विज्ञान और तकनीकी के विकास के साथ साथ परंपरागत नौकरियों से अलग तकनीकी आधारित नौकरियां पैदा हो रही हैं. इन नौकरियों में वही लोग काम कर सकते हैं जो कि तकनीकी रूप से सक्षम होने के साथ साथ किसी एक विशेष विषय में स्पेशलिस्ट भी हों जैसे मार्केटिंग, फाइनेंस, सूचना प्रद्योगिकी इत्यादि. आइये जानते हैं कि सबसे अधिक सैलरी देने वाली कौन सी नौकरियां हैं.
1. व्यापार विश्लेषक (Business Analytics)
एक अच्छा व्यापार विश्लेषक होने के लिए व्यक्ति की गणित अच्छी होनी चाहिए (मुख्य रूप से सांख्यिकी और प्रायिकता). इसके साथ ही तेजी से गणना करने की क्षमता भी होनी चाहिए. इस नौकरी में अच्छी सैलरी होने के साथ साथ रोजगार की व्यापक संभावनाएं भी होती हैं. इस सेक्टर में काम करने वालों के लिए वार्षिक सैलरी इस प्रकार होती है:
a. करीयर के शुरुआत में रु. 6,00,000 से रु.8,00,000, के बीच
b. मिड-कैरियर - रु.15,00,000
c. अनुभवी विश्लेषक - रु. 25,00,000
2. निवेश बैंकर (Investment Bankers)
इस नौकरी में लगे व्यक्ति को कंपनी के लिए पूंजी जुटाने, टॉप मैनेजमेंट को वित्तीय सलाह प्रदान करने, पूँजी निवेश करने और धन से सम्बंधित सभी काम करने होते हैं. एक सफल बैंकर बनने के लिए व्यक्ति को आंकड़ों से प्यार होना चाहिये और साथ ही अच्छी प्रेजेंटेशन देनी आनी चाहिए.
निवेश बैंकिंग क्षेत्र में नौकरियों के लिए वार्षिक औसत वेतन:
a. प्रवेश स्तर - रु.12 लाख,
b. मिड-कैरियर - रु. 30 लाख
c. अनुभवी - रु. 50 लाख
3. प्रबंधन पेशेवर (Management Professionals)
प्रबंधन से जुड़े लोग किसी भी संगठन की रीड की हड्डी होते हैं. इस पेशे से जुड़े लोगों को किसी एक काम को करना होता है. कई बार ऐसे लोगों को कंपनी के लिए आय सृजन का काम भी सौंपा जाता है. इस पेशे में नौकरी के शुरूआती दौर में बहुत संघर्ष करना पड़ता है लेकिन जब आप ऊंचे पद पर पहुँच जाते हैं तो शारीरिक मेहनत का काम मानसिक मेहनत में बदल जाता है साथ ही आपकी सैलरी में भी अच्छी वृद्धि हो जाती है. इस सेक्टर में काम करने वाले लोगों की हर कंपनी में जरुरत होती है.
इस पेशे में मिलने वाली वार्षिक सैलरी इस प्रकार है:
a. प्रवेश स्तर- रु. 3,00,000
b. मिड-कैरियर- रु. 25,00,000
c. अनुभवी - रु. 80,00,000
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4. चार्टर्ड एकाउंटेंट (Chartered Accountant)
यह भारत में सबसे ज्यादा प्रचलित जॉब्स में से एक है. इस क्षेत्र में काम करने वाले व्यक्ति को आंकड़ों का जोड़ना घटाना, आंकड़े याद करने में दिलचस्पी होनी चाहिए. चार्टर्ड एकाउंटेंट को टैक्स मैनेजमेंट, वित्तीय लेखा और बैंकिंग और परामर्श जैसे काम करने होते हैं. चार्टर्ड एकाउंटेंट को भारत के चार्टर्ड एकाउंटेंट्स संस्थान (ICAI) का सदस्य होना चाहिए. E&Y, डेलॉइट, पीडब्ल्यूसी और आईसीआईसीआई बैंक भारत में चार्टर्ड एकाउंटेंट को अच्छा वेतन देने वाली कम्पनियाँ है.
चार्टर्ड एकाउंटेंट की वार्षिक सैलरी इस प्रकार होती है:
a. प्रवेश स्तर - रु. 5,50,000,
b. मिड-कैरियर - रु.12,80,000
c. अनुभवी - रु. 25,70,000
5. आईटी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स (IT & Software Engineers):
इस क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए यह आवश्यक होता है कि वे अपने आप को बदलती तकनीकी और कौशल से अपडेट करते रहें ताकि वे नए क्षेत्र में उभरती चुनौतियों का सामना कर सकें.
हालाँकि आईटी और सॉफ्टवेयर इंजीनियर्स इस बात की शिकायत रहती है कि उनकी सैलरी तेजी से नही बढती है. इस क्षेत्र के एक सॉफ्टवेर इंजीनियर ट्रेनी को रु. 1.5 से रु. 2.5 लाख प्रति वर्ष के बीच में सैलरी मिलती है. लेकिन जैसे ही सॉफ्टवेयर इंजीनियर / प्रोग्रामर एक कदम ऊपर चढ़ता है तो उसकी सैलरी 3 लाख रुपये से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष पर पहुँच जाती है. इसी सेक्टर में प्रोजेक्ट लीड की सैलरी 12 लाख रुपये प्रतिवर्ष से 19 लाख प्रतिवर्ष के बीच होती है.
इस क्षेत्र में उच्च वेतन के अलावा, बहुत सारे अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट मिलते हैं जिनके लिए प्रतिभाशाली लोगों को विदेश जाने के मौके भी मिलते हैं. इसलिए इस क्षेत्र में अपना करियर बनाने के लिए लोगों को इस बात को ध्यान में रखना पड़ेगा कि समय के साथ अपने आप को अपडेट रखें.
6. विमानन क्षेत्र के पेशेवर:
यह सेक्टर बहुत ही उभरता हुआ क्षेत्र है. इस सेक्टर में काम करने वालों में पायलट, एयर होस्टेस, ग्राउंड स्टाफ आदि आते हैं. इस क्षेत्र में जंबो पायलटों और नियमित पायलटों (कार्गो या यात्री एयरलाइंस में) दोनों का औसत वेतन 7 लाख रुपये से लेकर 9 .5 लाख रुपये प्रति वर्ष के बीच का है. एयर-होस्टेस की सैलरी 4 लाख रुपये से लेकर 6 लाख रुपये प्रतिवर्ष के बीच रहती है जबकि और एयर ट्रैफिक कंट्रोलर्स को हर साल 5 से 6 लाख रुपये की सैलरी मिलती है.
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7. विधि पेशेवर (Law professionals):
यदि आप कानून को अच्छी तरह से समझते हैं और लोगों की बातों में कमियों को आसानी से निकाल लेते हैं और सबूत खोजने की क्षमता रखते हैं तो यह क्षेत्र आपके लिए एकदम सही है क्योंकि यह उच्च वेतन देने वाला काम है.
इस क्षेत्र के फ्रेशेर्स जो कि नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी से पढ़े होते है उन्हें भी 6 लाख वार्षिक से लेकर 9 लाख वार्षिक का वेतन मिल जाता है. लेकिन जब 4 से 6 वर्ष का अनुभव हो जाता है तो यही पैकेज बढ़कर 10-15 लाख रुपये प्रति वर्ष हो जाता है. लूथ्रा एंड लूथ्रा, अमरचंद मंगलदास, AZB और पार्टनर्स भारत में प्रमुख कानूनी प्राइवेट फर्म हंे जो कि कॉरपोरेट कानून में दिलचस्पी रखने वाले लोगों को अच्छा पैकेज देते हैं.
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8. डॉक्टर (Doctor)
यदि आप जीवविज्ञान या फार्मा क्षेत्र में रुचि रखते हैं तो एक मेडिकल प्रोफेशनल होने पर कर्मचारी के रूप में बड़ी राशि सैलरी के रूप में प्राप्त कर सकते हैं. यह सेक्टर रिसेशन प्रूफ माना जाता है इसलिए इसमें आप एक मजबूत और सुरक्षित करियर बना सकते हैं. यह भारत के सबसे अधिक पैसा देने वाले क्षेत्रों में गिना जाता है. हालाँकि सरकारी कर्मचारी के रूप में डॉक्टर को कम सैलरी मिलती है लेकिन प्राइवेट क्षेत्र में काम करने वाले डॉक्टरों को बहुत अधिक वेतन 30 लाख रुपये से लेकर 50 लाख रुपये प्रति वर्ष की सैलरी मिलती है.
मेडिकल करियर के लिए वार्षिक औसत वेतन:
a. सामान्य अभ्यास: रु. 4,80,000
b. जनरल सर्जन : रु 8,00,000
c. मेडिकल डॉक्टर : रु.17,00,000
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9. मॉडलिंग और अभिनय (Modeling & Acting):
यह आज के ज़माने का सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला सेक्टर है. इसमें काम करने वालों को नाम और दाम दोनों एक साथ मिलते हैं. इसमें एक नए एक्टर को टीवी सीरियल में काम करने के लिए प्रति एपिसोड के 2000 रुपये से लेकर 10000 रुपये तक दिए जाते हैं. यदि एक्टर के पास थोडा अनुभव है तो वह 10,000 रुपये से 2 लाख रुपये प्रति एपिसोड के हिसाब से सैलरी पाता है. किसी नवोदित कलाकार को एक फिल्म के रोल के लिए 5 लाख रुपये से 50 लाख रुपये तक मिल जाते हैं. मॉडलिंग कार्य में फैशन शो, पत्रिकाओं के लिए प्रिंट विज्ञापन, टीवी विज्ञापनों और बिलबोर्ड विज्ञापन होते हैं.
10. तेल एवं प्राकृतिक गैस सेक्टर (Oil and Natural Gas Sector Professionals)
तेल और प्राकृतिक गैस ऐसा सेक्टर है जो भारी मुनाफा कमाता है और इस क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों को अत्यधिक वेतन देता है. इस क्षेत्र में काम करने वालों में भूविज्ञानी, समुद्री इंजीनियर आदि शामिल हैं. इस क्षेत्र में मुख्य रूप से भारत सरकार का एकाधिकार है इसलिए इस क्षेत्र की ज्यादात्तर नौकरियां सरकारी क्षेत्र में काम करने वालों के लिए ही हैं. हालाँकि निजी क्षेत्र की बड़ी कम्पनियाँ जैसे कि ब्रिटिश गैस, रिलायंस एनर्जी, हॉलिबर्टन, श्लबर्गर और शेल इत्यादि अच्छे संस्थानों से स्नातक और 4- 5 साल का अनुभव रखने वाले लोगों को 15-20 लाख रुपये प्रति वर्ष की दर से सैलरी देतीं हैं.
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करियर की शुरुआत में इस क्षेत्र में लगभग 3.5 से 6 लाख रुपये प्रति वर्ष की वेतन की उम्मीद हो सकती है. इस उद्योग में अनुभवी पेशेवर आसानी से 15-20 लाख प्रति वर्ष +अन्य सभी सुविधाएं हासिल कर सकते हैं.
इस प्रकार हमने पढ़ा कि किन क्षेत्रों में कितनी सैलरी मिलती है और किन किन कंपनियों में रोजगार की संभावनाएं अधिक है.
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