पिछले पांच सालों में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में महिला उम्मीदवारों की भागीदारी में वृद्धि हुई है। वित्तीय और बैंकिंग क्षेत्र के ग्रोथ के परिणामस्वरूप बैंकिंग क्षेत्र में पिछले कुछ वर्षो में रिक्तियों में वृद्धि हुई है और महिला उम्मीदवारों ने क्षेत्र में नौकरी के लिए बहुत रुचि दिखाई है। वर्तमान समय में भारत में बैंकिंग क्षेत्र में काम कर रही महिला उम्मीदवारों की संख्या 2 लाख से अधिक है जो इस क्षेत्र में कुल कर्मचारियों की संख्या का लगभग 25 प्रतिशत है। बैंकिंग क्षेत्र में इस वृद्धि का प्रमुख कारण नौकरी की सुरक्षा और सेफ्टी है।
पिछले दशक में SBI PO, RBI Grade B Officer, IBPS Bank PO और Clerk की रिक्तियों के लिए होने वाली बैंकिंग भर्ती परीक्षाओ में महिला आवेदकों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। कई महिला उम्मीदवार बैंकिंग भर्ती परीक्षाओ में टॉप भी कर रही है। बैंकिंग क्षेत्र महिला उम्मीदवारों को हैल्थी वर्किंग एनवायरनमेंट प्रदान करने के साथ-साथ उन्हें विकास करने का अच्छा प्लेटफार्म भी देता है।
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महिला उम्मीदवारों द्वारा बैंकिंग क्षेत्र की नौकरियों को पसंद करने के कारण
काम करने के लिए सुरक्षित और सेफ वातावरण
किसी भी महिला उम्मीदवारों के लिए बैंकिंग क्षेत्र संभवतः सबसे सुरक्षित जगह है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का कल्चर और आचार नीति हर पहलू से महिला उम्मीदवारों के लिए सबसे उपयुक्त है।
व्यक्तिगत जीवन और काम संतुलन
भारी वेतन पैकेज और नौकरी की सुरक्षा के अलावा बैंक में नौकरी करने के बहुत से लाभ है जैसे फिक्स्ड टाइम, ऑफिसियल यात्रा की अनुपस्थिति आदि। यह महिलाओ को व्यक्तिगत जीवन और काम के बीच संतुलन बिठाने में मदद करता है। इन सब कारणों से महिलाए बैंक की नौकरी को अधिक पसंद करती है।
मातृत्व और स्वास्थ्य लाभ
विवाहित महिला उम्मीदवारों को उनकी गर्भावस्था काल के दौरान अनिवार्य मातृ छुट्टियों और स्वास्थ्य लाभ दिए जाते हैं। महिला उम्मीदवारों को मातृत्व अवकाश के रूप में 6 माह तक पूर्ण भुगतान के साथ अनिवार्य चिकित्सा लाभ भी बैंक द्वारा प्रदान किया जाता है।
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ट्रांसफर और होम पोस्टिंग सुविधाएं
वित्त मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों के अनुसार, महिला उम्मीदवारों, विवाहित या अविवाहित को उनके पति या परिवार के सदस्यों के शहर में पोस्टिंग और हस्तांतरण मिलता हैं। महिला उम्मीदवारो को पोस्टिंग के समय विशेष रूप से उनके होम टाउन के पास के शहरों के विकल्प दिए जाते हैं।
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वेतन भत्ते और आकर्षक वेतन
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रोबिशनरी ऑफिसर (PO) और प्रवेश स्तर के क्लर्क कैडर दोने तरह के पदों के लिए एक डिसेंट वेतन और सुविधाए प्रदान करते है जो कि महिलाओं के बीच इस नौकरी को आकर्षक और अनुकूल नौकरी विकल्प बनाती है। भत्ते जैसे एचआरए, फर्नीचर भत्ता, चिकित्सा कवर, यात्रा भत्ता और आसान ऋण सुविधाए इस क्षेत्र को महिला उम्मीदवारों के लिए बेहतर रोजगार का क्षेत्र बनाती है।
नौकरी की स्थिरता और फ्लेक्सिबिलिटी
बैंकिंग क्षेत्र, एक बहुत बड़ी इंडस्ट्री है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों की शाखाएं देश भर में फैली हुई है जो की महिला उम्मीदवारों के लिए स्थानांतरण अर्थात ट्रान्सफर की प्रक्रिया को बहुत लचीला बनाती हैं। महिला उम्मीदवार शादी के बाद भी अपनी जॉब को चालू रख सकती है क्योकि बैंक उन्हें लचीली ट्रान्सफर सुविधा प्रदान करता है।
क्षेत्र में विकास
बैंकिंग क्षेत्र में महिलाओं के विकास के लिए कई अवसर और विकल्प उपलब्ध हैं ताकि वे उच्च रैंकों पर भी प्रमोट हो सके. इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारतीय स्टेट बैंक की पूर्व चेयरपर्सन अरुन्धति भट्टाचार्य है। अरुन्धति भट्टाचार्य ने 1977 में बतौर प्रोबेशनरी ऑफिसर के तौर पर भारतीय स्टेट बैंक जॉइन किया था तथा 7 अक्टूबर 2017 को वे मैनेजिंग डायरेक्टर सह चीफ फाईनैंशियल ऑफिसर (एमडी और सीईओ) के पद से रिटायर हुई। अपने 36 साल के करियर में उन्होंने बैंकिंग के विभिन्न विभागों में काम किया। वर्तमान समय में देश के कई प्रमुख राष्ट्रीय बैंकों में महिला एमडी और सीईओ हैं। बैंकों में शीर्ष भूमिकाएं अक्सर महिला उम्मीदवारों के सक्षम नेतृत्व में देखी गयी हैं, जिससे इच्छुक महिला उम्मीदवारों को इस क्षेत्र में शामिल होने की प्रेरणा मिलती हैं।
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महिला उम्मीदवारों के लिए बैंकिंग क्षेत्र बहुत से विकास के अवसर प्रदान करता है। यह महिलाओ को सम्मान के साथ-साथ एक सोशल स्टेटस भी प्रदान करता है । इसके अलावा बैंकिंग क्षेत्र में जॉब करते हुए महिलाए अपनी पारिवारिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन कर सकती है वे नौकरी छोडे बिना अपने बच्चों का पालन पोषण कर सकती है, जो महिलाओं को और भी अधिक स्वतंत्र और सशक्त बनाता है।
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