REET पेपर 1 और 2 Syllabus 2024: यहाँ देखें रीट परीक्षा का एग्जाम पैटर्न,सिलेबस और डाउनलोड करें पीडीएफ

REET Level 1 and 2 Syllabus: रीट पेपर 1 और पेपर 2 का आयोजन 27 और 28  फरवरी को किया जाना है. जो उम्मीदवार परीक्षा में शामिल होने वाले हैं वे लेटेस्ट एग्जाम पैटर्न, कुल अंक, परीक्षा के लिए सिलेबस यहाँ से देख सकते हैं. ताकि उन्हें परीक्षा की तैयारी में कोई समस्या न हो.  

Feb 24, 2025, 18:06 IST
REET Syllabus 2024: रीट पेपर 1 और 2 का लेटेस्ट सिलेबस और एग्जाम पैटर्न यहाँ चेक करें
REET Syllabus 2024: रीट पेपर 1 और 2 का लेटेस्ट सिलेबस और एग्जाम पैटर्न यहाँ चेक करें

REET Syllabus 2024: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा विभाग 27 और 28 फरवरी को रीट परीक्षा 2025 आयोजित करने वाला है.  जो उम्मीदवार इस पात्रता परीक्षा में शामिल होने वाले उम्मीदवार पेपर 1 और पेपर 2 का लेटेस्ट एग्जाम पैटर्न और सिलेबस यहाँ चेक कर सकते हैं. उम्मीदवारों को परीक्षा में शामिल होने से पहले परीक्षा का लेटेस्ट सिलेबस और एग्जाम पैटर्न पता होना चाहिए ताकि परीक्षा में उनके सफल होने की संभावना बढ़ जाए.      

REET Level-1 Exam Pattern 

खण्ड- 1 

बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ 

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- II

भाषा-1 - हिन्दी/अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू /सिन्धी/पंजाबी / गुजराती (भाषा-1 का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। इस भाग में वही भाषा होगी जो शिक्षण माध्यम 'Medium of Instruction' की भाषा है। जिसका चयन ऑन-लाइन आवेदन में अंकित किया है।) 

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- III

भाषा-II हिन्दी/ अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू /सिन्धी / पंजाबी / गुजराती (भाषा-II का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। जिसका चयन ऑन-लाइन आवेदन में अंकित किया है। किन्तु यह भाषा 1 के रूप में चयनित भाषा से

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड IV

गणित

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- V

पर्यावरण अध्ययन

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

REET Level -1 प्रश्नों का स्तर एवं प्रकृति 

  • बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ प्रश्न पत्र में 6 से 11 वर्ष तक की आयु के बच्चों के पठन एवं पाठन के स्तर से सम्बन्धित शैक्षणिक मनोविज्ञान, विद्यार्थियों के विविध मानसिक स्तर, उनकी आवश्यकता, उनसे अन्तर्किया तथा अच्छे शिक्षक के गुण एवं विशेषता आदि के बारे में समझ को परखने वाले प्रश्न पूछे जायेंगे।
  • भाषा-1 के प्रश्न पत्र में आवेदन भरते समय अंकित भाषा से सम्बन्धित निपुणता की जाँच हेतु प्रश्न पूछे जायेंगे। जिसे उसने आवेदन पत्र में दर्शाया है।
  • भाषा-II का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। जिसे उसने आवेदन पत्र में दर्शाया है, किन्तु यह भाषा-1 के रूप में चयनित भाषा से भिन्न होगी। इस प्रश्न पत्र में भाषा-II की सामान्य समझ, सम्प्रेषण तथा उसकी बोधन क्षमता की परख हेतु प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  •   "गणित" तथा "पर्यावरण अध्ययन विषय के प्रश्न पत्रों में संकल्पना, समस्या निवारण क्षमता तथा विषय के अध्यापन कौशलसे सम्बन्धित प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा I से V तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शिक्षण सत्र 2024-25 के पाठ्यक्रम एवं विषय-वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक का होगा।
  • प्रश्न-पत्र का भाषा माध्यम (भाषा विषयों को छोड़कर) हिन्दी एवं अंग्रेजी में द्विभाषीय (Bilingual) होगा।

REET लेवल-2 एग्जाम पैटर्न 

खण्ड-1

बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ 

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- II 

भाषा-1 हिन्दी/अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू /सिन्धी / पंजाबी / गुजराती (भाषा-1 का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। इस भाग में वही भाषा होगी जो शिक्षण माध्यम 'Medium of Instruction' की भाषा है। जिसका चयन ऑन-लाइन आवेदन में अंकित किया है।)

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- III

भाषा-II हिन्दी/अंग्रेजी / संस्कृत/उर्दू / सिन्धी/पंजाबी / गुजराती (भाषा-II का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है। जिसका चयन ऑनलाइन आवेदन में अंकित किया है। किन्तु यह भाषा 1 के रूप में चयनित भाषा से भिन्न होगी।) 

30 बहु विकल्प प्रश्न

30 अंक

खण्ड- IV

(अ) गणित एवं विज्ञान के शिक्षक हेतु-IV (अ) गणित एवं विज्ञान विषय या 

60 बहु विकल्प प्रश्न

60 अंक

(ब) सामाजिक अध्ययन के शिक्षक हेतु IV (ब) सामाजिक अध्ययन विषय या

60 बहु विकल्प प्रश्न

60 अंक

(स) अन्य विषय के शिक्षक हेतु IV (अ) अथवा IV (ब) में से कोई एक

60 बहु विकल्प प्रश्न

60 अंक

REET प्रश्नों का स्तर एवं प्रकृति : 

  1. "बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ प्रश्न पत्र में 11 से 14 वर्ष तक की आयु के बच्चों के पठत्न एवं पाठन के स्तर से सम्बन्धित शैक्षणिक मनोविज्ञान, विद्यार्थियों के विविध मानसिक स्तर, उनकी आवश्यकता, उनसे अन्तर्क्रिया तथा अच्छे शिक्षक के गुण एवं विशेषता आदि के बारे में समझ को परखने वाले प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  2. भाषा-1 के प्रश्न पत्र में आवेदन पत्र भरते समय अंकित भाषा जिसे आवेदन पत्र में दर्शाया गया है, से सम्बन्धित निपुणता की जाँच हेतु प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  3. भाषा || का चयन आवेदन पत्र में अंकित भाषा सूची में से ही किया जाना आवश्यक है, जिसे आवेदन पत्र में दर्शाया गया है। किन्तु यह भाषा- । के रूप में चयनित भाषा से भिन्न होगीं। इस प्रश्न पत्र में भाषा- || की सामान्य समझ, सम्प्रेषण तथा उसकी बोधन क्षमता की परख हेतु प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  4. "गणित एवं विज्ञान" तथा "सामाजिक अध्ययन विषय के प्रश्न पत्रों में संकल्पना, समस्या निवारण क्षमता तथा विषय के अध्यापन कौशल से सम्बन्धित प्रश्न पूछे जायेंगे। 
  5. कक्षा 6 से 8 तक के "गणित एवं विज्ञान" विषय में समान अनुपात में 60 प्रश्न (30 प्रश्न गणित विषय के एवं 30 प्रश्न विज्ञान विषय के) तथा "सामाजिक अध्ययन" विषय में 60 प्रश्न उक्त विषय के पाठ्यक्रमानुसार पूछे जायेंगे। 
  6. बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा VI से VIII तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित शिक्षण सत्र 2024-25 के पाठ्यक्रम एवं विषय-वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन प्रश्नों का कठिनाई स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक का होगा।
  1. प्रश्न-पत्र की भाषा का माध्यम (भाषा विषयों को छोड़कर) हिन्दी एवं अंग्रेजी में द्विभाषीय (Bilingual) होगा।

REET लेवल-1 सिलेबस 

प्रश्न पत्र 1, खण्ड (1) खण्ड का शीर्षक-बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ

  • बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध 
  • वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका व्यक्तिगत विभिन्नताएँ अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक। 
  • व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन। बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ। 
  • विविध अधिगमकर्ताओं की समझ पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित-वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे। 
  • अधिगम में आने वाली कठिनाइयों 
  • समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका 
  • अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। 
  • अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक।
  •  अधिगम के सिद्धान्त एवं इनके निहितार्थ । 
  • बच्चे सीखते कैसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क 
  • अभिप्रेरणा व इसके अधिगम के लिए निहितार्थ । 
  • शिक्षण अधिगम की प्रक्रियाएँ, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ।
  • आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल
  • क्रियात्मक अनुसन्धान 
  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व ।

प्रश्न पत्र 1, खण्ड (II) खण्ड का शीर्षक: भाषा 1 हिंदी

  • एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :

 पर्यायवाची, विलोम, वाक्याशों के लिए एक शब्द, शब्दार्थ, शब्द शुद्धि । उपसर्ग, प्रत्यय, संधि और समास । संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, अव्यय । 


  • एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-

 रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना । 


  • वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध । मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिह्न।
  • भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास । 
  • भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन । 
  • भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण ।
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER -1, SECTION-(II) , ENGLISH (LANGUAGE – I)

  • Unseen Prose Passage -

Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution

  • Unseen Prose Passage

 Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison

  • Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration, Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols
  • Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching
  • Development of Language Skills, Teaching Learning Materials:

 ( Text books, MultiMedia Materials and other Resources)

  •  Comprehensive & Continuous Evaluation, Evaluation in English Language.
  • The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 1 to 5 and the text books prevailing in the current academic session 2021-22, but difficulty level of the questions will be up to the secondary (class 10) text books.

प्रश्न पत्र-1, खण्ड-(II) खण्ड का शीर्षक: भाषा-प्रथमा (1) संस्कृतम्

  • एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः 

      शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि समास-सर्वनाम-विशेषण-अव्ययेषु प्रश्नाः- 


  • एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित - बिन्दुसम्बन्धिनः प्रश्नाः- 

           रेखांकितपदेषुक्रियापद-चयन-वचन-लकार-लिंग-सन्धि-समास-विशेष्य-विशेषणज्ञान- विलोमशब्द-प्रश्नाः । 

  • लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः (लट्-लङ्-लृट्-विधिलिलकारेषु) 
  • संख्याज्ञान-माहेश्वर सूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्नाः-
  • संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः ।

                (i) संस्कृतभाषा-शिक्षण-विधयः ।   (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः । 

  • संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्) संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि।
  • संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि। 
  • संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक लिखितप्रश्नानां प्रकार-सततमूल्यांकनम् उपचारात्मकशिक्षणम् ।
  •  बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

प्रश्न पत्र 1, खण्ड (III) खण्ड का शीर्षक: भाषा 2-हिंदी

  • एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न : 

               युग्म शब्द, वाक्याशों के लिए एक शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय। 

               संधि, समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल, शब्द शुद्धि, । 

  • एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-

भाव सौंदर्य 

विचार सौंदर्य 

नाद सौंदर्य 

शिल्प सौंदर्य 

जीवन दृष्टि

  • वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध। 

मुहावरे, लोकोक्तियाँ, कारक चिह्न, अव्यय, विराम चिह्न। 

  • भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषायी दक्षता का विकास ।
  • भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन । 
  •  भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन। उपचारात्मक शिक्षण । 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER -1, SECTION-(III) , ENGLISH (LANGUAGE – II)

  •   Unseen Prose Passage 

        Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences 


  •  Unseen Poem 

Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme 


  • Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases Literary Terms Elegy, Sonnet, Short Story, Drama 
  • Basic knowledge of English Sounds and symbols. 
  • Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English (role of home language, multilingualism).
  • Methods of Evaluation, Remedial Teaching  
  • The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 1 to 5 and the text books prevailing in the current academic session 2021-22, but difficulty level of the questions will be up to the secondary (class 10) text books.

स्तर - प्रथम (Level-1) कक्षा 1 से 5 खण्ड-(IV) खण्ड का शीर्षक: गणित

  • एक करोड़ तक की पूर्ण संख्याएँ, स्थानीय मान, तुलना, गणितीय मूल संक्रियाएँ - जोड़, बाकी, गुणा, भाग; भारतीय मुद्रा। 
  • भिन्न की अवधारणा, उचित भिन्नें, समान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, मिश्र भिन्नें, असमान हर वाली उचित भिन्नों की तुलना, भिन्नों की जोड़ बाकी, अभाज्य एवं संयुक्त संख्याएं, अभाज्य गुणनखण्ड, लघुत्तम समापवर्त्य, महत्तम समापवर्तक । 
  • ऐकिक नियम, औसत, लाभ-हानि, सरल ब्याज ।
  • समतल व वक्रतल, समतल व ठोस ज्यामितिय आकृतियाँ समतल ज्यामितीय आकृतियों की विशेषतायें बिन्दु, रेखा, किरण, रेखा खण्ड, कोण एवं उनके प्रकार। लम्बाई, भार, धारिता, समय, क्षेत्रमापन एवं इनकी मानक इकाइयां एवं उनमें संबंध वर्गाकार तथा आयतकार वस्तुओं के पृष्ठ तल का क्षेत्रफल एवं परिमाप।  
  • गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति, पाठ्यक्रम में गणित की महत्ता, गणित की भाषा, सामुदायिक गणित, आंकडो का प्रबंधन । 
  • औपचारिक एवं अनौपचारिक विधियों द्वारा मूल्यांकन, शिक्षण की समस्याएं, त्रुटि विश्लेषण एवं शिक्षण एवं अधिगम से संबंधित, निदानात्मक एवं उपराचारात्मक शिक्षण। 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम एवं वर्तमान में प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

प्रश्न पत्र 1, खण्ड- (v) खण्ड का शीर्षक: पर्यावरण अध्ययन

  • परिवार - आपसी संबंध, एकल एवं संयुक्त परिवार, सामाजिक बुराईयां (बाल विवाह, दहेज प्रथा, बालश्रम, चोरी), दुर्व्यसन (नशाखोरी, धूम्रपान) और इनके व्यक्तिगत, सामाजिक एवं आर्थिक दुष्परिणाम। 
  • वस्त्र एवं आवास- विभिन्न ऋतुओं में पहने जाने वाले वस्त्र, घर पर वस्त्रों का रख-रखाव, हस्त करघा तथा पावरलूम, जीव जन्तुओं के आवास, विभिन्न प्रकार के मानव-आवास, आवास और निकटवर्ती स्थानो की स्वच्छता, आवास निर्माण हेतु विभिन्न प्रकार की सामग्री।
  •  व्यवसाय- अपने परिवेश के व्यवसाय (कपड़े सिलना, बागवानी, कृषि कार्य, पशुपालन, सब्जीवाला आदि), लघु एवं कुटीर उद्योग, राजस्थान राज्य के प्रमुख उद्योग एवं हस्तकलाएं, उपभोक्ता संरक्षण की आवश्यकता, सहकारी समितियां। 
  • हमारी सभ्यता, संस्कृति- राष्ट्रीय प्रतीक, राष्ट्रीय पर्व, राजस्थान के मेले एव त्यौहार, राजस्थान की वेशभूषा एवं आभूषण, राजस्थान का खान-पान, राजस्थान की वास्तुकला, राजस्थान के पर्यटन स्थल, राजस्थान की प्रमुख विभूतियां एवं गौरव राजस्थान की विरासत (प्रमुख दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोकदेवता । 
  • परिवहन और संचार- यातायात और संचार के साधन, सडक पर चलने और यातायात के नियम, यातायात के संकेत, संचार साधनों का जीवन शैली पर प्रभाव। 
  • अपने शरीर की देख-भाल- शरीर के बाहय अंग और उनकी साफ-सफाई, शरीर के आंतरिक भागों की सामान्य जानकारी, संतुलित भोजन की जानकारी और इसका महत्व, सामान्य रोग (आंत्रशोथ, अमीबायोसिस, मेट हीमोग्लोबिन, एनिमिया, फ्लुओरोसिस, मलेरिया, डेंगू) उनके कारण और बचाव के उपाय, पल्स पोलियो अभियान।
  • सजीव जगत - पादपों और जंतुओं के संगठन के स्तर, सजीवों में विविधता, राज्य पुष्प, राज्य वृक्ष, राज्य पक्षी, राज्य पशु, संरक्षित वन क्षेत्रों एवं वन्य जीव (राष्ट्रीय उद्यान, वन्य जीव अभयारण्य, बाघ संरक्षित क्षेत्र, विश्व धरोहर) की जानकारी, पादपों तथा जंतुओं की जातियों का संरक्षण, कृषि पद्वतियां। 
  • जल- जल, वन, नमभूमि और मरूस्थल की मूलभूत जानकारी, विभिन्न प्रकार के प्रदूषण एवं इनका नियंत्रण, जल के गुण, जल के स्त्रोत, जल प्रबंधन, राजस्थान में कलात्मक जल स्त्रोत, पेयजल व सिंचाई स्त्रोत। 
  • हमारी पृथ्वी व अंतरिक्ष- सौर परिवार, भारत के अंतरिक्ष यात्री। 
  • पर्वतारोहण- पर्वतारोहण में कठिनाईयां एवं काम आने वाले औजार, भारत की प्रमुख महिला पर्वतारोही। 
  • पर्यावरण अध्ययन के क्षेत्र एव संकल्पना- पर्यावरण अध्ययन का महत्व, समाकलित पर्यावरण अध्ययन, पर्यावरण शिक्षा के अधिगम सिद्धान्त, पर्यावरण अध्ययन का विज्ञान एवं सामाजिक विज्ञान विषयों के साथ अन्तर्सम्बन्ध एवं क्षेत्र,
  • पर्यावरणीय शिक्षा शास्त्र- संकल्पना प्रस्तुतीकरण के उपागम । क्रियाकलाप, प्रयोग/प्रायोगिक कार्य, चर्चा। समग्र एवं सतत मूल्यांकन, शिक्षण सामग्री / सहायक सामग्री, शिक्षण की समस्याएँ, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी। 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 1 से 5 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सैकण्डरी (कक्षा 10) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

REET Level 2 सिलेबस

प्रश्न पत्र ।। खण्ड-। खण्ड का शीर्षक - बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ

  • बाल विकास : वृद्धि एवं विकास की संकल्पना, विकास के विभिन्न आयाम एवं सिद्धान्त, विकास को प्रभावित करने वाले कारक (विशेष रूप से परिवार एवं विद्यालय के संदर्भ में) एवं अधिगम से उनका संबंध । वंशानुक्रम एवं वातावरण की भूमिका 
  • व्यक्तिगत विभिन्नताएँ अर्थ, प्रकार एवं व्यक्तिगत विभिन्नताओं को प्रभावित करने वाले कारक। 
  • व्यक्तित्व : संकल्पना, प्रकार व व्यक्तित्व को प्रभावित करने वाले कारक। व्यक्तित्व का मापन। 
  • बुद्धि : संकल्पना, सिद्धान्त एवं इसका मापन, बहुबुद्धि सिद्धान्त एवं इसके निहितार्थ । 
  • विविध अधिगमकर्ताओं की समझ: पिछडे, विमंदित, प्रतिभाशाली, सृजनशील, अलाभान्वित वंचित, विशेष आवश्यकता वाले बच्चे एवं अधिगम अक्षमता युक्त बच्चे। 
  • अधिगम में आने वाली कठिनाइयाँ 
  • समायोजन की संकल्पना एवं तरीके, समायोजन में अध्यापक की भूमिका 
  • अधिगम का अर्थ एवं संकल्पना। अधिगम को प्रभावित करने वाले कारक । 
  • अधिगम के सिद्धान्त (व्यवहारवाद, गैस्टाल्टवाद, संज्ञानवाद, निर्मितिवाद) एवं इनके निहितार्थ ।
  • बच्चे सीखते कैसे है। अधिगम की प्रक्रियाएँ। चिन्तन, कल्पना एवं तर्क (निर्मितिवादी उपागम, आनुभविक अधिगम, संकल्पना-मानचित्रण, अन्वेषण एवं समस्या समाधान), 
  • अभिप्रेरणा एवं इसके अधिगम के लिए निहितार्थ। 
  • शिक्षण अधिगम की प्रक्रियायें, राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा 2005 के संदर्भ में शिक्षण अधिगम की व्यूह रचना एवं विधियाँ। 
  • आकलन, मापन एवं मूल्यांकन का अर्थ एवं उद्देश्य, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण। सीखने के प्रतिफल 
  • क्रियात्मक अनुसन्धान 
  • शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 अध्यापकों की भूमिका एवं दायित्व।

प्रश्न पत्र ॥, खण्ड-II खण्ड शीर्षकः भाषा 1 हिन्दी

  • एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :- 

                  शब्द ज्ञान- तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द, पर्यायवाची, विलोम, एकार्थी शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय। 

                  संधि और समास, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, विशेष्य, अव्यय, वाक्यांश के लिए एक शब्द, शब्द शुद्धि। 


  • एक अपठित गद्यांश में से निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :-

                   रेखांकित शब्दों का अर्थ स्पष्ट करना, वचन, काल, लिंग ज्ञात करना। 

                   दिए गए शब्दों का वचन काल और लिंग बदलना, राजस्थानी शब्दों के हिन्दी रूप। 


  • वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के प्रकार, पदबंध, मुहावरे और लोकोक्तियाँ, विराम चिन्ह।
  •  भाषा की शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषा दक्षता का विकास । 
  • भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) हिंदी भाषा शिक्षण में चुनौतियाँ, शिक्षण अधिगम सामग्री, पाठ्य पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन ।
  • भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, उपलब्धि परीक्षण का निर्माण समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण । 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER-II, SECTION-II, LANGUAGE – I ENGLISH

  • Unseen Prose Passage 

       Synonyms, Antonyms, Spellings, Word-formation, One Word Substitution 

  • Unseen Prose Passage 

          Parts of Speech, Tenses, Determiners, Degrees of comparison.  

  • Framing Questions Including Wh-questions, Active and Passive Voice, Narration Knowledge of English Sounds and Phonetic Symbols 
  • Principles of Teaching English, Methods and Approaches to English Language Teaching 
  • Development of Language Skills, Teaching Learning Materials:( Text books, Multi-media Materials and other resources).  
  • Continuous and Comprehensive Evaluation, Assessment and Evaluation in Language. 
  • The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 6 to 8 and the text books prevailing in the current academic session 2021-22, but difficulty level of the questions will be up to the senior secondary (class 12) text books.

प्रश्न पत्र - II खण्ड-2 भाषा-प्रथमा - संस्कृतम्

  • एकम् अपठित गद्याशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः- 

     शब्दरूप-धातुरूप-कारक विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि समास-सर्वनाम-विशेष्य-विशेषण-अव्ययेषु प्रश्नाः। 


  • एकम् अपठितं गद्यांशम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित - बिन्दुसम्बन्धिनः व्यारकणप्रश्नाः-

 

रेखांकितपदेषु क्रियापद-चयन-वचन-लकार-लिंग- सन्धि-समास-विशेष्य-विशेषण- विलोमशब्द प्रश्नाः। 


  • लकारपरिवर्तन-प्रश्नाः। (लट्-लङ्-लृट्-लोट्-विधिल्लिकारेषु) 
  • संख्याज्ञान- उच्चारणस्थान-माहेश्वरसूत्र-सम्बन्धिनः प्रश्नाः- संस्कृतानुवादः, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्-लकारस्य) वाक्येषु प्रश्ननिर्माणम्, अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः । 
  • (i) संस्कृत-भाषा-शिक्षण-विधयः । 
  •  (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः । 
  • संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, लेखनम्) 
  •  संस्कृताध्यापनस्य अधिगमसाधनानि, पाठ्यपुस्तकानि, संप्रेषणस्य साधनानि । 
  • संस्कृतभाषा-शिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः, मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकार सततमूल्यांकनम्
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

प्रश्न पत्र ॥, खण्ड- III खण्ड शीर्षकः भाषा-॥ हिन्दी

  • एक अपठित गद्यांश आधारित निम्नलिखित व्याकरण संबंधी प्रश्न :- 
  • वर्ण विचार, वर्ण विश्लेषण, शब्द ज्ञान तत्सम, तद्भव, देशज, विदेशी शब्द, युग्म-शब्द, उपसर्ग, प्रत्यय । 
  • संधि, समास, शब्दों को शब्द कोश क्रम में लिखना, शब्दों के मानक रूप लिखना, संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण, क्रिया विशेषण, क्रिया, लिंग, वचन, काल। 
  • एक अपठित पद्यांश पर आधारित निम्नलिखित बिंदुओं पर प्रश्न :- 

                        भाव सौंदर्य 

                        विचार सौंदर्य 

                       नाद सौंदर्य 

                       शिल्प सौंदर्य 

  • जीवन दृष्टि वाक्य रचना, वाक्य के अंग, वाक्य के भेद, पदबंध, मुहावरे, लोकोक्तियाँ। कारक चिह्न, अव्यय, विराम चिह्न, राजस्थानी मुहावरों का अर्थ व प्रयोग।
  • भाषा शिक्षण विधि, भाषा शिक्षण के उपागम, भाषायी दक्षता का विकास। 
  • भाषायी कौशलों का विकास (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) शिक्षण अधिगम सामग्री-पाठय पुस्तक, बहु-माध्यम एवं शिक्षण के अन्य संसाधन । 
  • भाषा शिक्षण में मूल्यांकन, (सुनना, बोलना, पढ़ना, लिखना) उपलब्धि परीक्षण का निर्माण, समग्र एवं सतत् मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण। 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

PAPER-II, SECTION-III, LANGUAGE –II ENGLISH

  • Unseen Prose 

Passage Linking Devices, Subject-Verb Concord, Inferences  

  • Unseen Poem 

Identification of Alliteration, Simile, Metaphor Personification, Assonance, Rhyme 

  • Modal Auxiliaries, Common Idioms and Phrases, Literary Terms : Elegy, Sonnet, Short Story, Drama 
  •  Basic knowledge of English sounds and their Phonetic Symbols. 
  • Principles of Teaching English, Communicative Approach to English Language Teaching, Challenges of Teaching English: Difficulties in learning English( role of home language multilingualism) 
  • Methods of Evaluation, Remedial Teaching  
  • The criteria for multiple choice questions will be based on the syllabus prescribed by the State Government for classes 6 to 8 and the text books prevailing in the current academic session 2021-22, but difficulty level of the questions will be up to the senior secondary (class 12) text books.

प्रश्न पत्र-II खण्ड-3 भाषा-द्वितीया - संस्कृतम्

  • एकम् अपठितं गद्यांशम् आधारीकृत्य निम्नलिखित-व्याकरण-सम्बन्धिनः प्रश्नाः                                 

           शब्दरूप-धातुरूप-कारक-विभक्ति-उपसर्ग-प्रत्यय-सन्धि-समास-लकार-सर्वनाम-विशेष्य-विशेषण लिंग - अव्ययेषु प्रश्नाः 


  • एकम् अपठितं पद्यांशं वा श्लोकम् राजस्थानस्य इतिहासं कलां संस्कृतिं चाधारीकृत्य निम्नलिखित- बिन्दुसम्बन्धिनः व्याकरण प्रश्नाः सन्धि-समास-कारक-प्रत्यय-छन्द-अलंकार-विशेष्य-विशेषण-लिंगसम्बन्धिनः प्रश्नाः । 
  • संख्याज्ञान-समयज्ञान-माहेश्वरसूत्राणां सम्बन्धिनः प्रश्नाः । संस्कृतानुवादः, स्वर-व्यंजन-उच्चारणस्थानानि, वाच्यपरिवर्तनम् (लट्लकार) अशुद्धिसंशोधनम्, संस्कृतसूक्तयः । 
  • (i) संस्कृत-भाषा-शिक्षण-विधयः । 
  • (ii) संस्कृतभाषा-शिक्षण-सिद्धान्ताः । 
  •  (iii) संस्कृत शिक्षणाभिरुचिप्रश्नाः । 
  • संस्कृतभाषाकौशलस्य विकासः, (श्रवणम्, सम्भाषणम्, पठनम्, संस्कृतशिक्षणे-अधिगमसाधनानि, संस्कृतशिक्षणे संप्रेषणस्यसाधनानि, संस्कृतपाठ्यपुस्तकानि ।
  • संस्कृतभाषाशिक्षणस्य मूल्यांकन-सम्बन्धिनः प्रश्नाः, 
  • मौखिक-लिखितप्रश्नानां प्रकाराः सततमूल्यांकनम् उपचारात्मक-शिक्षणम् । 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

प्रश्न पत्र II, खण्ड - IV (a) खण्ड का शीर्षक: गणित और विज्ञान

गणित

  • घातांक : समान आधार की घातीय संख्याओं का गुणा तथा भाग, घातांक नियम। 

                          बीजीय व्यंजक : बीजीय व्यंजकों का योग, व्यवकलन, गुणा एवं भाग, सर्वसमिकाएं। 

                          गुणनखण्ड : सरल बीजीय व्यंजकों के गुणनखण्ड । 

                          समीकरण : सरल एकघातीय समीकरण। 

                          वर्ग और वर्गमूल 

                          घन और घनमूल 


  • ब्याज : सरल ब्याज, चक्रवृद्धि ब्याज, लाभ-हानि, 

                        अनुपात एवं समानुपात समानुपाती भागों में विभाजन, भिन्न। 

                         प्रतिशतता, जन्म व मृत्यु दर, जनसंख्या वृद्धि, ह्रास। 


  • रेखा तथा कोण रेखा खण्ड सरल एवं वक्र रेखाएं कोणों के प्रकार
  • समतलीय आकृतियाँ त्रिभुज, त्रिभुजों की सर्वांगसमता, चतुर्भुज तथा वृत्त, बहुभुज समतलीय आकृतियों का क्षेत्रफल एवं परिमाप त्रिभुज, आयत, समान्तर चतुर्भुज एवं समलम्ब चतुर्भुज। 
  • पृष्ठीय क्षेत्रफल तथा आयतनः घन, घनाभ एवं लम्बवृत्तीय बेलन । 
  • सांख्यिकी : आंकड़ों का संग्रह एवं वर्गीकरण, बारम्बारता बंटन सारिणी, मिलान चिह्न, स्तम्भ (बार) लेखाचित्र एवं आयत लेखाचित्र, वृत्तीय ग्राफ (पाई चित्र) । 
  • लेखाचित्र (ग्राफ): विभिन्न प्रकार के लेखाचित्र । 
  • प्रायिकता 
  • गणित की प्रकृति एवं तर्क शक्ति 
  • पाठयक्रम में गणित की महत्ता 
  • गणित की भाषा 
  • सामुदायिक गणित 
  • मूल्यांकन 
  • उपचारात्मक शिक्षण
  •  शिक्षण की समस्यायें

विज्ञान

  • सजीव एवं निर्जीव परिचय, अन्तर एवं लक्षण 
  • सूक्ष्म जीवः जीवाणु, वायरस, कवक (लाभकारी एवं अलाभकारी) 
  • सजीव- पौधे के प्रकार एवं विभिन्न भाग, पादपों में पोषण, श्वसन एवं उत्सर्जन, पादप और जंतु कोशिकाओं की संरचना और कार्य, कोशिका विभाजन 
  • मानव शरीर एवं स्वास्थ्य- सूक्ष्म जीवों से फैलने वाले रोग (क्षय रोग, खसरा, डिप्थीरिया, हैजा, टाइफाइड), रोगों से बचाव के उपाय; मानव शरीर के विभिन्न तंत्र; संक्रामक रोग (फैलने के कारण और बचाव); भोजन के स्त्रोत, भोजन के प्रमुख अवयव और इनकी कमी से होने वाले रोग, संतुलित भोजन। 
  • जन्तु प्रजनन एवं किशोरावस्था- जनन की विधियाँ लैंगिक एवं अलैंगिक, किशोरावस्था एवं यौवनारम्भ : शारीरिक परिवर्तन, जनन में हार्मोन्स की भूमिका, जननात्मक स्वास्थ्य 
  • यांत्रिकी- बल एवं गति, बलों के प्रकार (पेशीय बल, घर्षण बल, गुरुत्व बल, चुम्बकीय बल, स्थिर वैद्युत बल, आदि), गति के प्रकार (रखीय, वृत्ताकार, कम्पन, आवर्त एवं घूर्णन गति), दाब, वायुमण्डलीय दाब, उत्प्लावन बल, कार्य एवं ऊर्जा, ऊर्जा के परम्परागत तथा वैकल्पिक स्रोत, ऊर्जा संरक्षण । 
  • ताप एवं ऊष्मा - ताप एवं ऊष्मा का अभिप्राय, तापमापी, ऊष्मा संचरण।
  • प्रकाश एवं ध्वनि - प्रकाश के स्रोत, प्रकाश का परावर्तन, गोलीय दर्पण, समतल दर्पण व गोलीय दर्पण से प्रतिबिम्ब बनना, प्रकाश का अपवर्तन, लैंस एवं लैंस से प्रतिबिम्ब का निर्माण, ध्वनि, ध्वनि के अभिलक्षण, ध्वनि संचरण, ध्वनि प्रदूषण 
  • विद्युत एवं चुंबकत्व - विद्युत धारा, विद्युत परिपथ, विद्युत धारा के ऊष्मीय, चुंबकीय एवं रासायनिक प्रभाव, चुंबक एवं चुंबकत्व । 
  • विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी दैनिक जीवन में विज्ञान का महत्व, संश्लेषिक रेशे तथा प्लास्टिक संश्लेषिक रेशों के गुणधर्म एवं प्रकार, प्लास्टिक एवं इसके गुणधर्म, प्लास्टिक एवं पर्यावरण, डिटर्जेंट, सीमेंट आदि, चिकित्सा के क्षेत्र में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (एक्स किरण, सी.टी. स्कैन, शल्य चिकित्सा, अल्ट्रासाउण्ड तथा लेजर किरणें), दूरसंचार के क्षेत्र में फैक्स मशीन, कम्प्यूटर, इन्टरनेट, ई-मेल तथा वेबसाइट की सामान्य जानकारी।
  • सौर मण्डल - चन्द्रमा एवं तारे, सौर परिवार-सूर्य एवं ग्रह, धूमकेतु, तारामण्डल । 
  • पदार्थ की संरचना- परमाणु एवं अणु, परमाणु की संरचना; तत्व, यौगिक और मिश्रण; मिश्रण के अवयवों का पृथक्करण; तत्वों के प्रतीक, यौगिकों के रासायनिक सूत्र तथा रासायनिक समीकरण, भौतिक एवं रासायनिक परिवर्तन । 
  • रासायनिक पदार्थ - ऑक्साइड्स, हरित गृह प्रभाव और वैश्विक तापन, हाइड्रोकार्बन (सामान्य जानकारी), अम्ल, क्षार और लवण, ऑक्सीजन गैस, नाइट्रोजन गैस, नाइट्रोजन चक्र, कोयला, पेट्रोलियम तथा प्राकृतिक गैस।
  • कृषि प्रबंधन : कृषि पद्धतियाँ, फसलों के प्रकार व उदाहरण 
  • विज्ञान की संरचना एवं प्रकृति 
  • प्राकृतिक विज्ञान : लक्ष्य एवं उद्देश्य, प्राकृतिक संसाधन, पर्यावरण, प्रदूषण व नियन्त्रण, जैव विविधता, अनुकूलन, कचरा प्रबंधन जैव विकास विज्ञान को समझना विज्ञान की शिक्षण विधियाँ 
  • नवाचार पाठ्य सामग्री / सहायक सामग्री 
  • मूल्यांकन समाऐं, 
  • उपचारात्मक शिक्षण 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम की वर्तमान में प्रचलित सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।

प्रश्न पत्र II खण्ड IV (b) खण्ड शीर्षक : सामाजिक अध्ययन

  • भारतीय सभ्यता, संस्कृति. एवं समाज 

सिन्धु घाटी सभ्यता, वैदिक संस्कृति, जैन व बौद्ध धर्म, महाजनपदकाल। 

  • मौर्य तथा गुप्त साम्राज्य एवं गुप्तोत्तर काल

            राजनीतिक इतिहास और प्रशासन, भारतीय संस्कृति के प्रति योगदान भारत 600-1000 ईस्वी. वृहत्तर भारत 

  • मध्यकाल एवं आधुनिक काल - भक्ति और सूफी आन्दोलन, मुगल राजपूत संबंध; मुगल प्रशासन, भारतीय राज्यों के प्रति ब्रिटिश नीति, 1857 का विद्रोह, भारतीय अर्थव्यवस्था पर ब्रिटिश प्रभाव, पुनर्जागरण एवं सामाजिक सुधार, भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन (1885-1947) 
  • भारतीय संविधान एवं लोकतंत्र - भारतीय संविधान का निर्माण व विशेषतायें, उद्देशिका, मूल अधिकार एवं मूल कर्त्तव्य, सामाजिक न्याय, बाल अधिकार व बाल संरक्षण, लोकतंत्र में निर्वाचन व मतदाता जागरूकता। 
  • सरकार : गठन एवं कार्य- संसद; राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री एवं मंत्रिपरिषद् उच्चतम न्यायालय, राज्य सरकार पंचायती राज एवं नगरीय स्व-शासन (राजस्थान के विशेष संदर्भ में), जिला प्रशासन व न्याय व्यवस्था। 
  • पृथ्वी एवं हमारा पर्यावरण सौर मण्डल, अक्षांश, देशान्तर, पृथ्वी की गतियां, वायुदाब एवं पवनें, चक्रवात एवं प्रति चक्रवात, महासागरीय परिसंचरण, ज्वालामुखी, भूकम्प, पर्यावरणीय समस्याएं एवं समाधान। 
  • भारत का भूगोल एवं संसाधन- भू-आकृति, प्रदेश, जलवायु, प्राकृतिक वनस्पति, वन्य जीवन, बहुउद्देशीय, नदी घाटी परियोजनाएँ, मृदा, कृषि फसलें, उद्योग, खनिज, परिवहन, जनसंख्या, मानव संसाधन, विकास के आर्थिक एवं सामाजिक कार्यक्रम।
  • राजस्थान का भूगोल- एवं संसाधन भौतिक प्रदेश, जलवायु एवं अपवाह प्रणाली, झीले, मृदा जल संरक्षण एवं संग्रहण, कृषि फसलें, खनिज एवं ऊर्जा संसाधन, राजस्थान की प्रमुख नहरें एवं नदी घाटी परियोजनाऐं, परिवहन, उद्योग एवं जनसंख्या, पर्यटन स्थल, वन एवं वन्य जीवन । 
  • राजस्थान का इतिहास प्राचीन सभ्यताएँ एवं जनपद, राजस्थान के प्रमुख राजवंशों का इतिहास, 1857 की क्रांति में राजस्थान का योगदान, राजस्थान में प्रजामण्डल जनजातीय व किसान आंदोलन, राजस्थान का एकीकरण, राजस्थान के प्रमुख व्यक्तित्व । 
  • राजस्थान की कला व संस्कृति राजस्थान की विरासत (दुर्ग, महल, स्मारक) राजस्थान के मेले, त्योहार एवं लोक कलाएं, राजस्थान की चित्रकला, राजस्थान के लोक नृत्य एवं लोक नाट्य, लोक देवता, लोक संत, लोक संगीत एवं संगीत वाद्य यंत्र, राजस्थान की हस्तकला एवं स्थापत्य कला, राजस्थान की वेशभुषा एवं आभूषण राजस्थान की भाषा एवं साहित्य । 
  • शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे । सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन की संकल्पना एवं प्रकृति; कक्षा-कक्ष की प्रक्रियाएँ, क्रियाकलाप एवं विमर्श; सामाजिक विज्ञान/सामाजिक अध्ययन के अध्यापन की समस्याएँ; समालोचनात्मक चिन्तन का विकास; 
  • शिक्षाशास्त्रीय मुद्दे-॥ पृच्छा/आनुभाविक साक्ष्य, शिक्षण अधिगम सामग्री एवं सहायक सामग्री, सूचना एवं संचार प्रोद्यौगिकी प्रायोजना कार्य, सीखने के प्रतिफल, मूल्यांकन । 
  • बहु विकल्प प्रश्नों का मापदण्ड कक्षा 6 से 8 तक के राज्य सरकार द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम सत्र 2021-22 पाठ्य पुस्तकों एवं पाठ्य वस्तु के आधार पर होगा, लेकिन कठिनाई का स्तर सीनियर सैकण्डरी (कक्षा 12) तक की पाठ्य पुस्तकों का होगा।
Sonal Mishra
Sonal Mishra

Senior Content Writer

Sonal Mishra is an education industry professional with 6+ years of experience. She has previously worked with Dhyeya IAS and BYJU'S as a state PCS and UPSC content creator. She participated UPPCS mains exam in 2018.and is a postgraduate in geography from CSJMU Kanpur. She can be reached at sonal.mishra@jagrannewmedia.com

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