कॉलेज में पढ़ाई करते वक्त ज्योंही छात्र फाइनल ईयर में आते हैं हर किसी को अपने प्लेसमेंट की चिंता सताने लगती है. इसे लेकर अधिकांश छात्र टेंशन में आ जाते हैं. कई तरह के विचार उनके मन मस्तिष्क में कौंध रहे होते हैं,जैसे कौन सी कंपनी प्लेसमेंट के लिए आएगी? किन किन को सफलता मिलेगी? इन्टरव्यू में कौन से लोग होंगे तथा इस दौरान किस तरह के सवाल पूछे जायेंगे? आदि आदि. ये सभी सवाल एक उलझन पैदा करते हैं तथा विद्यार्थियों को लक्ष्य से भटका देते हैं. इसके साथ ही साथ घर परिवार का भी अपना एक अलग दबाव होता है. इन सभी मुश्किलों से निबटने का सबसे आसान तरीका है प्लेसमेंट इन्टरव्यू के लिए जमकर तैयारी कर उसमें शत प्रतिशत सफलता की गारंटी हेतु अपने आप को पूरी तरह तैयार करना. इसलिए आगे प्लेसमेंट इन्टरव्यू में सफलता प्राप्ति के कुछ उपाय बताये जा रहे हैं –
अपना सी.वी दुरुस्त रखें
ध्यान दीजिये आपका सी.वी आपके विषय में सबकुछ बड़े स्पष्ट शब्दों में कहता है. यह आपके बारे में बहुत कुछ बता देता है. इसमें अपनी प्रमुख उपलब्धियों को बोल्ड हेडिंग के साथ दर्शाइए. अगर आपका फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया पर अकाउंट हो तो वहां से भी ऐसी जानकारियां जो आपके जॉब के लिए हानिकारक हो सकती हैं, को डिलीट कर दें. कोशिश करें कि आपका बायोडाटा बहुत बड़ा होने की बजाय छोटा तथा आवश्यक योग्यताओं और उपलब्धियों को अपने अन्दर समाहित करने वाला हो. सीवी बनाने का सबसे बेहतरीन तरीका ये है कि यह सिर्फ एक पेज का हो तथा इसमें आपकी प्रोफेशनल तथा एकेडमिक योग्यता का वर्णन हो.
नियोक्ता कंपनी के विषय में पूर्ण जानकारी रखें
किसी भी प्लेसमेंट इन्टरव्यू में जाने से पहले उस नियोक्ता कंपनी की पूरी डिटेल जान लें अर्थात उसके विषय में पूर्ण जानकारी हासिल कर लें. ऐसा करके कंपनी के विषय में पूछे जाने वाले लगभग सभी सवालों का जवाब आप बड़ी आसानी से देकर अपने सेलेक्शन को कुछ हद तक निश्चित कर सकते हैं.
अनजाने में की जाने वाली गलतियों के प्रति सावधान रहें
अक्सर छात्र इन्टरव्यू हॉल में प्रवेश करने के उपरांत अनजाने में बहुत सारी गलतियां कर बैठते हैं. इन्टरव्यू लेने वाले के साथ आँख से आँख मिलाकर बात करें. हमेशा विनम्र, अनुशासन युक्त और सहनशील बने रहने की कोशिश करें. अक्सर इन्टरव्यू लेने वाले कुछ अटपटे से सवाल पूछकर आपके पेशेंस की जाँच करते हैं. हर परिस्थिति में नर्वस तथा कैजुअल होने से बचें. ओवर कॉन्फिडेंस की वजह से भी कभी कभी बात बिगड़ जाती है. इसलिए कॉंफिडेंट रहें ओवर कॉंफिडेंट नहीं.
सही गेस्चर, पोस्चर तथा ड्रेसिंग सेन्स
इन्टरव्यू में आपकी प्रेजेंटेशन आपके नॉलेज से ज्यादा मायने रखती है. इसलिए अपने गेस्चर, पोस्चर तथा बॉडी लैंग्वेज का पूरा पूरा ख्याल रखें. अपने ड्रेसिंग सेन्स से भी इन्टरव्यू लेने वाले को प्रभावित करने की कोशिश करें. ज्यादातर मामलों में फॉर्मल ड्रेस ही पहनें. सूट या फिर कोट पैंट पहनने की अनिवार्यता हर इन्टरव्यू में नहीं होती है. इन्टरव्यू लेने वालों के साथ उत्साह के साथ मिलें तथा मुस्कुराते हुए उनका अभिवादन करें. आपके हांथ मिलाने के अंदाज से ही आपके व्यक्तित्व का थोड़ा बहुत अंदाजा लगाया जा सकता है.
अपने नए जॉब को लेकर उत्साहित रहें तथा उसे करने में अपनी रूचि दिखाएँ
इन्टरव्यू के कुछ ही मिनटों के दौरान आपको यह सिद्ध करना होता है कि आपको उस जॉब में बहुत रूचि है तथा आपको उसकी आवश्यक्ता भी है. आपके इस व्यवहार से इंटरव्यू लेने वाला व्यक्ति इस बात को लेकर आश्वस्त हो सकता है कि आपकी प्राथमिकताएं अभी हाल फिलहाल बदलने वाली नहीं हैं.जॉब मिलने के बाद उसे आप बहुत जल्दी नहीं छोड़ेंगे. अगर कंपनी ट्रेनिंग के दौरान आप पर कुछ इन्वेस्ट करती है,तो वह व्यर्थ नहीं जायेगा. एक बात हमेशा ध्यान में रखना चाहिए कि आपको उनकी जितनी जरूरत है, उतनी ही उनको भी आपकी जरूरत है. इसलिए अधीर होने से बचें तथा किसी प्रश्न का जवाब देने में जल्दबाजी नहीं करें.
अपने सब्जेक्ट में मास्टरी रखने के बावजूद भी सीखने वाला एटीट्यूड रखें
जीवन में सफलता प्राप्ति के लिए जिस विषय में आपकी रूचि है या फिर जो विषय आप पढ़ते हैं उसमें अवश्य मास्टरी रखें लेकिन जरुरत पड़ने पर अपने अड़ियल रवैये को छोड़कर सीखने वाला एटीट्यूड दर्शायें ताकि इन्टरव्यू लेने वाला यह समझ सके कि आपको नित्य नई-नई चीजें सीखने का जुनून है. आप हर क्षेत्र में कुछ नया इन्नोवेशन करने की इच्छा रखते हैं. अगर किसी विषय को लेकर आपका और इन्टरव्यू लेने वाले का विचार बिलकुल अलग हो तो आप अपने विचार पर टिके रहें तथा तर्कक्षमता से सामने वाले को समझाने की कोशिश करें. लेकिन समझाने के बावजूद भी अगर सामने वाला आपको सुनने या समझने को तैयार न हो,तो आप उस मुद्दे को छोड़कर आगे बढ़ जाइए या फिर यह कहकर कि हो सकता है मैं गलत हूँ आगे बढ़ जाइए. ध्यान रखिये उस समय आपका मकसद एक नौकरी पाना होता है न कि सामने वाले को ज्ञान देना.
फर्स्ट और लास्ट इम्प्रेशन को प्रभावशाली बनाने की कोशिश करें
इन्टरव्यू के शुरूआती कुछ क्षण इन्टरव्यू लेने वाले के मन पर अपना फर्स्ट इम्प्रेशन बनाने के लिए काफी होता है. शुरूआती कुछ क्षणों में ही इन्टरव्यू लेने वाला बहुत हद तक यह जानने में सक्षम हो जाता है कि आप उस जॉब के लिए फिट हैं या नहीं. अतः शुरुआत के कुछ पलों में आप सहज रहते हुए मधुर स्वर में बोलते हुए अपना बॉडी लैंग्वेज सकारात्मक रखें, चेहरे पर देखते हुए बात करें. हो सके तो अपने विचारों को बहुत बेहतर तरीके से रखें. आपके हिसाब से भले ही आपका इन्टरव्यू अच्छा नहीं गया हो तथा आपके प्रति उनका रवैया सकारात्मक नहीं रहा हो आप अंत में जाते समय उन्हें धन्यवाद ज्ञापित करना हरगिज न भूलें.
अप्रत्यक्ष रूप से अपनी कमजोरी को भी एक गुण के रूप में प्रदर्शित करें
हर इन्टरव्यू में उम्मीदवार से उसके मेरिट और डीमेरिट के बारे में पूछा जाता है. मेरिट बताने में तो आपको कोई समस्या नहीं होती है, समस्या तो तब होती है जब आपको अपना कोई अवगुण बताना होता है. यूँ तो इस दौरान अपनी कोई कमी बतायी नहीं जानी चाहिए लेकिन अगर बतानी ही पड़े तो कुछ ऐसी कमजोरियों का जिक्र करें जो आगे चलकर आपकी मेरिट सिद्ध हो. जैसे मैं काम में लापरवाही बर्दास्त नहीं कर सकता, समय की बर्बादी मुझे बिलकुल पसंद नहीं आदि.
कंपनी के फ्यूचर से जुड़े सवाल करें
अगर इंटरव्यूअर आपसे कुछ सवाल पूछने को कहता है,तो आप उनसे यह पूछने की कोशिश करें कि कंपनी का भविष्य आगे कैसा है ? इसके लिए किस तरह की नीतियाँ बनायी गयी हैं ? इससे उन्हें इस बात का एहसास हो सकता है कि आप कंपनी के साथ कुछ लम्बे अरसे तक जुड़ने की इच्छा रखते हैं तथा आपका चयन कंपनी के लिए फायदे का सौदा है.
टेंशन पर नियन्त्रण रखें
अक्सर ऐसा देखने में आता है कि ज्यादातर छात्र इन्टरव्यू को लेकर बहुत टेंशन में होते हैं.लेकिन इस पर हमेशा काबू करने की कोशिश करनी चाहिए. चूँकि यह एक स्वाभाविक प्रक्रिया है,इसलिए इससे घबराना नहीं चाहिए तथा इसे नियंत्रण में रखने की कोशिश करनी चाहिए. हो सके तो थोड़ी देर के लिए मन को शांत करने वाला कोई प्राणायाम कर लें. इस दौरान आपको अपना बेस्ट देने की कोशिश करनी चाहिए.
अतः अगर चाहते हैं प्लेसमेंट इन्टरव्यू में शत प्रतिशत सफलता तो इन बातों पर जरुर गौर करें.
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