लैब टेक्निशियन अर्थात लैबोरेट्री टेक्निशियन का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य संबंधी सरकारी परियोजनाओं, आदि में होता है. स्वास्थ्य से संबंधित किसी भी संगठन में लैब टेक्निशियन का पद ऑपरेशंस में मध्य स्तर का होता है. लैब टेक्निशियन का कार्य होता है कि वह अस्पताल या स्वास्थ्य कार्यक्रम या परियोजना के अनुरुप मरीजों की ब्लड, यूरीन, आदि की जांच चिकित्सकीय परीक्षणों के लिए जांच करे. साथ ही, मरीजों से एकत्रित सैंपल के परीक्षण के आधार पर रिपोर्ट तैयार करे.
लैब टेक्निशियन की भूमिका अस्पतालों एवं स्वास्थ्य केंद्रों में मेडिकल परीक्षणों के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण होती है. लैब टेक्निशियन की रिपोर्ट के आधार पर ही डॉक्टर किसी भी मरीज के रोग का वास्तविक अनुमान लगा पाता है और आवश्यकतानुसार उपचार या सर्जरी करता है. इसलिए लैब टेक्निशियन बनने के लिए आवश्यक स्किल्स में से जरूरी है कि आपको स्वास्थ्य संबंधी जानकारियां, रोगों के अनुरूप आवश्यक लैब टेस्ट करने और टेस्ट की बिना त्रुटि रिपोर्ट बनाने आदि में निपुणता हो और संबंधित स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के निर्देशों के अनुसार टेस्ट करने में सहयोग प्रदान करे.
लैब टेक्निशियन के लिए कितनी होनी चाहिए योग्यता?
लैब टेक्निशियन बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से विज्ञान विषयों (फिजिक्स, केमिस्ट्री एवं बॉयोलॉजी या गणित) के साथ 12वीं उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके साथ ही, उम्मीदवार को किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से मेडिकल लैबोरेट्री टेक्निशियन का कोर्स उत्तीर्ण होना चाहिए. इसके अतिरिक्त उम्मीदवारों को संबंधित राज्य के नर्सिंग काउंसिल से पंजीकृत होना चाहिए.
लैब टेक्निशियन बनने के लिए निम्नलिखित योग्यता रखने वाल उम्मीदवारों को वरीयता दी जाती है
- आम रोगों एवं उनके लिए आवश्यक लैबोरेट्री टेस्ट की समझ.
- नियुक्ति क्षेत्र की स्थानीय भाषा पर अच्छी पकड़.
- स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के द्वारा मांगी गई रिपोर्ट को बनाने में निपुणता.
लैब टेक्निशियन के लिए कितनी है आयु सीमा?
लैब टेक्निशियन बनने के लिए जरूरी है कि उम्मीदवार की आयु 18 वर्ष से 30 वर्ष के बीच हो. हालांकि, कुछ संस्थानों में पूर्व कार्य-अनुभव के साथ अधिकतम आयु सीमा 40 वर्ष होती है. आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा सरकार के नियमानुसार छूट दी जाती है.
लैब टेक्निशियन के लिए चयन प्रक्रिया
लैब टेक्निशियन के पद पर उम्मीदवारों का चयन आमतौर पर शैक्षणिक रिकॉर्ड और इंटरव्यू के आधार पर किया जाता है. हालांकि, रिक्तियों के अनुरूप यदि अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होते हैं तो संबंधित संस्थान उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग के लिए लिखित परीक्षा का भी आयोजन कर सकता है.
कितनी मिलती है लैब टेक्निशियन को सैलरी?
लैब टेक्निशियन के पद पर छठे वेतन आयोग के पे-बैंड 1 के अनुरूप रु. 5200-20200 और ग्रेड पे 2800) के अनुसार सैलरी दी जाती है. जिन संगठनों में सातवां वेतन आयोग लागू किया जा चुका है वहां समकक्ष लेवल के अनुरूप सैलरी दी जाती है. यदि लैब टेक्निशियन के पद पर संविदा के आधार पर भर्ती की जाती है तो आमतौर पर वेतन रु. 15000 प्रति माह दिया जाता है. वहीं, राज्य सरकारों के विभागों एवं संस्थानों में वेतनमान संबंधित राज्य के समकक्ष स्तर पर निर्धारित वेतनमान के अनुसार दिया जाता है जो कि राज्य के अनुसार अलग-अलग होता है.
लैब टेक्निशियन की कहां मिलेगी सरकारी नौकरी?
लैब टेक्निशियन का पद केंद्र और राज्य सरकार के स्वास्थ्य विभागों के तहत चलाये जा रहे अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों, स्वास्थ्य संबंधी सरकारी परियोजनाओं, आदि में होता है इसलिए इस पद के लिए रिक्तियां समय-समय पर इन्हीं संस्थानों में समय-समय पर निकलती रहती हैं. इन सभी रिक्तियों के बारे में भारत सरकार के प्रकाशन विभाग से प्रकाशित होने वाले रोजगार समाचार, दैनिक समाचार पत्रों एवं सरकारी नौकरी की जानकारी देने वाले पोर्टल्स या मोबाइल अप्लीकेशन के माध्यम से अपडेट रहा जा सकता है.
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