Economic Survey 2025 Highlights: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में आर्थिक सर्वेक्षण 2025 पेश कर दिया है, जिसमें भारतीय अर्थव्यवस्था का व्यापक विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है. आर्थिक सर्वेक्षण 2025 की मुख्य बातें आप यहां देख सकते है. खुदरा महंगाई दर FY24 के 5.4% से घटकर अप्रैल-दिसंबर 2024 में 4.9% पर आई. साथ आप यहां से PDF भी डाउनलोड कर सकते है.
Economic Survey 2024-2025 Highlights:
अर्थव्यवस्था की तेज रफ्तार वापसी:
FY25 में भारत की वास्तविक GDP वृद्धि 6.4% रहने का अनुमान (राष्ट्रीय आय के पहले अग्रिम अनुमान के अनुसार), जो इसके दशकभर के औसत के करीब है.
वास्तविक सकल मूल्य वर्धन (GVA) भी FY25 में 6.4% की दर से बढ़ने का अनुमान.
वैश्विक अर्थव्यवस्था 2023 में औसतन 3.3% बढ़ी, जबकि IMF ने अगले पांच वर्षों के लिए 3.2% की वृद्धि का अनुमान लगाया.
FY26 में भारत की वास्तविक GDP वृद्धि 6.3% से 6.8% के बीच रहने की संभावना.
नीतिगत सुधार और विनियमन में ढील दीर्घकालिक विकास क्षमता को मजबूत करने और भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने पर केंद्रित.
भू-राजनीतिक तनाव, वैश्विक संघर्ष और व्यापार नीति से जुड़े जोखिम आर्थिक वृद्धि के लिए बड़ी चुनौती.
खुदरा महंगाई दर FY24 के 5.4% से घटकर अप्रैल-दिसंबर 2024 में 4.9% पर आई.
राजस्व पूंजीगत व्यय (CAPEX) FY21 से FY24 तक लगातार बढ़ा, आम चुनावों के बाद जुलाई-नवंबर 2024 में YOY 8.2% की वृद्धि दर्ज की गई.
भारत वैश्विक सेवाओं के निर्यात में सातवां सबसे बड़ा योगदानकर्ता, जो इस क्षेत्र में भारत की प्रतिस्पर्धात्मकता को दर्शाता है.
अप्रैल-दिसंबर 2024 के दौरान, गैर-पेट्रोलियम और गैर-रत्न एवं आभूषण निर्यात में 9.1% की वृद्धि, जो वैश्विक अस्थिरता के बीच भारतीय निर्यात की मजबूती को दर्शाती है.
वित्त वर्ष 2025 में खाद्य मुद्रास्फीति पर रहेगा दबाव:
सीएफपीआई द्वारा मापी गई खाद्य मुद्रास्फीति को वित्त वर्ष 2025 (अप्रैल-दिसंबर) में दबाव का सामना करना पड़ा, जो मुख्य रूप से सब्जियों और दालों जैसे कुछ खाद्य पदार्थों के कारण था.
सीपीआई बास्केट में सब्जियों और दालों का कुल भार 8.42% है.
वित्त वर्ष 2025 (अप्रैल से दिसंबर) में कुल मुद्रास्फीति में सब्जियों और दालों का योगदान 32.3 प्रतिशत था.
बीएसई 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचा: आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, बीएसई-सूचीबद्ध शेयरों का कुल बाजार पूंजीकरण पहली बार 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जो संयुक्त राज्य अमेरिका और जापान के बाद तीसरे स्थान पर है. दिसंबर 2024 के अंत तक, बीएसई का बाजार पूंजीकरण मार्च 2024 से 14.2% बढ़कर ₹445.2 लाख करोड़ तक पहुंच गया। दिसंबर 2024 के अंत में बीएसई बाजार पूंजीकरण और जीडीपी अनुपात 136% था.
आर्थिक सर्वेक्षण के अनुसार, भारत के संगठित (औपचारिक) क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. वहीं कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के शुद्ध सब्सक्रिप्शन FY19 में 61 लाख से बढ़कर FY24 में 131 लाख हो गए हैं.
अप्रैल-नवंबर 2024 के दौरान, शुद्ध वृद्धि 95.6 लाख रही, जिसमें युवा श्रमिकों की प्रमुख भागीदारी रही. 18-25 वर्ष के आयु वर्ग के श्रमिकों ने 47% शुद्ध पेरोल वृद्धि में योगदान दिया.
Economic Survey 2024-2025 Highlights की PDF यहां देखें
Economic Survey 2024-2025 Highlights PDF: आर्थिक सर्वेक्षण 2024-25 की मुख्य झलकियां देखें, जिसमें जीडीपी वृद्धि, महंगाई, व्यापार और सरकारी नीतियों का विश्लेषण शामिल है. पूरी रिपोर्ट डाउनलोड करने के लिए यहां क्लिक करें.
Economic Survey 2024-2025 Highlights PDF
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क्या होता है आर्थिक सर्वेक्षण?
आर्थिक सर्वेक्षण भारतीय अर्थव्यवस्था के प्रदर्शन, सरकारी नीतियों और आगामी वित्तीय वर्ष के दृष्टिकोण का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत करता है. इसे दो भागों में विभाजित किया जाता है:
- पार्ट A: इसमें समग्र आर्थिक प्रदर्शन, राजकोषीय प्रवृत्तियों और प्रमुख मैक्रोइकॉनॉमिक संकेतकों का विश्लेषण किया जाता है.
- पार्ट B: इसमें शिक्षा, गरीबी, जलवायु परिवर्तन जैसी सामाजिक-आर्थिक चुनौतियों के साथ-साथ जीडीपी वृद्धि, महंगाई और व्यापार का आकलन किया जाता है.
आर्थिक सर्वेक्षण स्पीच 2025 कहां देखें LIVE:
Economic Survey 2025 Highlights: आर्थिक सर्वेक्षण प्रस्तुति संसद टीवी और पीआईबी इंडिया चैनलों पर लाइव स्ट्रीमिंग हो रही है. आर्थिक सर्वेक्षण पर अपडेट वित्त मंत्रालय के फेसबुक पेज और वित्त मंत्रालय के आधिकारिक एक्स हैंडल @FinMinIndia पर उपलब्ध होंगे. इसे जारी होने के बाद इंडिया बजट वेबसाइट लिंक से डाउनलोड किया जा सकता है.
आर्थिक सर्वेक्षण 2025 में किस पर है फोकस:
- आर्थिक विकास अनुमान
- राजकोषीय घाटे का लक्ष्य
- मुद्रास्फीति
- सरकारी नीतियां और सुधार
- रोजगार एवं रोजगार सृजन
कौन तैयार करता है आर्थिक सर्वेक्षण?
यह आर्थिक मामलों के विभाग के आर्थिक प्रभाग द्वारा तैयार किया जाता है, जिसका नेतृत्व मुख्य आर्थिक सलाहकार (CEA) वी अनंत नागेश्वरन करते हैं.
कौन प्रस्तुत करता है आर्थिक सर्वेक्षण?
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 31 जनवरी को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी, जो कि बजट भाषण से एक दिन पहले प्रस्तुत किया जाता है.
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Today's address by Rashtrapati Ji to both Houses of Parliament was a resonant outline of our nation's path toward building a Viksit Bharat. She highlighted initiatives across sectors and underscored the importance of all-around as well as futuristic development.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 31, 2025
Her address… https://t.co/ZOwX8AjLNc
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