SBI PO परीक्षा 2018 के जुलाई के माह में आयोजित होने वाली है। यह कहना गलत नहीं होगा कि यह बैंकिंग क्षेत्र में सबसे प्रतिष्ठित और लोकप्रिय परीक्षाओं में से एक है। देश के सबसे बड़े कमर्शियल बैंक में एक अधिकारी बनने के लिए हर वर्ष लाखों उम्मीदवार इस परीक्षा में सम्मिलित होते हैं।
पिछले कुछ वर्षो के आंकड़ों के मुताबिक बैंकिंग भर्ती परीक्षाओ में शामिल होने वाले तथा क्रैक करने वाले छात्रों में से 50% से अधिक उम्मीदवार इंजीनियरिंग बैकग्राउंड के हैं। यदि आप किसी भी बैंक के नए भर्ती बैच अर्थात् फ्रेशर बैच के इंडक्शन ट्रेनिंग में भाग लेते हैं, तो आप पाएंगे कि बहुसंख्यक छात्र इंजीनियरिंग पृष्ठभूमि से हैं। यह इंजिनियरर्स के लिए एक अच्छा संकेत हैं।
SBI PO 2018: परीक्षा का पैटर्न
SBI PO 2018 को तीन चरणों में आयोजित किया जाएगा और एक चरण को पास करने के बाद आप अगले चरण में शामिल होने के लिए पात्र होंगे।
- प्रारंभिक परीक्षा (कुल 100 अंक)
- मुख्य परीक्षा (कुल अंक 250)
- समूह चर्चा और साक्षात्कार (कुल अंक 50)
प्रारंभिक परीक्षा में प्राप्त अंकों को अंतिम मेरिट सूची के लिए गिना नहीं जाएगा। अंतिम मेरिट सूची मुख्य परीक्षा और व्यक्तिगत साक्षात्कार में प्राप्त अंको के आधार पर तैयार की जाएगी। परीक्षा में पांच विषय से प्रश्न पूछे जायेगे:
- डेटा इंटरप्रिटेशन और क्वांटिटेटिव एप्टीटुड (Quantitative Aptitude and data interpretation)
- अंग्रेजी भाषा (English language)
- रीजनिंग एबिलिटी (Reasoning ability)
- सामान्य जागरूकता (General Awareness with a special focus on the banking industry)
- कंप्यूटर जागरूकता (Computer awareness)
इन विषयों में, सामान्य जागरूकता और कंप्यूटर केवल मुख्य परीक्षा में होंगे जबकि बाकी विषय दोनों चरणों अर्थात् प्रेलिम्स और मेन्स में होंगे। मुख्य परीक्षा में वर्णनात्मक अंग्रेजी का भी एक सेक्शन होगा।
अब जब आप पाठ्यक्रम के साथ परीक्षा के पैटर्न को जानते हैं, तो अगला स्टेप विषयों को समझना और तदनुसार योजना बनाना है।
डेटा इंटरप्रिटेशन और क्वांटिटेटिव एप्टीटुड
चूंकि हम यहां इंजीनियरिंग छात्रों की बात कर रहे हैं, स्वाभाविक है आप सभी डेटा इंटरप्रिटेशन और क्वांटिटेटिव एप्टीटुड से अच्छी तरह वाकिफ़ होंगे। प्रीलिम्स परीक्षा में मुख्य रूप से क्वांटिटेटिव एप्टीटुड से प्रश्न पूछे जाते है जबकि मुख्य परीक्षा डेटा इंटरप्रिटेशन पर आधारित होती है।
एक बार सभी अध्यायों को पढने के बाद आपको परीक्षा होने तक सिर्फ प्रैक्टिस करनी है। इंजीनियरिंग छात्रों इस विषय से सम्बंधित एक बार ध्यान में रखनी चाहिए कि इस विषय को आप अपना सबसे मजबूत विषय बनाये और कभी भी यह सोच कर ओवर कॉन्फिडेंस न दिखाए कि आप इस विषय से अच्छी तरह परिचित हैं। निश्चित समय-सीमा में सभी प्रकार के प्रश्नों का अभ्यास करते रहें।
SBI PO परीक्षा 2018 की तैयारी के लिए सर्वश्रेष्ठ समाचार चैनल
रीजनिंग एबिलिटी (Reasoning ability)
रीजनिंग एबिलिटी भी एक ऐसा विषय है जिसमे इंजीनियरिंग छात्रों से अच्छा स्कोर करने की उम्मीद की जाती है। हालांकि, इस विषय में भी आपको अति-आत्मविश्वास अर्थात ओवर कॉन्फिडेंस से बचना चाहिए ।
इंजीनियरिंग छात्रों होने के नाते आप इस विषय को कम समय में अच्छी तरह से तैयार कर सकते है। पिछले वर्षों में आने वाले प्रश्न पत्रों के माध्यम से प्रश्नों का पैटर्न और कठिनाई स्तर के बारे जाने और यह भी जांचें कि आपको क्या कुछ नया सीखना है। यदि आप सभी टॉपिक्स के साथ अच्छी तरह से वाकिफ हैं, तो आपके लिए सिर्फ के चीज़ बचती है वह है कि जितना हो सके उतना अभ्यास करे। साथ ही यह सुनिश्चित करें कि आप सभी विषयों में अपना 100% दे रहे हैं।
अंग्रेजी भाषा (English language)
यह विषय आप में से कुछ के लिए पसंदीदा हो सकता है लेकिन हो सकता है कुछ छात्रों के लिए यह एक अत्यंत कठिन विषय हो। अंग्रेजी भाषा को मुख्य रूप से दो भागों में विभाजित किया जा सकता है हैं- व्याकरण (ग्रामर) और वोकेबुलरी।
ग्रामर के लिए रेन एंड मार्टिन (Wren and Martin) या एस पी बक्षी (SP Bakshi) की बुक से आपको बहुत सहायता मिल जाएगी। एस पी बक्षी की किताब मुख्य रूप से रिविजन के लिए जानी जाती है इस किताब से कम समय में आप रिविजन कर सकते है।
हर चैप्टर को पढने के बाद सम्बंधित प्रश्नों की अच्छी तरह से प्रैक्टिस करे। एक बार जब आप सभी टॉपिक्स के कॉन्सेप्ट्स को अच्छी तरह से समझ जाते है तो आप परीक्षा में पूछे गये किसी भी तरह के प्रश्न को हल कर सकते हैं। इसके अलावा, विभिन्न वेबसाइटों द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे मॉक टेस्ट भी नियमित रूप से हल करें।
वोकेबुलरी के लिए, मुख्य रूप से आपको वर्ड स्टॉक (word stock) को मजबूत करना होगा और यह नियमित आधार पर अंग्रेज़ी समाचार पत्र पढ़कर किया जा सकता है। किसी भी स्टैण्डर्ड समाचार पत्र जैसे ‘द हिंदू’, ‘द इकोनॉमिक टाइम्स’, ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’,‘बिजनेस स्टैंडर्ड’ आदि नियमित रूप से पढ़े और पढ़े हुए नए शब्दों का उपयोग करने की कोशिश करें।इसके लिए आप नए शब्दों से वाक्य बनाने की प्रैक्टिस करे।
इसी समय से ही यह शुरु करे और परीक्षा होने तक नियमित रूप से, आप अंग्रेजी के इस हिस्से में अपने ज्ञान को लेकर स्वयं ही बदलाव महसूस करेंगे। इस अभ्यास का एक अन्य लाभ यह है कि आप उन शब्दों के प्रासंगिक अर्थ को समझना सीखेंगे जो आपको रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन के प्रश्नों को हल करने भी मदद करेगा। वोकेबुलरी का कोई अंत नहीं है इसलिए नए शब्द सीखने को अपनी एक रुचि बनाने का प्रयास करे।
सामान्य जागरूकता और कंप्यूटर ज्ञान
सामान्य जागरूकता एक ऐसा खंड है जो आप में से अधिकतर छात्रों के लिए एक नया विषय हो सकता है और यही वजह है कि इसमें आपको व्यापक तैयारी की आवश्यकता होती है। इस खंड को तीन भागों स्थिर जीके (static GK), बैंकिंग जागरूकता (Banking awareness) और करंट अफेयर्स (current affairs) में विभाजित किया जा सकता है।
स्थिर जीके और बैंकिंग जागरूकता के लिए किसी भी अच्छी किताब या ऑनलाइन स्रोत से पढना ही पर्याप्त नहीं है बल्कि इसे नियमित आधार पर रिवाइज करना अत्यंत आवश्यक है। कई वेबसाइटें हैं जो आपको करंट अफेयर्स के अपडेट नियमित रूप से उपलब्ध कराती हैं। उन्हें पढने के बाद उन पृष्ठों को अपने कंप्यूटर में बुकमार्क करें ताकि आप उन पृष्ठों पर वापस जा सकें। एक महीने के करंट अफेयर्स को पढने के बाद एक दिन पढ़ी गयी जानकारी को रिवाइज करने का निश्चित करें।
कंप्यूटर आपके सभी के लिए बहुत आसान है क्योंकि आप पहले ही इस विषय के बारे में अपने इंजीनियरिंग के दिनों में काफी कुछ पढ़ चुके है। फिर भी, किसी भी बेसिक बुक से आप इसका रिविजन कर सकते है।
समूह चर्चा और व्यक्तिगत साक्षात्कार (Group Discussion and Personal Interview)
यह SBI PO भर्ती प्रक्रिया का सबसे महत्वपूर्ण और अंतिम चरण है। ग्रुप डिस्कशन के दौरान यह ध्यान रखे कि यह डिस्कशन झगड़े ये लड़ाई के लिए नहीं है अपितु किसी कंपनी के बोर्डरूम (boardroom) की तरह स्वस्थ चर्चा अर्थात् हेल्थी डिस्कशन के लिए है।
- ग्रुप डिस्कशन में अच्छे प्रदर्शन के लिए यह महत्वपूर्ण नहीं है कि आप डिस्कशन शुरू करें लेकिन यह अवश्य सुनिश्चित करें कि आप दिए गए टॉपिक के बारे में प्रासंगिक बातें/ तथ्य कहें।
- एक ही बात को बार-बार न दोहराएं। यदि आप किसी साथी उम्मीदवार द्वारा कहे गये किसी बात या तथ्य से सहमत नहीं है और उसका विरोध करना चाहते हैं, तो अपनी बात को तर्क और तथ्यों के साथ प्रस्तुत करें। बहुत तेज़ आवाज़ में बात करने से बचें। अपने तर्क को विनम्रता के साथ रखें।
व्यक्तिगत साक्षात्कार अर्थात् पर्सनल इंटरव्यू मुख्य रूप से उम्मीदवार के स्वभाव अर्थात् मनोदशा को समझने के लिए लिया जाता है। पर्सनल इंटरव्यू में अपने आप को वास्तविक रूप में प्रस्तुत करे और कुछ भी दिखावा न करें। यह याद रखें की इंटरव्यू पैनल में मौजूद सभी लोग आपसे बहुत ज्यादा अनुभवी है। बस अपने बायो-डेटा लिखी सभी चीजों पर प्रश्न तैयार करके जाये। आपसे अधिकांश प्रश्न आपके बायो-डाटा के आधार पर ही पूछे जायेंगे।
- इंटरव्यू होने के दिन तक की बैंकिंग उद्योग और सम्बन्धित समाचार पढ़ कर जाये। जिस बैंक का आप इंटरव्यू देने जा रहे है उसके बारे में भी पढ़ कर जाए।
- इसके अलावा, जिस ब्रांच में अपने इंजीनियरिंग की है उस विषय को भी पर्याप्त रिवाइज करके जाये।
- हर परिस्थिति में विनम्र रहे। साक्षात्कारकर्ता आपके धैर्य का परीक्षण लेने के लिए आपके बायो-डाटा में से किसी भी चीज़ के बारे में कुछ ग़लत टिप्पणी करने का प्रयास करते हैं, परन्तु आप अपना धैर्य बनाये रखें।
यह इंटरव्यू आपके धैर्य और वास्तविक जीवन परिदृश्य प्रेशर हैंडल करने की क्षमता का परीक्षण है। और यदि आप साक्षात्कार में सभी प्रश्नों का उत्तर देने में असमर्थ हैं, तो यह भी पूरी तरह से ठीक है क्योंकि साक्षात्कारकर्ता शत-प्रतिशत सही उत्तर की उम्मीद भी रखते। लेकिन यह प्रयास अवश्य करे कि जिन प्रश्नों का उत्तर दे रहें हो वह सही हो।
SBI PO 2018 आप सभी के लिए एक सुनहरा मौका है; इस मौके का उपयोग करे। यह सुनिश्चित करें कि आप परीक्षा होने तक यथासंभव फिट रहे और प्रैक्टिस करते रहें। बस याद रखें कि प्रैक्टिस ही आपको परिपूर्ण बना सकती है। आश्वस्त रहें और चुनौती के लिए तैयार रहें।
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