JEE Main की परीक्षा में केवल बहुवैकल्पिक प्रश्न (MCQ) पूछे जाते हैं. Subjective प्रश्नों की तुलना में MCQs को हल करना ज़्यादा आसान होता है, क्योंकि इन प्रश्नों को step wise solve नहीं करना पड़ता. किसी भी प्रश्न में गलत विकल्पों को हटाने का सबसे आसान तरीका होता है Elimination Process. इस लेख में हम बताएँगे कि कैसे Elimination process की सहायता से विद्यार्थी गलत विकल्पों को आसानी से हटा सकते हैं.
(a) Dimensions को check करें:
इस तरीके का प्रयोग हम Physics के पेपर में कर सकते हैं जैसे अगर हमें किसी प्रश्न में time period की सही equation के बारे में पूछा गया है और हम जानते है कि time period का dimension seconds होता है तो इससे अब जिस भी विकल्प में उत्तर के साथ seconds लगा होगा वह उत्तर सही होगा.
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इस प्रश्न को हल किये बिना ही हम पहले दो विकल्पों को eliminate कर सकते हैं, क्योंकि प्रश्न में emf निकालने के लिए बोला गया है और emf का dimension M1L2T-3I-1 और पहले दो विकल्पों का dimension M1L3T-3I-1.
(b) Assumptions method का उपयोग करें:
कुछ प्रश्नों में हम variables के स्थान पर कुछ values का इस्तिमाल करके सही विकल्प चुन सकते हैं. ऐसा करने से प्रश्न आसान भी हो जाएगा और हमे पूरा solution भी नहीं करना पड़ेगा. यह भी एक महत्वपूर्ण तरीकों में से एक है.
इस प्रश्न को हल करने के लिए हम ϴ का मान 45० मान सकते है. ϴ की जगह 45० रखने पर हमे प्रश्न में दिए गए त्रिकोणमिति अभिव्यक्ति का मान 1 मिलेगा. अब हम यह चेक कर सकते हैं कि कौन से विकल्प में ϴ का मान 45० रखने पर हम 1 मिल रहा है. जिस भी विकल्प में हमें 1 मिलेगा वह विकल्प ही सही उत्तर होगा.
(c) विकल्प से शुरुआत करें:
कभी कभी विकल्प से शुरुआत करना भी सही विकल्प चुनने में सहायता करता है. जैसे की अगर हमें किसी प्रश्न में कोई linear equation दी गयी है और हमें किसी variable की value निकालनी है तो हम दिये गए विकल्पों को उपयोग करके सही विकल्प चुन सकते हैं.
इस प्रश्न में अगर हम x की जगह 1 रखेंगे तो प्रश्न में दिया समीकरण सही साबित हो जाएगा. जिससे हमें बड़ी ही आसानी से सही उत्तर मिल जाएगा.
(d) सबसे कम और सबसे अधिक outliers को हटा दें:
outliers का मतलब होता है ऐसे विकल जिनमें extreme values दी गयी हैं. किसी भी प्रश्न का सही विकल्प ना तो extreme maximum value हो सकती है और ना ही extreme minimum value. इसलिए प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे गए प्रश्नों में हम extreme values को neglect कर देते हैं. 70 प्रतिशत मामलों में सबसे ज्यादा और सबसे कम value वाले विकल्प सही नहीं होते.
निष्कर्ष:
ऊपर दिये गए तरीकों का इस्तिमाल करके छात्र JEE 2019 की परीक्षा में प्रश्नों का सही उत्तर पता लगा सकते हैं. किंतु छात्रों को हमेशा याद रखना चाहिए कि elimination process अंतिम तरीका है. विद्यार्थियों को यह तरीका केवल विकल्पों को eliminate करने के लिए प्रयोग करना चाहिए, क्योंकि इसका अपना दुस्प्रभाव भी है जैसे प्रश्न गलत होने पर negative marking के कारण मार्क्स कम भी हो सकते हैं. इसलिय विद्यार्थियों को कभी भी blind guess नहीं करना चाहिए.
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