संघ लोक सेवा आयोग 24 अगस्त 2014 को आईएएस की प्रारंभिक परीक्षा आयोजित करने जा रही है. आईएएस प्रारंभिक परीक्षा संबंधि अधिसूचना 17 मई 2014 को जारी की जाएगी. इस परीक्षा में दो पेपर होंगे– सामान्य अध्ययन पेपर I और सामान्य अध्ययन पेपर II (सीएसएटी के नाम से जाना जाता है). इस परीक्षा के सिलेबस में कंप्रीहेंशन खंड का स्पष्ट उल्लेख सामान्य अध्ययन पेपर II किया गया है.
परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए कंप्रीहेंशन का खंड बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि करीब 40 से 50 प्रतिशत सवाल इसी खंड से होते हैं. पेपर में कंप्रीहेंशन से करीब 30 से 40 सवाल पूछे जाते हैं. इसका अर्थ है आईएएस प्रारंभिक परीक्षआ में सफल होने के लिए कंप्रीहेंशन खंड में प्रवीणता अनिवार्य है.
अंग्रेजी और हिन्दी में कंप्रीहेंशन
• परीक्षा में कंप्रीहेंशन खंड उम्मीदवारों में अनदेखे पैसेज को पढ़ने, समझने और उसका विश्लेषण करने की क्षमता को परखने के उद्देश्य से किया गया है.
• उम्मीदवारों के लिए जरूरी है कि वे दी गई जानकारी को समझें और उसी आधार पर सवाल को हल करें.
• एक लोक सेवक में यह क्षमता कार्यालय के दस्तावेजों और रिकॉर्डों को सही तरीके से समझने के लिए बहुत जरूरी है.
• ज्यादातर कार्यालयी प्रक्रिया लिखित माध्यम में होती है इसलिए उम्मीदवारों में लिखित सामग्री को समझने और उसका विश्लेषण करने में सक्षम होना ही चाहिए.
• इससे उम्मीदवारों के विश्लेषण कौशल का भी पता चलता है कि वे किस तरह से लिखित अंश का अर्थ समझ पा रहे हैं.
अंग्रेजी कंप्रिहेंशन
वैसे कंप्रिहेंशन पैसेज जो सिर्फ अंग्रेजी विषय (बिना हिन्दी अनुवाद के) में ही दिए गए होते हैं, से, उम्मीदवारों में बुनियादी स्कूली स्तर की अंग्रेजी भाषा में लिखित अंश को समझने की क्षमता को परखा जाता है. लोक सेवकों में अंग्रेजी में लिखित दस्तावेजों या पत्राचार को समझने के लिए इस क्षमता का होना अनिवार्य है. अंतरराष्ट्रीय स्तर के प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बातचीत करने में समर्थ होने के लिहाज से भी उम्मीदावरों के लिए अंग्रेजी का ज्ञान जरूरी है.
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