एक बात स्वाभाविक है कि हर विद्यार्थी के हर विषय में अपने कुछ strong टॉपिक्स होते हैं और कुछ weak टॉपिक्सl चाहे बात 10वीं कक्षा की हो या 12वीं की, बोर्ड परीक्षा की, विद्यार्थी हमेशा ज़रूरत से ज़्यादा दबाव लेते हुए बोर्ड परीक्षा के नाम से ही घबराना शुरू कर देते हैंl बाकि रही-सही कमी उनके अभिभावक अपनी अपेक्षाओं के पहाड़ के तले उन्हें दबाकर पूरी कर देते हैंl इसी दबाव के चलते और 90% से ज़्यादा स्कोर को पाने के लिए अक्सर विद्यार्थी परीक्षा में बहुत सी मामूली पर महत्वपूर्ण गलतियाँ कर देते हैं जो कि परीक्षा की तैयारी के लिए सही प्लानिंग और टाइम मैनेजमेंट की कमी का ही नतीजा होता हैl तो बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू करने के लिए विद्यार्थियों के लिए कौनसा समय सही होगा? क्या जनवरी या फरवरी से परीक्षा की तैयारी करना उचित रहेगा या इससे पहले? आज इन्हीं कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों का उत्तर देते हुए हम इस लेख के द्वारा विद्यार्थियों को अपनी बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए सही टाइम मैनेजमेंट सिखायेंगे और बतायेंगे कि कब से परीक्षा की तैयारी शुरू की जाए ताकि विद्यार्थी बेहतरीन परिणाम पा सकेंl
बोर्ड परीक्षा की तैयारी शुरू करने के लिए कौनसा होगा उचित समय?
बेशक हर विद्यार्थी की योग्यता और क्षमता अलग-अलग होती है लेकिन किसी भी विद्यार्थी के लिए बोर्ड परीक्षा को कम नहीं आंकना चाहिएl क्यूँकि गतवर्ष की परीक्षाओं का विश्लेषण करते हुए यह देखा गया है कि अक्सर बोर्ड एग्जाम में कई बेहद पेचीदा और मुश्किल प्रश्न पूछे गये जिनका उत्तर देते समय श्रेष्ठ व बुद्धिमान विद्यार्थियों को भी दांतों तले उँगलियाँ दबानी पड़ीl
अगर आप यह सोचते हैं कि परीक्षा से एक महीना पहले पढ़कर आप बोर्ड परीक्षा के लिए ज़रूरी तैयारी कर सकते हो तो आपका ऐसा सोचना बिलकुल ग़लत हैl ज़्यादातर विद्यार्थी मार्च में होने वाली परीक्षा के लिए तैयारी जनवरी के मध्य या फ़रवरी महीने से शुरू करते हैंl लेकिन एक बात छात्रों को याद रखनी चाहिए कि फ़रवरी का महीना इम्तिहान से जुड़ी अन्य गतिविधियों जैसे कि रजिस्ट्रेशन, प्रोजेक्ट फाइल सबमिट करना और प्रैक्टिकल इम्तिहान के चलते बेहद व्यस्त रहता है जिसके कारन आप मानसिक तौर पर तो थक ही जाओगे बल्कि मुख्य इम्तिहान की तैयारी के लिए पर्याप्त समय भी नहीं निकल पाओगेl और अगर आप जनवरी महीने बात करें तो इस महीने में हर स्कूल में प्री बोर्ड इम्तिहान शुरू हो जाते हैं जो कि हर विद्यार्थी पर मानो एक लिटमस टेस्ट का काम करते है जिसमें उनकी तैयारी का मूल्यांकन होता हैl
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तो बोर्ड परीक्षा की तैयारी के लिए बेशक हर विद्यार्थी को सेशन के पहले ही दिन से जुट जाना चाहिए नवम्बर के महीने से पूरे पाठ्यक्रम की सटीक व योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई शुरू कर देनी चाहिएl बेशक अभी इम्तिहान आने के लिए कुछ महीने बाकी होंगे लेकिन इस दौरान आपके आस पास इम्तिहान व स्कूल से सम्बंधित इतनी सारी गतिविधियाँ चल रही होंगी कि आपका समय तेज़ी से दौड़ता चला जायेगाl स्कूल में बोर्ड परीक्षा की तैयारी से जुड़ी extra classes, mock tests, surprise tests और अन्य कई गतिविधियों की वजह से आपके पास मुश्किल से अपनी तैयारी के लिए समय बच पाएगाl
जनवरी में होने वाले प्री-बोर्ड आपको असली बोर्ड एग्जाम के पैटर्न से करवाते हैं परिचित
दरअसल स्कूलों द्वरा जनवरी महीने में प्री-बोर्ड इम्तिहान रखने के पीछे एक मकसद हिता हैl वे चाहते हैं कि आप समय से पहले परीक्षा के लिए अपनी तैयारी शुरू कर देंl विद्यार्थियों के लिए बहुत ज़रूरी है कि वे प्री-बोर्ड को बेहद अहमियत दें और इसके लिए पूर्ण तैयारी करें क्यूँकि प्री-बोर्ड आपकी तैयारी का मूल्यांकन करते हुए आपको प्रोत्साहित या demotivate करते हैंl ये आपको बोर्ड परीक्षा में बैठने से पहले उसका अनुबह्व कराते हैंl और क्यूँकि प्री-बोर्ड के प्रश्न पत्र अपने-अपने विषय में माहिर औत्र विरिष्ठ अध्यापकों द्वारा बनाये जाते हैं, इसलिए कई बार तो प्री-बोर्ड में पूछे जाने वाले प्रश्न ज्यों के त्यों मार्च में होने वाली बोर्ड परीक्षा में भी पूछे जाते हैंl
हर विद्यार्थी इस बात पर ज़रूर ध्यान दे कि प्री-बोर्ड में अच्छा स्कोर हासिल करने पर over-confident न होंl याद रखें कि कभी कभी असली बोर्ड परीक्षा में स्थिति प्री-बोर्ड के बिलकुल विपरीत भी हो सकती है जिसके पार जाने के लिए विद्यार्थियों को सम्पूर्ण पाठ्यक्रम का निरंतर अभ्यास करते रहना चाहिएl
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निष्कर्ष
दरअसल बोर्ड परीक्षा में टॉप करना या मनचाहे अंक हासिल करना कोई एक दिन की मेहनत का काम नहीं हैl इसके लिए विद्यार्थी को अपने अकादमिक सेशन की शुरुआत से ही निरंतर मेहनत करते रहना होगाl और फिर दिसम्बर और जनवरी के महीने में सारा साल पढ़े सिलेबस को जितनी बार हो सके उतनी बार revise करना होगा ताकि हर टॉपिक पर आपकी पकड़ मज़बूत हो पाएl इसके बाद फ़रवरी महीने में mock test, गतवर्ष प्रश्न पत्रों को हल करना, बहुत से प्रैक्टिस पेपर हल करना और स्कूल में हुए प्री-बोर्ड के प्रश्न पत्रों को हल करना, जैसी आपकी तैयारियों को मज़बूत करने वाली क्रियाओं को अधिक समय देना चाहिएl याद रखें, मेहनत और प्रयास से ही सफ़लता के दरवाज़े खोले जा सकते हैंl तो मन लगाकर मेहनत और प्रयास करते रहेंl
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