इन दिनों बहुत से इंडियन स्टूडेंट्स हायर एजुकेशनल डिग्रीज पाने के लिए विदेशों में पढ़ने के लिए जाना चाहते हैं. लेकिन विदेश पढ़ने जाने से पहले इंडियन स्टूडेंट्स को कई चुनौतियों से जूझना पड़ता है जैसेकि, विदेशी में पढ़ने के लिए बहुत ज्यादा धन की जरूरत होती है. फिर, विदेश में पढ़ने के इच्छुक स्टूडेंट्स को कुछ अन्य मुद्दों जैसे, पासपोर्ट और माइग्रेशन या इमीग्रेशन से भी निपटना पड़ता है. इसी तरह, सबसे पहले तो इंडियन स्टूडेंट्स को अपनी पसंद के किसी विदेशी कॉलेज या यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने के लिए निर्धारित प्रवेश परीक्षा अर्थात एंट्रेंस एग्जाम पास करना बहुत जरुरी होता है. दुनिया के सुप्रसिद्ध कॉलेजेज और यूनिवर्सिटीज़ में एडमिशन लेने के लिए SAT, GMAT, GRE, ILETS, TOFEL जैसे कॉम्पीटिटिव एग्जाम अवश्य पास करने होते हैं. कई बार, स्टूडेंट्स एक जैसे दो कॉम्पीटिटिव एग्जाम्स के बीच कंफ्यूज़ हो जाते हैं और उन्हें यह समझ नहीं आता कि उनके लिए अपनी पसंद के किसी विदेशी कॉलेज/ यूनिवर्सिटी में किसी मनचाहे कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कौन से कॉम्पीटिटिव एग्जाम्स पास करना सबसे अच्छा रहेगा. इस आर्टिकल में हम आपके लिए कुछ कॉम्पीटिटिव एग्जाम्स के बीच प्रमुख अंतर के बारे में सारी महत्त्वपूर्ण जानकारी दे रहे हैं:
GRE और GMAT: प्रमुख अंतर
ये दोनों GRE और GMAT परीक्षाएं उन छात्रों के लिए होती हैं, जो कुछ विदेशी विश्वविद्यालय में स्नातकोत्तर स्तर का कोई कोर्स करना चाहते हैं.
GMAT:
GMAT परीक्षा विशेष रूप से बिजनेस स्कूलों में किसी स्नातक प्रबंधन व्यवसाय कार्यक्रम में प्रवेश प्राप्त करने के लिए एमबीए के छात्रों के आवश्यक कौशल की जांच करने के लिए डिज़ाइन की गई है. किसी बिजनेस स्कूल में एडमिशन लेने के लिए हर साल 200,000 लाख से ज्यादा छात्र GMAT परीक्षा देते हैं. इस परीक्षा द्वारा छात्रों के तर्क और विश्लेष्ण संबंधी कौशल के साथ विश्लेषणात्मक लेखन, समस्या निवारण क्षमता जैसे कुछ महत्वपूर्ण स्किल्स का टेस्ट लिया जाता है.
GRE:
दुनिया भर से भावी स्नातक और बिजनेस स्कूल आवेदक जो एमबीए अर्थात बिजनेस में विशेष मास्टर डिग्री या डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने में रुचि रखते हैं उन्हें GRE जनरल टेस्ट देना होता है. ये आवेदक विभिन्न शैक्षणिक अर्हता प्राप्त होते हैं और GRE जनरल टेस्ट कॉलेजों को उम्मीदवारों की योग्यताओं की तुलना करने के लिए एक सामान्य मानदंड प्रदान करता है.
उक्त दोनों परीक्षाओं में कुछ प्रमुख अंतर नीचे दिए गए हैं –
GRE | GMAT | |
पूर्ण रूप | ग्रेजुएट रिकॉर्ड परीक्षा | ग्रेजुएट मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट |
अपेक्षित | ग्रेजुएट और बिजनेस स्कूल्स में एडमिशन | अधिकांश बिजनेस स्कूल्स में एडमिशन |
परीक्षा की अवधि | 3 घंटे 10 मिनट | 3 घंटे 30 मिनट |
परीक्षा का माध्यम | पेपर आधारित और कंप्यूटर अडेपटिव टेस्ट | कंप्यूटर एडेपटिव टेस्ट |
परीक्षा में सेक्शन्स | मौखिक तर्क, मात्रात्मक तर्क, क्रिटिकल सोच और विश्लेषणात्मक कौशल | विश्लेषणात्मक लेखन का मूल्यांकन, मात्रात्मक, मौखिक और एकीकृत तर्क |
क्वांटिटेटिव सेक्शन (मैथ्स सेक्शन) | क्विक नंबर सेंस और नंबर मैनीपुलेशन पर जोर दिया जाता है. | वर्ड प्रॉब्लम्स का उत्तर देने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण चाहिये. |
वर्बल सेक्शन | वोकेबुलरी पर ज्यादा फोकस रहता है. | व्याकरण, तर्क और रीजनिंग स्किल्स पर अधिक जोर दिया जाता है. |
रिटेक अटेम्प्ट | आप लगातार 12 महीने की अवधि (365 दिन) के भीतर पांच बार तक, हर 21 दिनों में GRE संशोधित जनरल टेस्ट दे सकते हैं. | आप किसी भी 12 महीनों की अवधि में GMAT परीक्षा 5 बार तक दे सकते हैं, लेकिन किसी भी 16 दिन की अवधि में एक से अधिक बार नहीं. |
उक्त दोनों परीक्षाओं के बीच सामान्य बातें:
स्कोर की वैधता: दोनों ही परीक्षाओं में प्राप्त किये गये अंक 5 वर्ष के लिए वैध रहते हैं. लेकिन GMAT परीक्षा के मामले में कुछ विश्वविद्यालयों ने GMAT परीक्षा की वैधता सीमा के संबंध में अपने नियम स्वयं निर्धारित किये हैं.
TOFEL और ILETS
ये दोनों परीक्षाएं अंग्रेजी में प्रवीणता का टेस्ट लेने के लिए हैं लेकिन छात्र अक्सर इन परीक्षाओं की एप्लीकेबिलिटी के संबंध में कन्फ्यूज्ड रहते हैं.
ILETS: अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा टेस्टिंग सिस्टम (ILETS) उन लोगों की भाषा प्रवीणता का आकलन करता है, जो ऐसे किसी देश में अध्ययन या काम करना चाहते हैं जहां अंग्रेजी भाषा का प्रयोग संचार भाषा के रूपमें किया जाता है. यह नॉन-यूजर (बैंड स्कोर 1) से लेकर विशेषज्ञ (बैंड स्कोर 9) तक नाइन-बैंड पैमाने का उपयोग करता है ताकि परीक्षार्थी के प्रवीणता के स्तर की पहचान स्पष्ट रूप से हो सके.
TOFEL: TOFEL टेस्ट दुनिया में व्यापक रूप से सबसे सम्मानित अंग्रेजी भाषा का टेस्ट है जिसे ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्रिटेन और संयुक्त राज्य अमेरिका सहित 130 से अधिक देशों में 10,000 से अधिक कॉलेजों, विश्वविद्यालयों और एजेंसियों द्वारा मान्यता प्राप्त है. जिस भी देश या कॉलेज/ यूनिवर्सिटी में आप पढ़ना चाहते हैं, TOFEL टेस्ट आपको वहां करवाने में सहायता कर सकता है.
IELTS | TOEFL | |
पूर्ण रूप | अंतर्राष्ट्रीय अंग्रेजी भाषा टेस्टिंग सिस्टम | एक विदेशी भाषा के रूप में अंग्रेजी की परीक्षा |
परीक्षा की अवधि | 2 घंटे 45 मिनट | 4 घंटे |
परीक्षा का माध्यम | पेपर आधारित | कंप्यूटर आधारित |
प्रश्नों का प्रकार | इसमें प्रश्न के कई प्रकार शामिल हैं, जैसे एकाधिक विकल्प प्रश्न, रिक्त स्थान भरें और मिलान प्रश्न आदि. | इसमें केवल एकाधिक विकल्प वाले प्रश्न शामिल हैं. |
कंविनियेंट | ब्रिटिश एक्सेंट वाले कैंडिडेट्स | अमरीकी एक्सेंट वाले कैंडिडेट्स |
अन्य अपेक्षित कौशल | आप अपने उत्तर स्वयं लिख सकते हैं. | अच्छी टाइपिंग स्पीड |
टेस्ट टाइप | अकादमिक के साथ ही सामान्य परीक्षा विकल्प प्रदान करता है. | केवल अकादमिक अंग्रेजी पेश की जाती है. |
रिटेक अटेम्प्ट | आप यह परीक्षा असीमित संख्या में, बिना किसी अनिवार्य प्रतीक्षा अवधि के भी, कई बार दे सकते हैं. | यद्यपि आप कई बार यह परीक्षा दे सकते हैं, लेकिन आप इसे 12-दिन की अवधि में केवल एक बार ही दे सकते हैं. |
दोनों परीक्षाओं के बीच सामान्य बातें:
परीक्षा सेक्शन: उक्त दोनों ही परीक्षाओं में रीडिंग, लिसनिंग, स्पीकिंग और राइटिंग सेक्शन होते हैं.
स्कोर की वैधता: इन दोनों परीक्षाओं में प्राप्त अंक परीक्षा की तारीख से 2 वर्ष तक मान्य रहते हैं.
SAT और ACT :
SAT: यह एक मानक टेस्ट है जो संयुक्त राज्य में कॉलेज के प्रवेश के लिए व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है. SAT संयुक्त राज्य अमेरिका में एक निजी, नॉन-प्रॉफिट कार्पोरेशन या कॉलेज बोर्ड द्वारा स्वामित्व, विकसित और प्रकाशित किया जाता है. SAT छात्र के पढ़ने, लिखने और गणित के ज्ञान के टेस्ट के माध्यम से किसी कॉलेज में ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला लेने के लिए छात्र की शैक्षिक तत्परता का मूल्यांकन करता है.
ACT: ACT टेस्ट संयुक्त राज्य अमरीका में सभी विश्वविद्यालयों और कॉलेजों द्वारा स्वीकृत और मान्य सबसे लोकप्रिय कॉलेज एडमिशन टेस्ट है. छात्रों ने हाई स्कूल में जो सीखा है, ACT टेस्ट उसके आधार पर लिया जाता हैऔर छात्रों को अपनी शिक्षा और करियर योजना बनाने के संबंध में उनकी काबिलियत के बारे में निजी और विशिष्ट जानकारी प्रदान करता है.
SAT | ACT | |
पूर्ण रूप | स्कॉलैस्टिक एप्टीट्यूड टेस्ट | अमरीकी कॉलेज टेस्टिंग |
परीक्षा की अवधि | 3 घंटे 35 मिनट | 3 घंटे 50 मिनट |
परीक्षा में सेक्शन्स | अंग्रेजी, मैथ्स, रीडिंग, विज्ञान और वैकल्पिक निबंध (या लेखन परीक्षण) | एविडेंस बेस्ड रीडिंग, राइटिंग, गणित बिना कैलकुलेटर, कैलकुलेटर के साथ गणित और वैकल्पिक निबंध |
कैलकुलेटर का इस्तेमाल | मैथ्स के कुछ सवालों के लिए कैलकुलेटर का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. | मैथ्स के सभी सवालों के लिए कैलकुलेटर का इस्तेमाल किया जा सकता है. |
मैथमेटिकल फोर्मुलास | मैथमेटिकल फोर्मुलाज दिए जाते हैं. | मैथमेटिकल फोर्मुलाज नहीं दिए जाते हैं. |
दोनों परीक्षाओं के बीच सामान्य बातें:
स्कोर की वैधता - दोनों परीक्षाओं के लिए स्कोर परीक्षण की तारीख से 5 वर्ष के लिए मान्य होता है.
कितनी बार दे सकते हैं ये परीक्षायें?
आप जितनी बार चाहें उतनी बार ये दोनों परीक्षायें दे सकते हैं. कुछ स्कूल आपके द्वारा अपने सभी प्रयासों में प्राप्त किये गए अंकों के आधार पर ही आपके संबंध में अपना निर्णय लेते हैं.
हमें उम्मीद है कि उपरोक्त जानकारी से आपको विदेशों में अध्ययन करने के लिए जरुरी इन लोकप्रिय प्रतियोगी परीक्षाओं के संबंध में अपने संदेह या भ्रम दूर करने में मदद मिलेगी. आप उक्त विभिन्न कारकों जैसे परीक्षा प्रारूप और अपने पसंदीदा कोर्स के आधार पर अपने लिए सही प्रतियोगी परीक्षा का विकल्प चुन सकते हैं जो आपके पसंदीदा कोर्स में आसानी से आपको एडमिशन दिलवाने में काफी मददगार सिद्ध होगा.
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