हर विद्यार्थी अपनी कक्षा में अच्छे से अच्छे अंक प्राप्त करके अपने अकादमिक रिकॉर्ड को बेहतरीन बनाना चाहता है ता कि आगे चलके चाहे किसी अच्छे कॉलेज में एडमिशन लेने के दौरान या पढ़ाई ख़त्म होने के बाद नौकरी की तलाश करते दौरान, उसके अच्छे अकादमिक रिकॉर्ड की वजह से हर जगह बाकी कैंडिडेट्स के मुक़ाबले उसे प्राथमिकता मिल सकेl पढ़ाई में बेहतरीन प्रदर्शन के लिए मेहनत के साथ-साथ सही तकनीक और रणनीति अपनाना बेहद ज़रूरी हैl यहाँ इस लेख के माध्यम से हम छात्रों को कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण टिप्स बतायेंगे जिनको अपनाने से वे अपनी अकादमिक परफॉरमेंस को लाजवाब तरीके से एक्सेल कर पाएंगे और हर परीक्षा में उच्चतम अंक प्राप्त कर पाएंगेl
पढ़ाई में कैसे बढ़ाएं रूचि और कैसे रहें एकाग्रित व व्यवस्थित? ये स्टडी टिप्स ज़रूर करेंगे आपकी मदद
आइए जानते हैं सफ़ल अकादमिक करियर के लिए किस तरह करें अपनी अकादमिक परफॉरमेंस को एक्सेल:
1. सबसे पहले अपने स्टडी गोलज़ निधारित करें
गोल यानि लक्ष्य वो चीज़ है जिस तक पहुँचने के लिए आप हमेशा इच्छुक होते हो और उसी ओर निरंतर मेहनत भी करते होl इसलिए पढ़ाई में सफ़लता हासिल करने के लिए भी आपको एक ख़ास लक्ष्य निर्धारित कर लेना चाहिएl हर बार स्कूल में नया सेशन शुरू होते ही अपने आप से एक सवाल कीजिए कि, “इस बार मुझे कहाँ तक पहुंचना है?” उदाहर्ण के तौर पर अगर आपने पिछली क्लास में या पिछले एग्जाम में 70% अंक हासिल किए थे तो इस बार 80% का लक्ष्य लेकर चलिए या इससे ज़्यादाl
दिमाग में अगर एक लक्ष्य प्राप्ति का बोध रहेगा तो आप उसके लिए सामान्य से ज़्यादा मेहनत करने के लिए तत्पर रहते होl इससे आपके प्रदर्शन में ज़ाहिर ही बेहतरीन सुधर आएगाl
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2. हमेशा realistic यानि वास्तववादी गोल ही निर्धारित करें
याद रखें, आपके द्वारा निर्धारित किया लक्ष्य वास्तववादी होना चाहिएl यानि उस गोल तक पहुंचना बिलकुल संभव होना चाहिएl उदाहरण के लिए अगर पिछले एग्जाम में इंग्लिश के पेपर में अपके 50% अंक आए थे और इस बार आप 100% अंक प्राप्त करने का टारगेट तय करते हो तो ऐसा करना कदापि संभव नहीं होगाl
अवास्तविक लक्ष्य को कभी हासिल नहीं किया जा सकता बल्कि उल्टा अंत में असफ़ल होने पर निराशा और हताशा का ही सामना करना पड़ता हैl इसलिए अपने टारगेट्स हमेशा सोच-समझ कर ही तैय करेंl
3. अगला काम है निर्धारित किए लक्ष्य की ओर बढ़ना
एक बार आपने अपना अकादमिक लक्ष्य तैय कर लिया तो उसके बाद आपका काम होगा उस लक्ष्य तक पहुँचने के लिए मेहनत करनाl उदाहर्ण के तौर पर अगर आपको इंग्लिश के पेपर में पहले के मुकाबले 10-20% अंक बढ़ाने हैं तो पहले आप इस बात का विश्लेषण कीजिए कि किस सेक्शन (ग्रामर, टेक्स्ट बुक, कॉम्प्रेहेंसिव पैराग्राफ, आदि) की वजह से आपके अधिक्तर अंक कटते हैं और फिर उसी सेक्शन को सुधारने के उपाए आपको ढूंढने होंगेl
इसीके साथ आपको एक सही टाईमटेबल भी तौयार करना होगा जिसकी मदद से आप अपने लक्ष्य प्राप्ति के लिए उचित तैयारी कर सकोl इसके लिए सबसे पहले यह देखें कि स्कूल के बाद आपके पास कितना टाइम बचता है और फिर उस काम को पढ़ाई और अन्य रोजाना कार्यों में विभाजित कर लेंl इससे आपके अपनी पढ़ाई के लिए फिक्स समय समर्पित कर पाओगे जिसका आपको बेहतरीन नतीजा मिलेगाl
4. लक्ष्य प्राप्ति की ओर की जाने वाली मेहनत को ज़रूर करें मॉनिटर
अब जब आपने अपना गोल निर्धारित कर लिया है और उसकी प्राप्ति के लिए उचित टाईमटेबल बनाते हुए अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है तो अब दूसरा ज़रूरी काम होगा अपनी तैयारी को मॉनिटर करना यानि अपनी परफॉरमेंस का ट्रैक रखना जिससे आप समझ पाएंगे कि आपकी मेहनत आपके द्वारा तैय किए गए लक्ष्य की प्राप्ति में कितनी कारगर साबित हो रही हैl
उदाहरण के तौर पर जैसे हम बात कर रहे हैं कि मानो आप इंग्लिश में 10-20% तक अंक बढ़ाना चाहते हो और इसके लिए अपने एक टाइमटेबल भी तैयार कर लिया है लेकिन कुछ दिनों बाद भी आप देखते हो कि आपकी मेहनत के बावजूद आप इस ख़ास विषय में कुछ सुधार नहीं कर पा रहे हो तो अपनी स्ट्रेटेजी का विश्लेषण करेंl क्या इस विषय के लिए आप उचित समय दे पा रहे हो? क्या आपका पढ़ाई करने का तरीका उचित है? यानि आप किस तरह चीज़ों को बेहतर समझ व याद कर पाते हो, लिख कर, पढ़ कर, सुन कर या देख कर? अपनी क्षमता व रूचि के अनुसार ही पढ़ाई करेंl
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5. निर्धारित किए गए गोल को कम-ज़्यादा करना भी है ज़रूरी
कई बार ऐसा हो सकता है कि आपको स्कूल से कोई ऐसा प्रोजेक्ट मिला है जिसको ख़तम करने में ही आपका अधिक्तर समय चला जाता है और उसकी वजह से आप अपने टाईमटेबल के अनुसार पढ़ाई को पूरा समय नहीं दे पा रहे हो ऐसे में अपने जो लक्ष्य तैय किया था उसे थोड़ा कम करने में कोई हर्ज़ नहींl जैसे कि अगर अपने इंग्लिश के विषय में 20% इम्प्रूव करने का सोचा था तो अब इसे थोड़ा कम करके 10-15% कर दें ताकि आप अपने स्कूल प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक ख़तम करते हुए लक्ष्य को भी आसानी से प्राप्त कर सकेंl
लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि आपके पसंदीदा टेलीविज़न सीरियल ऑफ एयर यानि बंद होने के बाद आपके पास काफी समय ख़ाली बचता है तो आप इस समय को पढ़ाई के लिए समर्पित करके अपने गोल की ओर आसानी से बढ़ सकते हैंl
6. आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करने से कभी न हटें पीछे
आज पढ़ने का मतलब महज़ पेन और पेपर में उलझे रहने तक ही सीमित नहीं रहाl आज का युग आधुनिक टेक्नोलॉजी का युग है जिसमें आपको सीखने और पढ़ने के भी कई आधुनिक तरीके मिलेंगे जिनकी मदद से चीज़ों को समझना और याद करना बेहद आसान हो जाता हैl
बेशक पढ़ने के लिए लिखकर प्रैक्टिस करने के पुराने तरीके की महत्ता आज भी उतनी ही ज़्यादा है जितनी पहले थी, लेकिन आधुनिकता के चलते आपको पढ़ने और सीखने के लिए आज अनेक प्रभावशाली साधन मिलेंगे जो कि पहले किसी ने सोचे भी नहीं होंगेl इन साधनों में चाहे बात ऑनलाइन टूल्स की हो, सोशल मीडिया की, jagranjosh जैसे ब्लॉग की या मोबाइल ऐप्स की हो, इन सबकी मदद से चीज़ों को पढ़ना और सीखना ज़्यादा सरल और यूजर फ्रेंडली हो गया हैl
निष्कर्ष
पढ़ाई में सफ़लता पाने का कोई शॉर्ट-कट तो नहीं होता लेकिन सही रणनीति और तकनीक को मेहनत के साथ जोड़कर अपने लक्ष्य-प्राप्ति को आसान और असरदार ज़रूर बनाया जा सकता हैl इसलिए अपनी मेहनत को स्मार्ट वर्क में बदलें और बेहतरीन परिणाम पाएंl
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