एनसीईआरटी 10 साल बाद अपनी 182 किताबों को अपडेट कर रहा हैं l यह बदलाव स्पेलिंग करेक्शन, भाषा की सरलता और पुराने डाटा के अपडेट से जुड़े हुए हैं l इसके आलावा नयी किताबों में नोट बैन, GST, बेटी पढ़ाओ - बेटी बचाओ, स्वच्छता इत्यादि टॉपिक भी शामिल होंगे l मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 58 % प्रतिशत बदलाव स्पेलिंग करेक्शन और भाषा की सरलता से जुड़े हुए हैं l सभी किताबों में कुल मिलकर 1,334 बदलाव होंगे l
• अप्रैल 2018 शुरू होने से पहले उपलब्ध होंगी किताबें
एनसीईआरटी के डायरेक्टर प्रो. हृषिकेश सेनापति ने कहा है कि किताबों का कंटेंट एक महीनें में तैयार हो जाएगा और उसके बाद इसे तुरंत प्रिंट के लिए भेज दिया जाएगा और मार्च 2018 तक यह किताबें स्कूल और छात्रों के पास होंगी l प्रो. हृषिकेश सेनापति ने यह भी कहा कि अभी तक वेबसाइट पर अगले साल के लिए 2 करोड़ किताबें आर्डर की मांग हैं जो बढ़कर 13 करोड़ हो सकती हैं जिसके लिए ज़रूरी बंदोबस्त कर लिए गए हैं l
• क्या होंगे फायदे
यह किताबें बहुत समय पहले छपी थी इसलिए इनका डाटा बहुत पुराना हो चुका है, छात्र और शिक्षक अभी तक किताबों के डाटा पर कम ध्यान देते थे l नए बदलावों में अब विद्यार्थी को नया डाटा मिलेगा और यह विषय और वर्तमान स्थिति का बेहतर अनुभव देगा l
विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को भी नए अपडेट से तयारी में बहुत मदद मिलेगी l अक्सर प्रतियोगी परीक्षा में नए डाटा से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं इसलिए ऐसे में वह किताबें अब और मददगार होंगी l
मौजूदा NCERT Textbook और उनके Solutions !
• सबसे बड़ा, सवाल क्या सच में एनसीईआरटी किताबें पढ़ने का कोई फायदा है?
आप चाहे स्कूल में पढ़ाई कर रहे हो या फिर किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहें हो, लगभग सभी टीचर्स और सभी विशेषज्ञ NCERT किताबों से पढ़ने की सिफारिश करते हैं l वहीँ बहुत से विद्यार्थी एनसीईआरटी किताबें को कठिन मानते और अक्सर यह कहते मिल जाते है कि उन्हें इन किताबों से कुछ समझ नहीं आता l अब यहाँ बहुत बड़ा सवाल उठता है कि क्या NCERT किताबों से पढ़ने का कोई फायदा है या यह एक मिथ है?
इस सवाल का जवाब आपको इस आर्टिकल में मिलेगा क्या सच में एनसीईआरटी किताबें पढ़ने का कोई फायदा है?
• सीबीएसई क्यूँ देता है एनसीईआरटी पढ़ने का सुझाव?
सीबीएसई स्कूल एक तरफ विद्यार्थियों को अन्य रेफ़रेंस किताबें पढ़ने का सुझाव देते हैं, जिनमे वो पुराने डाटा और छोटी गलतियों का तर्क देते है l
वही दूसरी और सीबीएसई सिर्फ एनसीईआरटी किताबें पढ़ने को कहता है l विद्यार्थी भी अक्सर इसी सोच में रहते हैं कि बोर्ड परीक्षा में बेहतरीन परिणाम के लिए क्या करें? क्या पढ़ें? और कैसे पढ़ें?
क्या सिर्फ़ एनसीईआरटी की किताबों से पढ़ना काफी होगा या 90% या उससे ज़्यादा अंक पाने के लिए रेफरेंस बुक्स भी ज़रूरी हैं? इन सबका जवाब इस लेख में आपको मिलेगा आखिर क्यूँ सीबीएसई सभी छात्रों को एनसीईआरटी पढ़ने का देता है सुझाव? जानें ये ख़ास बातें
NCERT Solutions for:
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