भारत के उत्तर में यदि प्रमुख राज्यों की बात करें, तो इसमें पंजाब का नाम भी प्रमुखता से लिया जाता है। पांच नदियों का घर यानी पंजाब देश के प्रमुख राज्यों में से एक है, जो कि कृषि उत्पादन में भारत का विशेष रूप से सहयोग करता है। उत्तर भारत में यदि सबसे प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्यों की बात करें, तो इसमें उत्तर प्रदेश के बाद पंजाब का ही स्थान आता है।
सांस्कृतिक विरासत और धार्मिक नगरियों का यह शहर अपने अनूठेपन के लिए दुनियाभर में जाना जाता है। अपने पंजाब के अलग-अलग जिलों के बारे में पढ़ा और सुना होगा। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि पंजाब का सबसे छोटा जिला कौन-सा है। यदि नहीं, तो इस लेख के माध्यम से हम पंजाब के सबसे छोटे जिले के बारे में जानेंगे।
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पंजाब में कुल कितने जिले हैं
सबसे पहले हम यह जान लेते हैं कि उत्तर भारत के इस राज्य यानि कि पंजाब में कुल कितने जिले हैं। आपको बता दें कि पंजाब में कुल 23 जिले हैं, जिसमें से सबसे नवीनतम जिले की बात करें, तो वह मलेरकोटला जिला है, जिसके लिए साल 2021 में सरकार की ओर से मंजूरी दी गई थी।
पंजाब का सबसे छोटा जिला कौन-सा है
अब सवाल है कि पंजाब का सबसे छोटा जिला कौन-सा है, तो आपको बता दें कि क्षेत्रफल के हिसाब से पंजाब का सबसे छोटा जिला पठानकोट जिला है। पंजाब के इस जिले का क्षेत्रफल 929 वर्ग किलोमीटर है, जिससे क्षेत्रफल के हिसाब से पठानकोट पंजाब का सबसे छोटा जिला है।
जिले का एक परिचय
पठानकोट जिला कभी गुरदासपुर जिले का भाग हुआ करता था। हालांकि, सरकार ने 27 जुलाई 2011 को इसे अलग जिला कर दिया था। वहीं, इसी समय फाजिल्का जिले को फिरोजपुर से अलग कर एक नया जिला बनाया गया था। पंजाब के इस जिले की सीमा पाकिस्तान के नरोवाल जिले से लगती है।
वहीं, यह जिला जम्मू- कश्मीर के कठुआ जिले से अपनी सीमा साझा करता है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश का चंबा जिला इस जिले से सीमा साझा करता है। इसके अलावा पूर्वी पंजाब का होशियारपुर जिला भी इस जिले के साथ अपनी सीमा साझा करता है। इस जिले में प्रमुख रूप से बहने वाली दो नदियां हैं, जो कि रावि और ब्यास नदी है।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू एवं कश्मीर का प्रवेश द्वार है जिला
आपको बता दें कि अपने पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू- कश्मीर के साथ सीमा साझा करने की वजह से इस जिले को इन दोनों राज्य और केंद्र शासित प्रदेश का प्रवेश द्वार कहा जाता है। क्योंकि, जम्मू-कश्मीर के कठुआ और हिमाचल के चंबा जिले इससे अपनी सीमा साझा करते हैं, जिनके माध्यम से इन दोनों प्रदेशों में प्रवेश किया जा सकता है।
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