इंडियन एजुकेशन सिस्टम में स्कॉलर्स और एजुकेशनिस्ट्स के लिए कुछ चुनिंदा करियर ऑप्शन्स

Oct 27, 2021, 17:41 IST

टीचर्स अपने स्टूडेंट्स को दुनिया के साथ-साथ, उनके भावी जीवन के लिए भी तैयार करते हैं. इन दिनों भारत में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी लेवल पर ट्रेडिशनल टीचिंग के साथ ही ऑनलाइन टीचिंग का नया दौर भी शुरू हो चुका है.

Best Career Options in Indian Education System
Best Career Options in Indian Education System

वर्तमान में भारत की आबादी का पचास प्रतिशत हिस्सा युवा आयु वर्ग का है. इसका एक मतलब यह भी है कि, 01.35 अरब की आबादी से अधिक वाला इंडियन एजुकेशन सिस्टम बहुत बड़ा है. एक हालिया  अनुमान के मुताबिक, भारत में लगभग 370 विश्वविद्यालय, 18,000 कॉलेज, लगभग 05 लाख टीचर्स और 11 मिलियन स्टूडेंट्स हैं. इसी तरह, भारत  में लगभग 1,500 प्रबंधन संस्थान, 3,500 इंजीनियरिंग संस्थान और 1,200 मेडिकल कॉलेज हैं और इंडियन प्राइवेट एजुकेशन इंडस्ट्री का कारोबार तकरीबन 20,000-25,000 करोड़ के बीच होने का अनुमान है.

इन दिनों भारत सरकार ने दूरस्थ शिक्षा बाजार को बढ़ावा देने और एम-लर्निंग और ई-लर्निंग के माध्यम से शिक्षा को देश के अंतिम छोर तक ले जाने के लिए नई तकनीकों को अपनाने के लिए भी कई पहलें  शुरू की हैं.

भारत में 05-24 वर्ष के आयु वर्ग के लगभग 500 मिलियन लोग हैं और यह स्पष्ट रूप से इंडियन एजुकेशन सिस्टम में मौजूद अवसरों का संकेत है. भारत में ट्रेंड टीचर्स की कमी और शिक्षा के खराब बुनियादी ढांचे के बावजूद, स्कूल जाने वाली आबादी निरंतर बढ़ रही है. हालांकि, 2030 तक भारत सरकार की योजना सकल नामांकन अनुपात को 30% तक ले जाने की है, जिससे दूरस्थ शिक्षा को भी बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है.

यह डाटा दर्शाता है कि इंडियन एजुकेशन सेक्टर में विकास और प्रगति का बहुत बड़ा अवसर उपलब्ध है क्योंकि इस क्षेत्र में आजकल काफी आशाजनक संभावनाएं उपलब्ध हैं. इनमें से अधिकांश अवसर तकनीकी प्रगति और पारंपरिक शिक्षण विधियों में हुए क्रांतिकारी बदलाव के कारण पैदा हुए हैं.

आपके लिए इंडियन एजुकेशन सेक्टर में कोई भी करियर अन्य अनेक लोगों के जीवन में बदलाव लाने का सबसे फायदेमंद और प्रभावी तरीका हो सकता है. भारत में शिक्षा में बैचलर डिग्री या पोस्ट ग्रेजुएट की डिग्री हासिल करना एक कामयाब शिक्षक बनने का अनिवार्य कदम है. लेकिन भले ही आप पारंपरिक क्लास सेटिंग में पढ़ाने में दिलचस्पी नहीं रखते हैं, इंडियन एजुकेशन में कोई सूटेबल डिग्री हासिल करने के बाद आप एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन, स्कूल काउंसलर या फिर बतौर सब्जेक्ट टीचर अपना करियर शुरू कर सकते हैं. इंडियन स्कॉलर्स और एजुकेशनिस्ट्स के लिए इन दिनों इंडियन एजुकेशन सिस्टम में अनेक आशाजनक करियर्स उपलब्ध हैं. आइये आगे पढ़ें:

इंडियन एजुकेशन सिस्टम में टॉप करियर प्रोफाइल्स

बेशक! स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी टीचर्स/ लेक्चरर या प्रोफेसर्स के पास अपने स्टूडेंट्स के जीवन को पॉजिटिव लेवल तक बदलने की शक्ति है, इंडियन एजुकेशन की विभिन्न फ़ील्ड्स में कोई सूटेबल अंडरग्रेजुएट/ पोस्टग्रेजुएट की डिग्री हासिल करने वाले स्टूडेंट्स के लिए टीचिंग निश्चित रूप से सबसे पसंदीदा करियर ऑप्शन है, और अगर आप क्लास-रूम सेटिंग में बच्चों या वयस्कों को पढ़ाना पसंद करते हैं तो आपके लिए यह एक बहुत अच्छा करियर ऑप्शन साबित हो सकता है. टीचर्स अपने स्टूडेंट्स को दुनिया के साथ-साथ, उनके भावी जीवन के लिए भी तैयार करते हैं. इन दिनों भारत में स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी लेवल पर ट्रेडिशनल टीचिंग के साथ ही ऑनलाइन टीचिंग का नया दौर भी शुरू हो चुका है.

एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन

कुछ टीचर्स जो अपनी स्कूल कम्युनिटी के भीतर विकास के अवसर की तलाश में रहते हैं, वे एक एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेटर बनने के उद्देश्य से एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन में एडवांस्ड डिग्री/ मास्टर डिग्री प्राप्त कर सकते हैं जिसके बाद आप जिला, राज्य और संघीय स्तर पर शिक्षण सामग्री और अन्य संबद्ध आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ-साथ अपने साथी शिक्षकों को स्कूल सुरक्षा कार्यक्रम जैसे स्टैंडअलोन कार्यक्रमों को डिजाइन करने में मदद करने के लिए भी तैयार कर सकते हैं.

वर्ष, 2024 तक इंडियन एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेशन में करियर ऑफर्स 06 प्रतिशत तक बढ़ने की उम्मीद है. भारत में एजुकेशन एडमिनिस्ट्रेटर के तौर पर प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल या डीन की पोस्ट को शामिल किया जा सकता है. इसके अलावा, अन्य टीचर्स के लिए एडवांस्ड लेसन प्लान्स, प्रोफेशनल डेवलपमेंट  और निर्देशात्मक मार्गदर्शन जैसे क्षेत्रों में भी आशाजनक संभावनाएं हैं.

स्कूल काउंसलर

स्कूल काउंसलर अपने स्कूल के सभी स्टूडेंट्स को उनकी नीड्स के मुताबिक, सामाजिक, अकादमिक और भावनात्मक रूप से सटीक सलाह और मदद प्रदान करते हैं. स्कूल स्टूडेंट्स को कॉलेज के लिए तैयार करना और गाइडेंस देना भी इन प्रोफेशनल्स का ही प्रमुख काम होता है. स्कूल काउंसलिंग में मास्टर डिग्री और संबद्ध राज्य द्वारा जारी लाइसेंस हासिल करना आपके लिए अनिवार्य करियर आवश्यकता है, जिसे आपको एक स्कूल काउंसलर के तौर पर करियर शुरू करने से पहले ही प्राप्त करना होगा. एक स्कूल काउंसलर ऑफिस या क्लास सेटिंग में काम कर सकता है और विभिन्न ग्रेड, आमतौर पर KG -12 तक के सभी जरुरतमंद स्टूडेंट्स को उपयोगी सहायता प्रदान कर सकता है.

इंडियन एजुकेशन सिस्टम में आपके लिए उपलब्ध हैं ये अन्य बेहतरीन करियर्स

इंडियन एजुकेशन फील्ड में, खासकर कुछ एजुकेशन स्पेशलिटीज़ में, इन दिनों बेहतरीन करियर्स के अवसर मांग में अधिक होते जा रहे हैं. इंडियन एजुकेशन सिस्टम में आपके लिए उपलब्ध कुछ बेहतरीन  करियर्स की लिस्ट नीचे दी जा रही है:

  • करिकुलम डेवलपर
  • स्पेशल एजुकेशन टीचर
  • एकेडमिक मैनेजर
  • एकेडमिक रिसर्च राइटर
  • मैनेजर – एजुकेशन एवं स्किल ट्रेनिंग
  • मैनेजर – इंटरनेशनल स्टूडेंट प्रोग्राम्स
  • फॉरेन लैंग्वेज टीचर
  • एनालिस्ट/ हायर एजुकेशन एनालिस्ट
  • प्रोडक्ट मैनेजर - डिजिटल एजुकेशन सोल्यूशन्स

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