ऑफिस में काम करते हुए, ऐसे बढ़ाएं अपना आत्मविश्वास

आत्मविश्वास एकमात्र कुंजी है जो सफलता रुपी ताले को खोल सकती है.

Jagranjosh
Jan 23, 2018, 17:59 IST
Tips to boost and manifest confidence at work
Tips to boost and manifest confidence at work

आत्मविश्वास एकमात्र कुंजी है जो सफलता रुपी ताले को खोल सकती है. जिस व्यक्ति में चुनौतियों और समस्याओं का सामना करने का आत्मविश्वास नहीं है वह किसी भी रूप में सफलता हासिल नहीं कर सकता है. आम तौर पर,यह हमारे जीवन के लगभग हर उस पल पर लागू होता है जिसमें हम चुनौतियों और समस्याओं का सामना करते हैं. आत्मविश्वास का निर्माण और प्रदर्शन तब और अधिक ज़रूरी हो जाता है जब आप किसी कॉर्पोरेट कंपनी में काम कर रहे हों और सफलता तथा विकास के सपने देख रहे हों. सफलता और विकास के लिए आपको अपना आत्मविश्वास विकसित और प्रदर्शित करना ही होगा. लेकिन इसके लिए आपके पास अतिरिक्त समय नहीं है. क्योकि, आपके आसपास के लोग आपसे प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं और इसमें कोई संदेह नहीं है कि मौका मिलते ही वो आपसे आगे निकल सकते हैं. यदि आप कंपनी की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरते हैं तो आप सैलरी हाईक और प्रमोशन जैसे परफॉरमेंस अप्रेजल से मिलने वाले नियमित फायदों का लाभ भी खो सकते है. इसलिए,काम करते हुए अपने आत्मविश्वास को विकसित करना ज्यादा प्रभावी कदम हो सकता है. यह करने के कई तरीके हैं जिनमे से कुछ के बारे में हमने इस लेख में समझाया है.

सीधे बैठें

सीधे और सतर्क स्थिति में बैठना दिखाता है कि आपमें आत्मविश्वास और सतर्कता है. इसके अलावा,यह नई चुनौतियों और समस्याओं का सामना करने के लिए आपकी तैयारी को भी दर्शाता है. इस स्थिति में बैठने से     पोजिटिविटी आती है, जो चुनौतियों और समस्याओं का सामना करने में हमारी मदद करती है. दूसरी ओर, सुस्त तथा असतर्क स्थिति में बैठने से आलस्य, निराशा, और अरुचि जैसे नकारात्मक लक्षण पर्सनालिटी को बुरी तरह प्रभावित करने लगते हैं जो कहीं न कहीं कॉन्फिडेंस को चोट पहुचाते हैं. इसलिए,हमेशा अपनी कुर्सी पर सीधे बैठें,खासकर तब जब आप अपने कार्यस्थल पर हों.

हमेशा सचेत रहें

जो चुनौतियों और समस्याओं को समझने का अवसर खो देता है वो उनसे निपटने का रास्ता भी खो देता है. किसी खास समस्या या चुनौती से निपटने के लिए उसके बारे में गहरी जानकारी बहुत ज़रूरी है. इसके लिए, समस्या या चुनौती का आकलन करते समय, सतर्क और सचेत रहने कि ज़रूरत होती है. अगर आप किसी समस्या या चुनौती का आकलन करने में फेल होते हैं तो आप उन्हें हल करने में कभी दक्ष नहीं हो सकते. दक्षता, व्यक्तित्व का वह गुण है जो कॉन्फिडेंस को विकसित करता है. इसलिए अपने कॉन्फिडेंस को बढ़ाने के लिए, आपको नयी समस्याओं और चुनौतीयों के बारे में अपनी समझ विकसित करने की ज़रूरत है. इसका दैनिक जीवन में अभ्यास कॉन्फिडेंस डेवलप करने में आपकी मदद कर सकता है जो अंततः आपको सफलता और विकास तक ले जा सकता है.

अपनी असफलताओं की वजह और कमियों को जानकर उसे दूर करने का प्रयत्न करें

जो अपनी गलतियों और असफलताओं से नहीं सीखता है वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने में सक्षम नहीं हो सकता है. यदि आप गलतियों और विफलताओं से मुंह फेरने के आदी हैं तो आप सीख नहीं सकते. सफलता का आनंद लेने के लिए आपको सबसे पहले अपनी गलतियों और असफलताओं का सामना करने कि आदत डालनी होगी, साथ ही साथ उन सभी को दूर करने का प्रयास भी करना होगा. जल्द ही, आप अपने कार्यस्थल पर नयी चुनौतियों और समस्याओं का सामना करने का कॉन्फिडेंस महसूस करने लगेंगे. यही सफलता और विकास का आसान और सरल तरीका है. इसलिए अपनी असफलताओं के कारण और कमजोरियों को समझकर उनको दूर करने की लगातार कोशिश करें. इससे आपके कॉन्फिडेंस को बढ़ावा मिलेगा.

चुनौतियों और जोखिमों से डरना बंद करें

क्या आप जोखिमों और चुनौतियों से डर जाते हैं? यदि हां, तो आप शायद वह हासिल न करे पायें जिसका सपना आप लंबे समय से देख रहे हैं. आम तौर पर,कार्पोरेट कंपनियों का मैनेजमेंट उन्ही को प्रमोशन या ग्रोथ देती है जिन्हें वे जोखिमों और चुनौतियों का सामना करने के लायक मानते हैं. यद्यपि,जोखिम लेना, कभी-कभी, भरी पड़ जाता है लेकिन अंततः यह आपकी प्रोफेशनल पर्सनालिटी पर पॉजिटिव असर ही छोड़ता है. इससे नयी स्किल्स, जानकारियां, और एक्सपीरियंस हासिल करने में मदद मिलती है जो सफलता और विकास हासिल करने का एकमात्र माध्यम है. इसके अलावा, यह आपके कॉन्फिडेंस को भी बढ़ाता है. इसलिए, कम्फर्ट जोन छोड़ें और नई चुनौतियों और समस्याओं का सामना करना शुरू कर दें. इससे आपका कॉन्फिडेंस डेवलप होगा जो सफलता और विकास हासिल करने में आपकी मदद कर सकता है.

खुश और मुस्कुराते रहें

एक स्माइलिंग फेस लोगों को अपनी खुशी जताने के अलावा भी कई ऐसे काम काम करता है जिससे ढेर सारे फायदे होते हैं. जैसे हार्ट रेट कम करना, तनाव ख़त्म करना, प्रोडक्टिविटी बढ़ाना और कंसंट्रेशन पॉवर बढ़ाना आदि  उन फायदों में शामिल हैं जिसका पॉजिटिव असर कॉन्फिडेंस पर पड़ता है. इसके अलावा,यह आपके चारों ओर एक पॉजिटिव माहौल बनाता है. इसलिए, स्माईलिंग फेस के साथ चैलेंज और प्राब्लेम्स का सामना करें. इससे आपको अपना कॉन्फिडेंस विकसित करने में मदद मिल सकती है.

अंत में

कॉर्पोरेट वर्ल्ड में एक प्रोफेशनल की सफलता और विकास के लिए ज़रूरी गुणों में से आत्मविश्वास सबसे ज्यादा ज़रूरी है. यदि एक प्रोफेशनल में आत्मविश्वास नहीं है, तो वह किसी भी रूप में सफलता और विकास हासिल नहीं कर सकता है. लेकिन आत्मविश्वास का निर्माण करना आसान नहीं है. इसके बावजूद, कुछ खास तरीकों से आत्मविश्वास विकसित किया जा सकता है. उनमें से कुछ के बारे में हमने इस लेख में समझाया है,इससे आपको अपना आत्मविश्वास विकसित करने में मदद मिलेगी.

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