदाबाद प्रमुख फार्मास्यूटिकल सेंटर्स हैं. दुनिया को जेनेरिक मेडिसिन्स उपलब्ध करवाने वाला सबसे बड़ा देश भारत है क्योंकि पूरी दुनिया में भारत द्वारा जेनेरिक ड्रग्स का कुल 20% एक्सपोर्ट किया जाता है. यह फैक्ट काफी महत्त्वपूर्ण है कि, अप्रैल-दिसंबर, 2020 में भारत के ड्रग व फार्मा सेक्टर का निर्यात 18.07 अरब डॉलर का रहा, जो पिछले वर्ष 15.63 अरब डॉलर था. चालू वित्त वर्ष में भारत के ड्रग व फार्मा सेक्टर के निर्यात में 25 फीसद तक की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया जा रहा है.
इसी तरह, हमारा देश विभिन्न वैक्सीन्स के लिए ग्लोबल डिमांड का 50 फीसदी से अधिक हिस्सा सप्लाई करता है. कोविड - 19 महामारी के दौरान भी भारत ने अपने पड़ोसी देशों के साथ ही अफ्रीका और एशिया के कई विकासशील और जरूरतमंद देशों को फ्री ऑफ़ कॉस्ट वैक्सीन उपलब्ध करवाई है. भारत के फार्मा सेक्टर से संबंधित यह सारा डाटा हमारे देश में फार्मेसी की फील्ड में उपलब्ध जॉब के अवसरों और आशाजनक करियर स्कोप के बारे में महत्त्वपूर्ण जानकारी देता है. आजकल इस फील्ड में यंग इंडियन प्रोफेशनल्स और ग्रेजुएट्स के लिए कई शानदार अवसर उपलब्ध हैं. दवाईयों और जड़ी-बूटियों के बारे में अच्छी जानकारी और रुचि रखने वाले लोग एक फार्मासिस्ट बन सकते हैं.
इस विश्वव्यापी COVID-19 महामारी के दौरान, भारत के फार्मेसी क्षेत्र में यंग इंडियन ग्रेजुएट्स के लिए करियर के कई आशाजनक अवसर उपलब्ध हैं. अगर आप इसके बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो इस आर्टिकल को जरुर पढ़ें.
फार्मासिस्ट
ये पेशेवर पेशेंट्स को मेडिसिन्स देने और उन मेडिसिन्स को लेने के सही तरीके के बारे में जानकारी देने के लिए पूरी तरह जिम्मेदार होते हैं. ये पेशेवर आमतौर पर पेशेंट्स को विभिन्न मेडिसिन्स के साइड-इफेक्ट्स के बारे में भी जानकारी देते हैं और अपनी फार्मेसी या डिस्पेंसरी में आने वाले सभी कस्टमर्स/ पेशेंट्स को कम्पलीट हेल्थ केयर मुहैया करवाते हैं. ये पेशेवर ही मेडिसिन्स के सुरक्षित और क्वालिटी यूज़ के लिए जिम्मेदार होते हैं.
ऑनलाइन वेंडर
इस कोविड - 19 महामारी के दौरान, इन दिनों जब पूरे भारत में लॉकडाउन जैसी स्थिति बार - बार देखने को मिल रही है और अक्सर मार्केट्स, शॉप्स और मॉल्स बंद रहते हैं तो ऐसे में, इंडियन ग्रेजुएट्स और फार्मेसी एक्सपर्ट्स ऑनलाइन वेंडर के तौर पर भी ड्रग्स और दवाईयों का कारोबार कर सकते हैं.
फार्मेसी इन्फॉर्मेटिक्स
इन पेशेवरों के पास डी फार्मा की डिग्री होती है और ये पेशेवर पेशेंट केयर के लिए हेल्थ इनफॉर्मेशन और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करते हैं. इस पेशे के लिए रेजीडेंसी ट्रेनिंग और/ या बिजनेस या हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन में डिग्री होल्डर कैंडिडेट्स को प्रेफर किया जाता है.
फार्मेसी कंसलटेंट
फार्मेसी एक्सपर्ट्स इस कोरोना काल में फार्मेसी कंसलटेंट के तौर पर भी अपना करियर शुरू कर सकते हैं और जन-साधारण को विभिन्न ड्रग्स और दवाइयों के बारे में सटीक जानकारी देने के साथ ही उन्हें अपने-आप कोई भी दवाई लेने से रोकने के लिए सही जानकारी उपलब्ध करवा सकते हैं. कोविड - 19 के कारण देश-दुनिया में अक्सर लगने वाले लॉकडाउन की वजह से आजकल ऑनलाइन कंसल्टेशन भी जन-साधारण के बीच काफी लोकप्रिय हो गया है.
फार्मेसी सेल्स असिस्टेंट
ये लोग सभी किस्म के फार्मास्यूटिकल गुड्स, टॉयलेटरीज़ और अन्य संबंधित गुड्स के सेल-परचेज़ के लिए किसी सेल्स असिस्टेंट के तौर पर काम करते हैं. ये लोग अक्सर विभिन्न शॉप्स या फार्मा कंपनियों में काम करते हैं. मेडिसिन्स को सही तरीके से संभालकर रखने की जिम्मेदारी, सेल्स इनवॉइसेज बनाना, कई किस्म की मेडिसिन्स और अन्य सामान को सेल करने के लिए प्रमोट करना और मेडिसिन्स सेल करते समय कस्टमर्स को मेडिसिन को सही तरीके से लेने और स्टोर करने की जानकारी देना आदि इनके प्रमुख काम होते हैं.
क्लिनिकल फार्मसिस्ट
क्लिनिकल फार्मेसी वास्तव में साइंस और मेडिसिन के सही इस्तेमाल की प्रैक्टिस से संबंधित होती है. क्लिनिकल फार्मासिस्ट स्पेशलिस्ट या क्लिनिकल मैनेजर/ क्लिनिकल कोऑर्डिनेटर अपनी फील्ड में एक लीडर की तरह रोज़मर्रा के काम करते हैं तथा फिजिशियन्स, नर्सों, फार्मेसी टेक्नीशियन्स, इंटर्न्स और सपोर्ट स्टाफ के बिहेवियर को सफलतापूर्वक प्रभावित करते हैं. इन लोगों को एक क्लिनिकल फार्मासिस्ट और प्रोफेसर ऑफ़ फार्मेसी के तौर पर दोहरी भूमिका निभानी पडती है.
फार्मेसी टेक्नीशियन
फार्मेसी टेक्नीशियन एक ऐसा हेल्थ केयर प्रोवाइडर होता है जो फार्मेसी से संबंधित विभिन्न काम करता है. आमतौर पर फार्मेसी टेक्नीशियन किसी लाइसेंस प्राप्त फार्मासिस्ट के अधीन काम करता है. फार्मेसी टेक्नीशियंस अधिकतर विभिन्न ग्रुप्स, रिटेल और हॉस्पिटल फार्मेसीज़ में काम करते है लेकिन ये पेशेवर फार्मास्यूटिकल मैन्युफैक्चरर्स, थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कंपनियों, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर कंपनियों, सरकारी फर्म्स और पेशेंट्स को ड्रग्स प्रिस्क्रिप्शन समझाने और विभिन्न मेडिकल डिवाइसेज के इस्तेमाल के बारे में इंस्ट्रक्शन देने जैसे काम भी कर सकते हैं. भारत में मेडिकल कॉलेजेज़ सीपीआर (MCCPR) फार्मेसी टेक्नीशियन को पूरी ट्रेनिंग उपलब्ध करवाते हैं. फार्मेसी में इंटर्नशिप पूरी करने के साथ प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी एक फार्मेसी टेक्नीशियन के तौर पर रोज़गार प्राप्त करने के लिए जरुरी ट्रेनिंग का हिस्सा है.
भारत की टॉप फार्मास्यूटिकल कंपनियां
अब हम आपके लिए भारत की टॉप फार्मास्यूटिकल कंपनियों की एक लिस्ट पेश कर रहे हैं:
• सन फार्मास्यूटिकल
• लूपिन लिमिटेड
• डॉ. रेड्डी लैबोरेट्रीज़
• सिप्ला
• कैडिला फार्मास्यूटिकल्स लिमिटेड
• दिवि'स लेबोरेटरीज़
• ऑरोबिंदो फार्मा
• पिरामल एंटरप्राइज़
• टोरेंट फार्मास्यूटिकल्स
• ग्लैक्सोस्मिथ क्लाइन फर्मास्यूटिकल्स लिमिटेड
जॉब, इंटरव्यू, करियर, कॉलेज, एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स, एकेडेमिक और पेशेवर कोर्सेज के बारे में और अधिक जानकारी प्राप्त करने और लेटेस्ट आर्टिकल पढ़ने के लिए आप हमारी वेबसाइट www.jagranjosh.com पर विजिट कर सकते हैं.
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