UPPSC Success Story: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से बीते दिनों PCS परीक्षा का परिणाम जारी कर दिया गया है। UPSC की तरह यह परीक्षा भी पास करना आसान नहीं है। यही वजह है कि इस परीक्षा के लिए कई युवा कई सालों तक तैयारी करते हैं और इसमें सफलता प्राप्त करने की कोशिश में लगे रहते हैं। वहीं, कुछ युवा अपने दूसरे या तीसरे प्रयास में ही इसमें सफलता प्राप्त कर लेते हैं। आज हम आपको मुरादाबाद की रहने वाली आयुषी सिंह के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्होंने अपने दूसरे प्रयास में ही परीक्षा में सफलता प्राप्त की है।
आयुषी सिंह का परिचय
आयुषी सिंह मूलरूप से उत्तर प्रदेश के जिला मुरादाबाद की रहने वाली हैं। उन्होंने साइंस विषयों के साथ अपनी स्कूली पढ़ाई पूरी की और इसके बाद कला वर्ग से स्नातक किया। स्नातक की पढ़ाई पूरी होने के बाद आयुषी ने पीजी की डिग्री भी प्राप्त की।
साल 2015 में पिता की हो गई थी हत्या
आयुषी साल 2015 में 11वीं कक्षा में पढ़ रही थी। इसके कुछ समय पूर्व उनके पिता योगेंद्र सिंह की एक मामले में कोर्ट में सुनवाई चल रही थी। साल 2015 में पिता जब कोर्ट में पहुंचे, तो उनके पिता की हत्या कर दी गई। पिता का सपना था कि बेटी बड़ी होकर अधिकारी बने।
अधिकारी बनने के लिए शुरू की तैयारी
आयुषी ने पिता के सपने को पूरा करने के लिए पीसीएस परीक्षा की तैयारी की। उन्होंने स्टैंडर्ड बुक्स पढ़ने के साथ नोट्स बनाकर अपनी तैयारी को धार दिया।
तीन नंबर से पास नहीं कर सकी प्रीलिम्स
आयुषी ने जब यूपीपीएससी में अपना पहला प्रयास किया, तो वह तीन नंबर से प्रीलिम्स की परीक्षा पास करने से रह गई। हालांकि, उन्होंने हार नहीं मानी और दूसरे प्रयास के लिए तैयारी शुरू कर दी।
दूसरे प्रयास में बनी DSP
आयुषी ने दूसरा प्रयास के लिए तैयारी की और फिर से परीक्षा दी। इस बार उन्होंने प्रीलिम्स की परीक्षा पास करते हुए मेंस में जगह बनाई। मेंस के लिए उन्होंने अपनी तैयारी को और धार दिया, जिसके दम पर उन्होंने इंटरव्यू में जगह बनाई। पीसीएस परीक्षा का परिणाम जब जारी हुआ, तो आयुषी ने 62वां रैंक पाकर DSP के पद पर सफलता हासिल की है।
हम उम्मीद करते हैं कि आयुषी की सफलता की कहानी आपको प्रेरक लगी होगी। सिविल सेवाओं से जुड़ी अन्य कहानी पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें।
Comments
All Comments (0)
Join the conversation