डाटा मैनेजर का पद केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विभिन्न विभागों, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, बैंकों, विभिन्न संस्थानों, राजकीय तकनीकी संस्थानों, विभिन्न परियोजनाओं (जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आदि), क्षेत्र विकास परियोजनाओं, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों (जैसे मनरेगा, आदि) में होता है. डाटा मैनेजर का पद संबंधित विभाग की रिक्ति के अनुसार तृतीय श्रेणी के कर्मचारी के रूप निर्धारित होता है. डाटा मैनेजर का कार्य होता है कि वह संबंधित विभाग के फील्ड स्टाफ द्वारा एकत्रित आकड़ों को कंप्यूटर पर इंट्री, मैनेजमेंट और एनालिसिस करे. विभाग या परियोजना के आकड़ों से संबंधित सभी कार्यों का निष्पादन और डेटा के आधार पर मूल्यांकन रिपोर्ट तैयार करने में अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को सहयोग देना डेटा मैनेजर के कार्यों में शामिल हैं.
डाटा मैनेजर की भूमिका संबंधित विभाग या संस्थान के आकड़ों से जुड़े कार्यों के निष्पादन के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. इसलिए डाटा मैनेजर बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको डेटा हैंडलिंग से संबंधित कंप्यूटर सॉफ्टवेयर आदि की अच्छी नॉलेज, लेटेस्ट वर्जन का ज्ञान एवं निपुणता और अधिकारियों के निर्देश पर रिपोर्ट तय-सीमा में बनाने में पारंगत होना चाहिए.
डाटा मैनेजर के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
डाटा मैनेजर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी भी विषय में किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कंप्यूटर अप्लीकेशन में मास्टर्स डिग्री (एमसीए) प्राप्त होना चाहिए. इसके साथ ही, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान में संबंधित कार्य में कार्य का अनुभव होना चाहिए. कुछ संस्थानों में स्नातक उत्तीर्ण होने के साथ-साथ कंप्यूटर अप्लीकेशन में डिप्लोमा मांगा जाता है.
डाटा मैनेजर बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है –
- संबंधित कंप्यूटर अप्लीकेशन की अच्छी नॉलेज.
- आकड़ों से संबंधित सॉफ्टवेयर लेटेस्ट वर्जन पर कार्य करने में निपुणता.
- किसी मान्यता प्राप्स संस्थान में पूर्व कार्य अनुभव.
डाटा मैनेजर के लिए कितनी है आयु सीमा?
डाटा मैनेजर बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 21 वर्ष से 35 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष या अधिक हो सकती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
डाटा मैनेजर के लिए चयन प्रक्रिया
डाटा मैनेजर के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड, लिखित परीक्षा और पर्सनल इंटरवयू के आधार पर किया जाता है. यदि संविदा के आधार पर नियुक्ति की जाती है तो उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग शैक्षणिक रिकॉर्ड और पर्सनल इंटरव्यू के आधार पर ही कर सकता है.
कितनी मिलती है डाटा मैनेजर को सैलरी?
डाटा मैनेजर के पद पर छठें वेतन आयोग के अनुरूप पे-बैंड 2 रु. 9300-34800 और ग्रेड पे 3600 के अनुसार सैलरी दी जाती है. यदि डाटा मैनेजर के पद पर संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है तो आमतौर पर रु. 25000-30000 प्रति माह तक वेतन दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
डाटा मैनेजर की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
डाटा मैनेजर का पद केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के विभिन्न विभागों, केंद्र सरकार और राज्य सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं विभागों, बैंकों, विभिन्न संस्थानों, राजकीय तकनीकी संस्थानों, विभिन्न परियोजनाओं (जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, आदि), क्षेत्र विकास परियोजनाओं, सरकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों (जैसे मनरेगा, आदि) में होने के कारण इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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