जैसे-जैसे एग्जाम का समय पास आता जाता है, वैसे-वैसे पढ़ाई को ज्यादा से ज्यादा समय देने की जरूरत पड़ने लगाती है. क्यूँकी आख़िरी के समय में पुरे सिलेबस को दोहराना भी पड़ता हैं जिसकी वजह से आम दिनों की अपेक्षा ज्यादा समय लगता है. ऐसे समय में अक्सर देखा गया है कि स्टूडेंट्स को रसायन विज्ञान का विषय पढ़ना या दोहराना काफी मुश्किल लगने लगता है. रसायन विज्ञान मुख्यतः तिन भागो में बटा है भौतिक रसायन, कार्बनिक रसायन, अकार्बनिक रसायन. दरअसल एग्जाम के समय स्टूडेंट्स की परेशानी का सबसे बड़ा कारण यह होता है कि वह इन तीनो ही खंडो के टॉपिक को आसानी से कैसे समझे. यहाँ हम आपको आज कुछ ऐसे आसान टिप्स बतायेंगे जिनकी मदद से आप अपने रसायन विज्ञान के एग्जाम की तैयारी काफी अच्छी तरह कर सकते हैं और इसके लिए हम आपको सभी खंडो से जुड़े कुछ सरल टिप्स पर चर्चा करेंगे जिससे आपको आने वाले परीक्षा के लिए सही मार्गदर्शन मिले.
भौतिक रसायन : भौतिक रसायन, रसायन विज्ञान का एक ऐसा भाग है जिसमे मुख्यतः सॉलिड स्टेट, सलूशन, केमिकल काईनेटिक्स, सरफेस केमिस्ट्री आदि टॉपिक इसके अंतर्ग्रत आते हैं. जिसमे अक्सर स्टूडेंट्स को रसायनिक अभिक्रिया और उनके फोर्मुले को याद रख पाना मुश्किल होता है जिस कारण एग्जाम के समय स्टूडेंट्स फोर्मुले को याद करने की कोशिश में लगे रहते है जो काफी हद तक आसान नही होता. उदाहरण के तौर पर यदि हम कुछ प्रश्नों को देखे तो इस बात की पुष्टि आसानी से कर सकतें हैं –
प्रश्न: सोडियम कार्बोनेट विलयन के 25 मि.ली. में 8 मि.ली. 0.75 N HCl को मिलाया गया. पूर्ण उदासीन करने के लिए 0.8 N H2SO4 विलयन के 15 मि.ली. और लगे. सोडियम कार्बोनेट विलयन की सांद्रता, नर्मलता तथा ग्राम/लिटर में ज्ञात कीजिए.
(Na = 23, C = 12, O = 16, S = 32, Cl = 35.5 तथा H = 1)
प्रश्न: स्थिर दाब तथा ताप पर एक गैस का आयतन किस ताप पर दुगुना हो जाएगा?
प्रश्न: ब्लू परक्रोमेट में क्रोमियम (Cr) की ऑक्सीकरण संख्या निकालिए.
ऊपर दिए प्रश्नों के आधार पर यह तो स्पष्ट रूप से समझ आ रहा है की प्रश्नों को हल करने के लिए उनके फोर्मुले और कांसेप्ट को समझना ज़रूरी है लेकिन इसे समझने के लिए हमें गणित की तरह भौतिक रसायन में भी बस प्रैक्टिस की आवश्यकता हैं न की फोर्मुले को रटने की इसलिए भौतिक रसायन में अपनी एग्जाम के लिए पकड़ बनाने का सबसे अच्छा एक मात्र रास्ता हैं की आप इस खंड के सभी टॉपिक के प्रश्नों का प्रैक्टिस अच्छी तरह करें. यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको खुद यह कुछ ही समय में महसूस होगा की आपका इस खंड के प्रश्नों को समझना और हल करना काफी आसान हो गया है और आपको इसके लिए अब फोर्मुले को रटने की आवश्यकता नहीं पड़ रही है.
अकार्बनिक रसायन : अकार्बनिक रसायन में मुख्यतः तत्व के जनरल प्रिंसिपल, प्रोसेस से जुड़े टॉपिक होते हैं जिसमें हमे अयस्क और तत्वों के बारे में ऐसी कई चीज़े होती हैं जिन्हें याद रख पाना बेहद मुश्किल होता है. उदहारण के तौर पर-
प्रश्न : निम्नलिखित का जयमितिय आकार क्या होगा?
प्रश्न : जिंक के दो अयस्को के नाम लिखें?
प्रश्न : निम्नलिखित यौगिक का I.U.P.A.C नाम लिखें?
अकार्बनिक रसायन के प्रश्नों को हल करने के लिए उस खंड के सभी टॉपिक को अच्छी तरह समझना अत्यंत आवश्यक है जिसके लिए आप सभी टॉपिक के आधार पर अपने अनुसार छोटे छोटे महत्वपूर्ण टॉपिक के नाम के पहले अक्षर को प्रयोग करते हुए एक स्पेशल वर्ड बना लें. यह काफी हद तक मददगार होता है क्योंकि हमारा दिमाग पुरानी चीजों के बारे में जिन्हें हम पहले से जानते है उसे समझने से बेहतर नयी चीजों को सीखने में अपना बेहतर प्रदर्शन करता है क्योंकि जो चीज़े हमने पहले पढ़ी है, उसके बारे में हम उतना गंभीर नहीं हो पाते जितना नयी चीज़ के लिए होते है. इसलिए छोटे स्पेशल वर्ड्स और कोड्स का इस्तेमाल करें ताकि आपको चीज़े सही तरीके से याद रहें और आप भूले नहीं. केमिस्ट्री में सबसे मुश्किल पार्ट किसी रसायन या वैज्ञानिक नाम याद रखना होता है तो इस तरह के टॉपिक याद रखने के लिए उसके नाम का पहला अक्षर और लास्ट अक्षर को दिमाग में बैठाते हुए एक शॉर्ट फॉर्म दिमाग में बना लें. ऐसे ही कुछ टेक्निकल और लॉजिकल तरीके से आपको काफी कुछ याद रखने में आसानी होगी.
ऐसे टॉपिक के लिए सबसे पहले आप रिएक्शन मैकेनिज्म अच्छी तरह समझ लें जिसके ज़रिये आप आसानी से अभिक्रिया को हल कर पाएंगे. खुद के कुछ छोटे छोटे लॉजिकल स्किल्स डेवलप करें. जैसे की अल्डीहईड के रिएक्शन से एसिड बनता है. ऐसे छोटे छोटे अभिक्रियायों की एक सरणी बना लें और उन्हें याद रखे.
इस लेख में बताये टिप्स को अगर आप फॉलो करते हैं तो आसानी से आप रसायनिक विज्ञान के एग्जाम के लिए खुद को अच्छे से तैयार कर सकते हैं.
शुभकामनायें !!
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