ब्राजील चीनी उत्पादन में दुनिया में सबसे आगे है। यहां हर साल 43 मिलियन टन चीनी का उत्पादन होता है, जो दुनिया के कुल चीनी उत्पादन का 23% है। ब्राजील का गन्ना उद्योग बहुत आधुनिक और मशीनीकृत है। अब यह उद्योग क्रूड/इथेनॉल उत्पादन से भी जुड़ गया है। इस देश की उष्णकटिबंधीय जलवायु, समतल जमीन और बेहतरीन सप्लाई चेन इसे फायदा पहुंचाती हैं। इन सप्लाई चेन की मदद से गन्ने के खेतों से चीनी को बंदरगाहों तक आसानी से पहुंचाया जाता है।
दुनिया में चीनी का सबसे बड़ा उत्पादक देश कौन-सा है?
ब्राजील हर साल 43 मिलियन टन चीनी का उत्पादन करता है, जो दुनिया में सबसे ज्यादा है। भारत, यूरोपीय संघ, चीन और थाईलैंड दुनिया में गन्ने और चुकंदर से बनी चीनी की मांग को पूरा करने वाले प्रमुख सप्लायर हैं।
अन्य देश कितनी चीनी का उत्पादन करते हैं?
भारत 35.5 मिलियन मीट्रिक टन के उत्पादन के साथ दूसरे स्थान पर है। यह दुनिया के कुल चीनी उत्पादन का 19% है। तीसरे स्थान पर यूरोपीय संघ है, जो 15.58 मिलियन टन (8%) चीनी का उत्पादन करता है। चौथे स्थान पर चीन 11 मिलियन टन (6%) और पांचवें पर थाईलैंड 10.24 मिलियन टन (5%) के साथ है।
नोट: यह डेटा Tradeimex और वैश्विक व्यापार रिपोर्टों के 2023–2024 के अनुमानों पर आधारित है।
शीर्ष चीनी उत्पादक देशों के बारे में जानकारी
ब्राजील
ब्राजील लाखों हेक्टेयर जमीन पर गन्ने का उत्पादन करता है। यह उत्पादन मुख्य रूप से साओ पाउलो और उसके आसपास के राज्यों में होता है। यहां कच्ची और रिफाइंड चीनी के साथ-साथ इथेनॉल भी बनाया जाता है। ब्राजील को बड़े पैमाने पर काम करने और निर्यात पर आधारित बुनियादी ढांचे से फायदा मिला है।
भारत
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी उत्पादक है। साथ ही, देश में चीनी की मांग भी सबसे ज्यादा है। चीनी का ज्यादातर उत्पादन महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में होता है। यहां चीनी का उत्पादन मानसून की बारिश और किसानों की मदद करने वाली सरकारी मूल्य नीतियों पर निर्भर करता है।
यूरोपीय संघ
यूरोपीय संघ में गन्ने के बजाय चुकंदर से चीनी बनाई जाती है। यहां फ्रांस, जर्मनी और पोलैंड प्रमुख उत्पादक देश हैं। यूरोपीय संघ समशीतोष्ण क्षेत्रों में चीनी का एक भरोसेमंद उत्पादक है। इसका कारण आधुनिक कृषि में हुई प्रगति है, जैसे मशीनीकरण और जलवायु के अनुकूल फसलें हैं।
चीन
चीन में चीनी का उत्पादन मुख्य रूप से ग्वांग्शी और युन्नान प्रांतों में होता है। पिछले दशक में गन्ने की नई हाइब्रिड किस्मों और सटीक खेती को अपनाने से पैदावार में सुधार हुआ है। चीन चीनी का आयात तो करता है, लेकिन उसका घरेलू उत्पादन दुनिया में सबसे बड़े उत्पादनों में से एक है।
थाईलैंड
थाईलैंड चीनी का एक महत्त्वपूर्ण सप्लायर है। यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चीनी निर्यातक भी है। ज्यादातर गन्ने की खेती उत्तर-पूर्वी क्षेत्र में होती है। ब्राजील की तरह ही सरकारी सहायता, व्यापार नीति और प्रोसेसिंग मिलों में लगातार निवेश ने थाईलैंड को चीनी उत्पादन और निर्यात, दोनों में आगे बढ़ने में मदद की है।
चीनी उत्पादन से जुड़े रोचक तथ्य
-ब्राजील में गन्ने के बाय-प्रोडक्ट 'बगास' को जलाकर बिजली पैदा की जाती है। इससे चीनी मिलें अपनी ऊर्जा जरूरतों के लिए आत्मनिर्भर हो जाती हैं।
-भारत में चीनी का उत्पादन कमजोर मानसून से प्रभावित हो सकता है। इसका असर दुनिया भर में चीनी की सप्लाई, उसकी कीमत और व्यापार पर पड़ता है।
-चीन गन्ने की सप्लाई के लिए जमीन की कमी को दूर करने के लिए गन्ने की खेती में ड्रोन और AI में निवेश कर रहा है।
-थाईलैंड में चीनी का एक बड़ा हिस्सा बायोफ्यूल और प्रोसेस्ड उत्पाद बनाने में इस्तेमाल होता है। ये उत्पाद खासकर एशियाई बाजारों के लिए होते हैं।
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