कारगिल युद्ध में जीत के बावजूद भारत ने LOC क्यों नहीं पार की? जानें

Jul 26, 2023, 11:12 IST

भारत और पाकिस्तान का इतिहास काफी पुराना है और दोनों देश एक दूसरे के चिर प्रतिद्वंदी भी है. भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कश्मीर को लेकर कभी सामान्य नहीं रहे. कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर लड़ा गया था. जहां भारत ने जीत हासिल की. उस समय भारत के पास पीओके पर कब्जा करने का अच्छा मौका था लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया. चलिये जानें भारत ने ऐसा क्यों नहीं किया.

कारगिल युद्ध में जीत के बावजूद भारत ने LOC क्यों नहीं पार की?
कारगिल युद्ध में जीत के बावजूद भारत ने LOC क्यों नहीं पार की?

Kargil Vijay Diwas: भारत और पाकिस्तान का इतिहास काफी पुराना है और दोनों देश एक दूसरे के चिर प्रतिद्वंदी भी है. भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कश्मीर को लेकर कभी सामान्य नहीं रहे. दोनों देशों के बीच इसको लेकर कई संघर्ष हुए है. 

भारत पाकिस्तान के बीच होने वाले सैन्य संघर्षो में कारगिल का भी नाम काफी प्रमुखता से लिया जाता है. इस युद्ध में भारतीय सेना ने ऑपरेशन विजय लांच किया था और जीत हासिल की थी.   

भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 में कारगिल युद्ध शुरू होने से पहले, भारतीय सेना की केवल एक ब्रिगेड थी, जिसमें लगभग 2,500 सैनिकों वाली तीन यूनिट शामिल थीं, जो ज़ोजिला और लेह के बीच नियंत्रण रेखा (LOC) के साथ 300 किमी भारतीय क्षेत्र की रक्षा करती थीं.

कारगिल क्यों है महत्वपूर्ण?

कारगिल भारत के लद्दाख़ केन्द्रशासित प्रदेश के करगिल ज़िले में स्थित एक नगर है. यह सुरु नदी की घाटी के मध्य में बसा हुआ है. भौगोलिक दृश्य से यह भारत के अन्य क्षेत्र को लेह और लद्दाख से जोड़ने वाले मार्ग में महत्वपूर्ण स्थान रखता है. इसके ब्लाक हो जाने से शेष भारत का लद्दाख से संपर्क टूट सकता है.  

कारगिल की लोकेशन:

कारगिल पहाड़ी, ऊबड़-खाबड़ और ऊंचाई वाला क्षेत्र है, इसकी ऊंचाई लगभग 8,000 फीट (2,440 मीटर) है. यहां की जलवायु ठंडी और शुष्क है यहां वर्षा कम होती है. इस क्षेत्र में सर्दियों में बर्फ गिरती है. कारगिल के अधिकांश निवासी बाल्टी मूल के हैं, और यहां बड़ी संख्या में शिया मुसलमान रहते है.

ऑपरेशन विजय:

कारगिल युद्ध भारत और पाकिस्तान के बीच जम्मू-कश्मीर के कारगिल जिले में नियंत्रण रेखा (LOC) पर लड़ा गया था. भारत ने इस ऑपरेशन को ‘ऑपरेशन विजय’ नाम दिया था. इस ऑपरेशन के तहत भारतीय सेना, वायुसेना के साथ मिलकर पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़कर प्रसिद्ध 'टाइगर हिल' और आसपास की अन्य महत्वपूर्ण चौकियों पर दोबारा कब्जा कर लिया था.

टोलोलिंग की लड़ाई (Battle of Tololing) कारगिल युद्ध के पहले बड़े संघर्षों में से एक थी. भारतीय सेना की राजपूताना राइफल्स की दूसरी बटालियन ने टोलोलिंग और आस-पास की स्थिति से पाकिस्तानी सेना को खदेड़ा था. 

टाइगर हिल की लड़ाई (Battle of Tiger Hill) जिसे प्वाइंट 5353 की लड़ाई के रूप में भी जाना जाता है, भारत और पाकिस्तान के बीच 1999 के कारगिल युद्ध के दौरान हुई एक महत्वपूर्ण सैन्य भागीदारी थी. 

प्वाइंट 5140 पर कब्ज़ा करने के बाद, 7 जुलाई 1999 को कैप्टन विक्रम बत्रा के नेतृत्व में 13 जेएके आरआईएफ को प्वाइंट 4875 पर कब्ज़ा कर भारत की जीत पर अंतिम मुहर लगा दी. 

भारत ने LOC क्यों नहीं पार की?

भारत के पास कारगिल युद्ध में जीत के बाद पीओके पर कब्जा करने का मौका था और भारत ऐसा कर भी सकता था लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया. इसकें पीछे कई कारण है. इनमें से सबसे प्रमुख कारण यह है कि भारत 1971 के शिमला समझौते के तहत एलओसी की स्थिति को बनाये रखना चाहता था. 

अमेरिका और चीन सहित दुनिया के कई देशों ने पाकिस्तान की इस घुसपैठ को आक्रामक रूप में देखा क्योंकि पाकिस्तान ने एलओसी पार कर लिया था. भारत ऐसा नहीं करना चाहता था क्योंकि यह एक नए युद्ध की शुरुआत भी हो सकती थी. 

यदि भारत ऐसा करता तो पाकिस्तान के पास पाकिस्तानी सेना को पंजाब, जैसलमेर जैसे पश्चिमी क्षेत्रों में मोर्चा खोलने का बहाना मिल जाता. पाकिस्तान ये भी नहीं मान रहा था कि कारगिल में उसकी ही सेना लड़ रही है. इसलिए अगर भारत सीमित ऑपरेशन रखेगा तो इससे युद्ध नहीं होगा इसलिए भारत ने ऐसा नहीं किया. 

कारगिल विजय दिवस:

वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले भारतीय सैनिकों की बहादुरी और वीरता को श्रद्धांजलि देने के लिए हर साल 26 जुलाई को पूरे देश में कारगिल विजय दिवस मनाया जाता है.  

यह दिवस ऑपरेशन विजय की जीत के जश्न के रूप में मनाया जाता है जो 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान पर एक महत्वपूर्ण सैन्य जीत थी.

कारगिल विजय दिवस 2023:

कारगिल विजय दिवस भारत में पर्तिवर्ष 26 जुलाई को मनाया जाने वाला एक वार्षिक स्मरणोत्सव है. 2023 में कारगिल युद्ध में बहादुरी से लड़ने वाले हमारे भारतीय सैनिकों के सम्मान में कारगिल विजय दिवस बुधवार, 26 जुलाई को मनाया जाएगा.

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