अक्सर पेरेंट्स अपने बच्चों के किसी नए स्कूल में एडमिशन को लेकर चिंतित रहते हैंl सबसे पहले प्ले स्कूल, फिर एलीमेंट्री एजुकेशन से लेकर ग्रेजुएशन तक, विद्यार्थी अपने माता-पिता के नेतृत्व में रहते हुए हर पड़ाव आसानी से पार करता जाता है l जब बात आती है अपने बच्चों के लिए उचित शिक्षा प्रणाली चुनने की तब अभिभावक के रूप में पेरेंट्स की जिम्मेदारियां कई गुणा ज़्यादा बढ़ जाती हैं l इसलिए स्कूल बदलते समय अपने बच्चे के लिए नए स्कूल का चुनाव करते समय माता-पिता को पूरी जाँच-पड़ताल करनी चाहिए और नये स्कूल में एडमिशन की प्रक्रिया से लेकर शिक्षा के स्तर और वातावर्ण तक हर चीज़ की बारीकी से जानकारी जुटानी चाहिएl
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स्कूल बदलने का क्या है कारन?
अक्सर स्कूल बदलने की ज़रूरत तभी पड़ती है जब या तो वर्तमान स्कूल में शिक्षा या अन्य अकादमिक गतिविधियों से विद्यार्थी या पेरेंट्स संतुष्ट न हों या फिर विद्यार्थी के माता-पिता में से किसी एक का जॉब ट्रान्सफर होने की वजह से उन्हें शहर बदलना पड़ रहा हो l
कैसे करें नये स्कूल का चुनाव?
नये स्कूल का चुनाव करते समय माता-पिता के दिमाग में पहला विकल्प सीबीएसई प्राइवेट स्कूल का ही आता है, क्यूँकि यहाँ पढ़ाई के लिए उचित व सुरक्षित वातावर्ण प्रदान करते हुए विद्यार्थी को एक अलग तरह का अकादमिक अनुभव कराया जाता है, जिससे उनका सम्पूर्ण विकास हो सके l यहाँ तक कि सरकारी स्कूलों के महत्त्व को भो नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता क्यूँकि सरकार की नई योजनायें जैसे कि लड़कियों के लिए फ्री एजुकेशन, स्कॉलरशिप, शिक्षकों पे कसती हुई कमान, प्रैक्टिकल लेबोरेटरी में ज़रूरी उपकरणों की उपलब्धि, आदि सभी के चलते सरकारी स्चूलों में शिक्षा का स्तर ऊँचा उठ रहा हैl
स्कूल का चुनाव करने से भी ज़्यादा बड़ी सरदर्दी है किसी नये स्कूल में एडमिशन लेनाl इसके लिए आपको एडमिशन फॉर्म लेने से लेकर एडमिशन होने की प्रक्रिया तक अनेक तरह की Formalities पूरी करनी होती हैंl
यहाँ हम बात करेंगे उन ख़ास चीज़ों के बारे में जिन्हें पेरेंट्स को अपने बच्चे को नए स्कूल में एडमिशन दिलवाते दौरान दिमाग में रखना चाहिए ताकि एडमिशन की सम्पूर्ण प्रक्रिया को आसान व परेशानी रहत बनाया जा सके:
1. स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट प्राप्त करना है प्रथम कार्य
वर्तमान स्कूल को छोड़ने से पहले आपको उनसे सभी कारणों व हालात की जानकारी देते हुए स्कूल लीविंग सर्टिफिकेट जारी करने के लिए पत्र लिखना होगाl इसीके साथ यह भी सुनिश्चित कर लें कि आप सभी ज़रूरी अप्रूवलस, सर्टिफिकेट व डाक्यूमेंट्स प्राप्त कर लें ताकि नए स्कूल में एडमिशन के दौरान आपको किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़ेl
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2. नये स्कूल की शिक्षा प्रणाली को अच्छे से जाँच लें
अपने बच्चे के लिए किसी नए स्कूल का चुनाव करने के बाद उसको एक बार उस स्कूल में लेकर जाएँ ताकि वह नये स्कूल के माहौल को जान सकेl वहाँ की शिक्षा प्रणाली को समझने व परखने के लिए बच्चे को एक नार्मल टेस्ट दिलवाएंl इससे आप उस स्कूल के अकादमिक स्तर का अंदाज़ा लगा पाएंगे जो कि आने वाले समय में आपके बच्चे के लिए काफी मददगार साबित होगाl
3. नये स्कूल में एडमिशन के लिए ज़रूरी क्राइटेरिया पूरा होना है ज़रूरी
चाहे स्कूल उसी शहर में हो या किसी नये शहर में, हर जगह बच्चों को एडमिशन देने का एक ख़ास क्राइटेरिया निर्धारित होता हैl जैसे की विद्यार्थी की उम्र, पुराने स्कूल में उसका अकादमिक रिकॉर्ड, आदिl नए स्कूल में एडमिशन लेते समय आपके बच्चे को ज़रूरी क्राइटेरिया पूरा करना होगा ताकि एडमिशन में किसी तरह की दिक्कत का सामना न करना पड़ेl
ज़ाहिर तौर पर ये स्टेप्स फॉलो करते हुए पेरेंट्स बिना किसी परेशानी का सामना करते हुए आसानी से अपने बच्चे के लिए किसी किसी अच्छे स्कूल में एडमिशन सुनिश्चित करते हुए उसके भविष्य को एक सही दिशा दे पाएंगेl
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