भारत में पिछले एक दशक में बैंकिंग एक तेजी से उभरते हुए उद्योग के रूप में उभरकर सामने आया है, यह उद्योग युवा उम्मीदवारों को नौकरी के हजारों अवसर उपलब्ध करा रहा हैं। वर्ष 2008 में मंदी के दौरान पूरा विश्व बुरी तरह से प्रभावित हुआ था और विश्व बैंक (World Bank) महामंदी से जूझ रहा था, मंदी पर अंकुश लगाने के लिए ढांचागत उपायों के चलते भारतीय बैंकिंग क्षेत्र मजबूत रहा। भारतीय बैंकिंग क्षेत्र पर मंदी का प्रभाव न के बराबर रहा। बैंकिंग उद्योग की स्थिरता और विकास दर ने विभिन्न क्षेत्रों जैसे इंजीनियरिंग, कला , साहित्य आदि से कई उम्मीदवारों को आकर्षित किया है। अपने कॉलेज की समाप्ति के बाद कई उम्मीदवार बैंकिंग क्षेत्र में शामिल होने के लिए तैयारी करना शुरू कर देते हैं, क्योंकि यह युवा उम्मीदवारों को अपनी स्नातक की डिग्री पूरी करने के बाद विभिन्न पदों पर शामिल होने की अनुमति देता है। इस क्षेत्र में आवेदकों की बढ़ती संख्या के कारण प्रतिस्पर्धा और अधिक कठिन हो गयी है और परीक्षा के स्तर में भी वृद्धि हुई है।
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इंजीनियरिंग छात्र और बैंकिंग जॉब
पिछले कुछ सालो में इंजीनियरिंग छात्रों में भी बैंकिंग नौकरी को लेकर उत्साह देखा गया है। हर साल भारी संख्या में इंजीनियरिंग छात्र बैंकिंग जॉब के लिए अप्लाई करते है। देश में इंजीनियरिंग संस्थानों की बढ़ती संख्या के परिणामस्वरूप हर साल लाखों की संख्या में इंजीनियर्स निकल रहे है। हालांकि, पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद, ज्यादातर कॉलेज इन छात्रों का प्लेसमेंट कराने में असमर्थ है। अधिकतर, इंजीनियरों को देश में आईटी उद्योग या विनिर्माण उद्योग में नौकरी मिलती है । हालांकि, संस्थानों जैसे आईआईटी, एनआईटी और अन्य प्रतिष्ठित कॉलेजों से पास आउट छात्रों को अच्छी नौकरी मिल जाती है, लेकिन अन्य निजी संस्थानों से पास आउट छात्रों को एक सभ्य प्लेसमेंट भी हासिल करना मुश्किल हो जाता हैं। इन छात्रों में से ज्यादातर ऐसे नौकरी कर रहे हैं, जिनके लिए वो ओवर क्वालिफाइड है। इंजीनियरिंग छात्रों की बढ़ती संख्या और देश में इंजीनियरिंग की नौकरियों की कमी के कारण छात्र अब अन्य विकल्पों की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। बैंकिंग क्षेत्र ऐसे छात्रों के लिए एक महान अवसर लेकर उभरा है। न केवल बैंक क्लर्क और प्रोबब्सरी ऑफिसर पद, बल्कि इंजीनियरिंग अभ्यर्थी विशेषज्ञ अधिकारी (Specialist officers) पदों के लिए भी भारी संख्या में आवेदन कर रहे हैं। अधिकांश इंजीनियरिंग छात्र आईटी अधिकारी और बैंकिंग क्षेत्र में अन्य संबंधित विशेषज्ञ अधिकारी पदों के लिए आवेदन कर रहे हैं। कई छात्र बैंकिंग क्षेत्र की आईटी आवश्यकताओं के लिए सेवा दे रही तीसरी पार्टी कंपनियों में शामिल हो रहे हैं। अपने टेक्निकल ज्ञान के कारण, इंजीनियरों को उनके साक्षात्कार के दौरान इन विशेषज्ञ अधिकारी पदों के लिए वरीयता दी जाती है।
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इंजीनियर्स के लिए बैंक जॉब के सकारात्मक पहलू
बैंकिंग इंडस्ट्री प्राइवेट नौकरी की तुलना में अच्छे वेतन के साथ जॉब सिक्यूरिटी भी प्रदान करती हैं। जो छात्र इंजीनियरिंग की पढाई कर रहे है , बैंकिंग उन्हें आवश्यक रोजगार की स्थिरता और कैरियर के विकास के लिए अच्छा विकल्प प्रदान करता है। आज कल कई इंजीनियरिंग छात्र आईटी कंपनी को छोड़ कर बैंकिंग परीक्षाओ की तैयारी कर रहे है इसका प्रमुख बैंकिंग जॉब की सिक्यूरिटी है।
बैंकिंग क्षेत्र में इंजीनियर अपने टेक्निकल स्किल का भी उपयोग कर सकते हैं। अधिकांश इंजीनियरिंग स्नातकों, जो नौकरी की तलाश कर रहे हैं, बैंकिंग क्षेत्र की नौकरी को वरीयता दे रहे है।
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निष्कर्ष:
देश के युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के मामले में पिछले कुछ सालों में बैंकिंग एक प्रमुख क्षेत्र रहा है। कोर इंजीनियरिंग नौकरीयो की कमी के वजह से इंजीनियरिंग छात्रों का रुझान बैंकिंग नौकरियों की तरफ बढ़ा है। अधिकांश इंजीनियरिंग उम्मीदवार उद्योग की वृद्धि और नौकरी की स्थिरता के कारण बैंकिंग उद्योग में शामिल हो रहे हैं।
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