भारत में वर्तमान में 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आपको अलग-अलग नदियों का प्रवाह देखने को मिल जाएगा। नदियां एक तरफ जहां पीने के पानी और कृषि के लिए महत्त्वपूर्ण होती हैं, वहीं ये जैव विविधता को बनाए रखने में भी मदद करती हैं।
भारत में नदियों को लेकर विशेष महत्त्व है, क्योंकि यहां नदियों को मां का दर्जा दिया गया है। यही वजह है कि नदियों से लोगों की आस्था जुड़ी हुई है। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि भारत में किस राज्य को हम नदियों के मायके के रूप में भी जानते हैं। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम इस बारे में जानेंगे।
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किस राज्य को कहा जाता है नदियों का मायका
अब सवाल है कि आखिर किस राज्य को हम नदियों के मायके के रूप में भी जानते हैं, तो आपको बता दें कि यह दर्जा भारत के मध्य प्रदेश राज्य को दिया गया है, जिसे नदियों के मायके के रूप में भी जाना जाता है।
क्यों कहा जाता है नदियों का मायका
अब सवाल है कि आखिर मध्य प्रदेश को ही नदियों का मायका क्यों कहा जाता है, तो आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में छोटी-बड़ी कई नदियों का प्रवाह होता है। वहीं, यहां से प्रायद्वीपीय भारत की कई प्रमुख नदियों का उद्गम होता है। यही वजह है कि इस राज्य को नदियों का मायका कहा जाता है।
नर्मदा नदी का उद्गम
मध्य प्रदेश में नर्मदा नदी का उद्गम स्थल है, जो कि अमरकंटक की पहाड़ियों से निकलती है। यहां से निकलने के बाद यह नदी महाराष्ट्र और गुजरात में भी अपना सफर तय करती है। इसके बाद यह अंत में खंबात की खाड़ी में गिर जाती है।
बेतवा नदी का उद्गम
बेतवा नदी का उद्गम मध्य प्रदेश के रायसेन से होता है। यहां से निकलने के बाद यह नदी उत्तर प्रदेश में हमीरपुर के पास यमुना से मिल जाती है। यह नदी यमुना की प्रमुख सहायक नदी है।
चंबल का उद्गम
चंबल नदी का उद्गम मध्य प्रदेश में विंध्याचल रेंज में जनापाव से होता है। यह मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अपना सफर तय करती है। चंबल नदी इटावा के पास यमुना में मिल जाती है। इन नदियों के अलावा ताप्ती और माही नदी भी मध्य प्रदेश से निकलती हैं।
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