भारतीय प्रौद्यौगिकी संस्थानों (आईआईटी) में प्रवेश पाने के इच्छुक छात्रों के लिए एक राहत भरी खबर है.
अगले सत्र से प्रवेश के नियमों में बदलाव किया जाना है.
विदित हो कि अब तक बोर्ड परीक्षा में शीर्ष 20 पर्सेटाइल में स्थान नहीं मिल पाने के कारण छात्र अब आईआईटी में प्रवेश पाने से वंचित हो जाते थे.
लेकिन नए नियम के अनुसार बोर्ड परीक्षा में 75 फीसदी अंक हासिल करने वाले छात्र भी आईआईटी में एडमिशन ले सकेंगे.
आईआईटी काउंसिल की सोमवार को चेन्नई में हुई बैठक में नए नियमों को मंजूरी दी गई. पिछले तीन वर्षों में करीब 200 छात्र ऐसे रहे हैं, जो एडवांस टेस्ट में तो सफल रहे लेकिन अपने बोर्ड के शीर्ष 20 पर्सेटाइल में स्थान नहीं पा सकने के कारण आईआईटी में प्रवेश से वंचित रह गए.
उच्च शिक्षा सचिव अशोक ठाकुर ने बताया कि इसमें एक नया प्रावधान यह जोड़ा गया कि या तो छात्र शीर्ष 20 पर्सेटाइल में आएं या फिर बोर्ड परीक्षा में 75 फीसदी अंक हासिल करें.
इसके अतिरिक्त एससी और एसटी वग के छात्रों को 5 प्रतिशत की अतिरिक्त छूट दी जाएगी.
अपरोक्त दोनों में से किसी एक अर्हता को पूरा करने और एडवांस टेस्ट में सफल रहने पर छात्र-छात्राएं आईआईटी में प्रवेश पाने के अधिकारी होंगे.
देश भर में कुल 16 आईआईटी संस्थान हैं जिनमें करीब 11 हजार बीटेक की सीटें हैं.
नए नियमों से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के छात्रों को विशेष तौर पर लाभ होगा, क्योंकि वहाँ पर अधिकांशत: पसेंटाइल उँची रहने के कारण 80 प्रतिशत अंक हासिल करने वाले छात्र भी शीर्ष 20 पर्सेंटाइल में स्थान नही बना पाते हैं.
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